भूमाफियो के बीच खूनी सँघर्ष में घायल युवक की इलाज़ के दौरान मौत,गोली लगने से घायल 7 लोगो का चल रहा इलाज़।।

 
रिपोर्ट-  सिद्धार्थ मिश्र(संवाददाता)

प्रतापगढ़ – जिले में भूमाफियाओं के बीच खूनी संघर्ष के दौरान जमकर चली गोलियां। दोनों पक्षो से 8 लोग हुए घायल, खून से लथपथ सभी को कराया गया जिला अस्पताल में भर्ती। एक पक्ष के युवक राम पांडेय के सीने में धसी थी गोली, इलाज के दौरान प्रयागराज में हुई मौत। प्रॉपर्टी के पैसों के लेनदेन में हुए विवाद में दिनदहाड़े हुई जबरजस्त फायरिंग से इलाके में दहशत का माहौल। नगर कोतवाली के दहिलामऊ चांदमारी मरुतनगर की घटना।

दिन में लगभग साढ़े ग्यारह बजे भूमाफियाओं के दो गुटों में ताबड़तोड़ फायरिंग शुरू हुई तो इलाके में हड़कम्प मच गया लोग घरों में कैद हो गए। इस जबरजस्त गोलीबारी में दोनों पक्षो से 4-4 लोग घायल हो गए, तो सभी को एम्बुलेंस के द्वारा जिला अस्पताल भेजवाया गया। डॉक्टरों ने राम पांडेय के सीने में लगी गोली कारण गम्भीर हालत को देखते हुए तत्काल प्रयागराज रेफर कर दिया, जहा इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई।अस्पताल में हंगामा देख डॉक्टरों ने पुलिस कस्टडी में सभी घायलों को प्रयागराज रेफर कर दिया। इस दौरान अपर पुलिस अधीक्षक पूर्वी भारी पुलिस बल के साथ अस्पताल परिसर में मौजूद रहे।

फ़ाइल फोटो-राम पांडेय

पुलिस अधीक्षक अभिषेक सिंह ने बताया कि  सुबह साढ़े ग्यारह बजे सूचना आई कि दो पक्षों में फायरिंग हुई है, जिसके बाद पुलिस मौके पर पहुची वहा पर पाया कि 8 लोग घायल है। पूंछतांछ में पता चला कि एक ग्रुप है जो रियल स्टेट का काम करता है इनके बीच मे पैसे को लेकर विवाद हो गया। जिसमे फायरिंग हो गई, सबको कस्टडी में लेकर तत्काल जिला अस्पताल लाया गया, प्राथमिक उपचार के बाद पुलिस कस्टडी में सभी को प्रयागराज ले जाया गया। दोनों पक्ष एक दूसरे के केश में मुलजिम होंगे, मौके यह देखा कि मारुत नगर करके एक प्लाटिंग की जा रही है। इसकी विस्तृत जांच की जा रही है कि यह सही है या नही, साथ साथ जो भी हथियार मामले में प्रयुक्त किये गए है उनके सीजर के टीम लगी हुई है। इनके पास लाइसेंसी रिपीटर 12 बोर, लाइसेंसी पिस्टल 32 बोर भी है, इस मामले में सख्त कार्यवाई की जाएगी। सिविल लाइन चौकी इंचार्ज उप निरीक्षक चंद्रशेखर यादव को तत्काल प्रभाव से निलंबित किया गया है, इस मामले में एनएसए की भी कार्यवाई की जाएगी।

जिले में लगातार भूमाफिया सरकारी जमीनों, संस्थाओं की जमीनों पर अवैध रूप से कब्जा कर रहे है, वो भी नेताओ के संरक्षण और राजस्व विभाग की मिलीभगत से। यहा शहर के बीचों बीच स्थित आर्यसमाज द्वारा संचालित कन्या विद्यालय और मोहताजखाना जिसका अध्यक्ष पढ़ें जिलाधिकारी है पर भी भूमाफियों ने कब्जा कर लिया। इतना ही नही जिस मरुत नगर का विवाद है वहा पर तत्कालीन जिलाधिकारी विद्याभूषण ने पिकनिक स्पॉट बनवा रहे थे जिस पर मनरेगा के फंड से 15 लाख खर्च भी हो गए थे लेकिन ट्रांसफर के साथ ही राजस्व कर्मियों की सांठगांठ करके प्लाटिंग कर डाली , जबकि यह जमीन सई नदी के तलहटी में है जो एनजीटी की गाइडलाइंस का खुला उलंघन है।