हजरतगंज के सरोजनी नायडू पार्किंग में मिली लावारिस कारें। एलडीए ने दर्ज कराई एफआईआर।।

कार पार्किंग में चोरी की कार रखने और कार बाजार चलाने की शिकायत में ठेकेदार और उसके साथी को गिरफ्तार किया गया है। मामले में एलडीए कर्मचारियों की संलिप्तता की सम्भावना है।
 

डा. एस. के. पाण्डेय
राज्य संवाददाता
ग्लोबल भारत न्यूज नेटवर्क

लखनऊ, 25 अक्टूबर।
हजरतगंज के सरोजनी नायडू पार्क की एलडीए पार्किंग में मिली लावारिस कारें चोरी की हो सकती हैं, ऐसी आशंका में एलडीए ने शनिवार को एफआईआर दर्ज करा दी।

आशंका यह भी है कि कार पार्किंग में चोरी की कार रखने के साथ साथ कार बाजार भी चलाया जा रहा था। मामले में एलडीए कर्मचारियों की संलिप्तता की भी सम्भावना जताई जा रही है।

हजरतगंज इंस्पेक्टर अंजनी कुमार पांडेय ने बताया कि फिलहाल एलडीए के राजस्व निरीक्षक की तरफ से दर्ज एफआईआर में पार्किंग के पूर्व ठेकेदार मुशर्रफ, उसके सहयोगी अकरम और वाहन चोरी के आरोप में जेल में बंद मोइनुद्दीन उर्फ पप्पू खान को आरोपी बनाया गया है।

एफआईआर होते ही पुलिस ने पूर्व ठेकेदार और उसके सहयोगी को पूछताछ के लिए हिरासत में ले लिया गया है। जांच में पूरी बातें सामने आयेंगी।

इंस्पेक्टर ने बताया कि एफआईआर में पूर्व ठेकेदार व अन्य लोगों पर पार्किंग में अवैध रूप से वाहन खड़ा करने, पार्किंग स्थल पर बिना अनुमति के कार बाजार चलाने और पार्किंग अनुबंध समाप्त होने के बावजूद वाहन चालकों से धनराशि वसूलने के आरोप लगाए गए हैं।

पूर्व ठेकेदार मुशर्रफ और उसके साथी अकरम को हिरासत में ले लिया गया है।

पुलिस ने बताया कि पार्किंग में मिली कारों के मालिकों के बारे में आरटीओ से जानकारी मांगी गई थी। सोमवार तक सभी कार के मालिकों का नाम-पता मिलने की उम्मीद है। यह ब्यौरा मिलते ही कारों की फॉरेंसिक जांच कराई जाएगी।

उल्लेखनीय है कि बुधवार को एलडीए की संयुक्त सचिव ऋतु सुहास ने डीएम आवास के सामने स्थित सरोजनी नायडू पार्क की पार्किंग में छापा मारकर वहां महीनों से लावारिस खड़ी लग्जरी कारें पकड़ी थीं।

इस मामले में हजरतगंज पुलिस ने लालबाग कार बाजार में काम करने वाला अकरम खान समेत कार बाजार से जुड़े कई लोगों से पूछताछ की थी। अकरम को अक्सर पार्किंग में आते-जाते देखा गया था।

पुलिस को यह भी शक है कि उक्त कारें किसी कार बाजार के व्यक्ति ने वहां खड़ी कराई होंगी। पार्किंग में हुए इस गड़बड़झाले में एलडीए के अधिकारियों-कर्मचारियों की मिलीभगत की भी आशंका जताई जा रही है।

एफआईआर में नामजद व लग्जरी वाहन चोरी के आरोप में जेल में बंद मोइनुद्दीन उर्फ पप्पू खान को हजरतगंज पुलिस रिमांड पर लेगी।

इंस्पेक्टर ने बताया कि मोइनुद्दीन खान को दो महीने पहले चिनहट पुलिस ने सवा सौ से अधिक चोरी के लग्जरी वाहनों के साथ पकड़ा था। सरोजनी नायडू पार्क की पार्किंग में मिली छह लग्जरी कारें उसके नाम पर पाई गई हैं।

मोइनुद्दीन का उक्त कारों से क्या संबंध है? कारें चोरी की कारें बेचकर मिली रकम से तो नहीं खरीदी गईं? कारों का किसी वारदात में इस्तेमाल हुआ है? इन सवालों के जवाब उससे पूछताछ में मिलेंगे।

एलडीए के कर एवं राजस्व निरीक्षक ने बताया कि ऐशबाग के रामनगर निवासी मुशर्रफ को विभाग ने वर्ष 2019-20 के लिए पार्किंग का ठेका दिया था। 31 मार्च 2020 को ठेके की अवधि समाप्त हो गई। कोविड 19 महामारी के चलते उसका अनुबंध 31 जुलाई 2020 तक बढ़ा दिया गया था। अनुबंध समाप्त होने के बाद मुशर्रफ को पार्किंग शुल्क नहीं वसूलना था लेकिन वह 15 सितंबर 2020 तक पार्किंग में वाहन खड़े करके किराया भी वसूलता रहा। उसने पार्किंग में कार बाजार भी सजवा दिया था।

सूत्रों के अनुसार एलडीए को पार्किंग में चल रहे फर्जीवाड़े का पता सवा महीने पहले ही लग गया था। क्योंकि 15 सितंबर को जब ठेकेदार मुशर्रफ का अनुबंध खत्म हुआ था तभी एलडीए के अधिकारियों ने पार्किंग को अपने कब्जे में ले लिया था।

अधिकारियों ने वहां खड़े वाहनों की जांच कराई तो पता चला काफी संख्या में खड़े वाहनों के पास या टोकन ही जारी नहीं हुए थे। पार्किंग स्थल पर ठेकेदार अवैध तरीके से कार बाजार चला रहा था।

कार पार्किंग में कार बाजार के संचालन में हसनगंज के खदरा निवासी मोइनुद्दीन उर्फ पप्पू खान और बाजारखाला के हैदरगंज में रहने वाला अकरम शामिल थे। जानकारी मिली है कि इस फर्जीवाड़े में एलडीए के कई अधिकारी-कर्मचारी भी शामिल थे। यही वजह है कि एलडीए इस मामले को कई दिन तक दबाए बैठा रहा।

छानबीन में यह भी पता चला कि पार्किंग में खड़ी मर्सिडीज, बीएमडब्ल्यू, ऑडी, टोयोटा जैसी सात लग्जरी कारें मोइनुद्दीन के नाम से वहां खड़ी की गई थीं। इसमें से एक मर्सिडीज कार गायब भी कर दी गई। मर्सिडीज कार को पार्किंग से निकालने के पीछे भी एलडीए कर्मचारियों का हाथ बताया जा रहा है।

रितु सुहास, संयुक्त सचिव- एलडीए का कहना है कि एलडीए का जो भी कर्मचारी इस मामले में शामिल मिलेगा, उन पर जांच के बाद कार्रवाई की जाएगी।