लखनऊ के ठाकुरगंज इलाके में गऊघाट से चार दिन पहले लापता युवक का शव गोमती में मिला।

मृतक के भाई रामू ने बताया कि नदी के किनारे खेल के दौरान उसके भतीजे का वसीम, चांद बाबू, गुलफाम, नदीम और इकबाल से गुल्ली लग जाने के चलते विवाद हो गया था।
 
लखनऊ के ठाकुरगंज इलाके में गऊघाट से चार दिन पहले लापता युवक का शव गोमती में मिला।

डा. एस. के. पाण्डेय
राज्य संवाददाता
ग्लोबल भारत न्यूज नेटवर्क

लखनऊ, 31 दिसम्बर।
लखनऊ के ठाकुरगंज इलाके में गऊघाट से चार दिन पहले लापता राजू निषाद (28) का शव बुधवार को गोमती नदी में उतराया हुआ मिला। पुलिस ने शव को बाहर निकलवाया।

राजू निषाद के परिवारीजनों ने हत्या की आशंका जाहिर करते हुए जांच की मांग की है। उन्होंने मोहल्ले के पांच युवकों पर आरोप लगाया है। पुलिस उनको हिरासत में लेकर पूछताछ कर रही है। वहीं पोस्टमार्टम में सिर पर चोट लगने व डूबने से मौत की पुष्टि हुई है।

प्रभारी निरीक्षक ठाकुरगंज राजकुमार ने बताया कि गऊघाट निवासी राजू निषाद चार दिनों से लापता था। उसके परिवारीजनों ने गुमशुदगी दर्ज कराई थी। पुलिस राजू की तलाश में लगी थी। बुधवार को गोमती नदी में नहाने गए लोगों ने शव उतराता देखा। मौके पर पहुंचे भाई रामू ने शव की शिनाख्त राजू निषाद के रूप में की।

भाई रामू के मुताबिक, हुसैनाबाद स्थित शकील के कारखाने में राजू चिकन के कपड़ों का कटिंग का काम करता था। उसनेे कहा कि शनिवार सुबह काम पर जाने की बात कहकर निकला था। उसके बाद वह गऊ घाट गया। गऊ घाट पर भतीजा आकाश और चचेरा भाई सूरज अपने दोस्तों के साथ गुल्ली डंडा खेलने के लिए गए थे।

इसी बीच नदी के किनारे ताश खेल रहे वसीम, चांद बाबू, गुलफाम, नदीम और इकबाल से गुल्ली लग जाने के चलते विवाद हो गया। झगड़े के दौरान उन लोगों ने भतीजे और भाई को पीटकर भगा दिया। शोर सुनकर राजू पहुंचा तो हमलावरों ने उसे भी पीट दिया। फिर आकाश और सूरज तो घर आ गए , लेकिन राजू नहीं आया।

रामू ने बताया कि मारपीट के दौरान वसीम, चांद बाबू, नदीम, गुलफाम और इकबाल ने भाई को धमकी दी थी। उन्हीं लोगों ने भाई की हत्या कर दी उसके बाद शव को गोमती में फेंक दिया।

मृतक अविवाहित था और पिता बाबू लाल नाव चलाते हैं। प्रभारी निरीक्षक के मुताबिक इकबाल को हिरासत में ले लिया गया है। उससे पूछताछ की जा रही है। अन्य की तलाश जारी है।