प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने अवैध खनन मामले में बसपा के पूर्व एमएलसी हाजी इकबाल के पांच ठिकानों पर छापेमारी की।

ईडी को इकबाल की कई कंपनियों के निदेशकों, चार्टर्ड अकाउंटेंट्स व उनसे जुड़े लोगों के बारे में भी महत्वपूर्ण जानकारियां मिली हैं। सभी से ईडी जल्द ही पूछताछ करेगी। कई बैंक खातों व संपत्तियों के बारे में भी छानबीन की जा रही है।
 

डा. एस. के. पाण्डेय
राज्य संवाददाता
ग्लोबल भारत न्यूज नेटवर्क

लखनऊ, 15 अक्टूबर।
प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने अवैध खनन मामले में बसपा के पूर्व एमएलसी हाजी इकबाल के सहारनपुर से लेकर दिल्ली तक पांच ठिकानों पर जबरदस्त छापेमारी की है। ईडी ने कई महत्वपूर्ण दस्तावेज, कंप्यूटर व अन्य उपकरण भी कब्जे में लिए हैं।

ईडी जल्द हाजी इकबाल की काली कमाई से जुटाई गई संपत्तियों को जब्त करने की कार्रवाई शुरू कर सकती है। ईडी को इकबाल की एएमबी बिल्डप्रॉव प्राइवेट लिमिटेड कंपनी के बारे में कई जानकारियां मिली हैं।

ईडी को जानकारी मिली है कि इकबाल व उनके परिवार के सदस्यों ने 110 से अधिक सेल कंपनियां खोल रखी थीं, जिनके जरिए अवैध खनन की काली कमाई को ठिकाने लगाया गया है। इनमें अधिकांश कंपनियां के जरिए कोई व्यवसायिक गतिविधि किए जाने के प्रमाण नहीं मिले हैं।

ईडी ने सेल कंपनियों के कई निदेशकों, चार्टर अकाउंटेंट व उनसे जुड़े अन्य लोगों के बारे में भी अहम जानकारियां जुटाई हैं। सभी से ईडी जल्द पूछताछ भी करेगी। कई बैंक खातों व संपत्तियों के बारे में भी छानबीन की जा रही है।

सीरियस फ्राड इंवेस्टीगेशन आर्गनाइजेशन (एसएफआइओ) व सीबीआई भी इकबाल के विरुद्ध पहले से जांच कर रही हैं। ईडी ने पूर्व में इकबाल व उनके परिवार के अन्य सदस्यों के विरुद्ध मनी लांड्रिंग का केस दर्ज कर अपनी पड़ताल शुरू की थी।

बसपा शासनकाल में हुए चीनी मिल घोटाले में भी इकबाल का नाम सामने आया था। बताया जा रहा है कि पूर्व एमएलसी की करीब 2500 करोड़ की संपत्ति सामने आई है।

बसपा शासनकाल में पूर्व एमएलसी इकबाल काफी ताकतवर थे। एनआरएचएम घोटाले में आरोपित पूर्व मंत्री बाबू सिंह कुशवाहा के साथ भी पूर्व एमएलसी का नाम सामने आया था।

ईडी अवैध खनन के मामले में सपा सरकार के पूर्व मंत्री गायत्री प्रसाद प्रजापति के विरुद्ध भी जांच कर रही है।