दो वर्तमान और एक सेवानिवृत्त आईएएस समेत 11 अधिकारियों पर धोखाधड़ी व षड्यंत्र की धाराओं में एफआईआर।
डा. एस. के. पाण्डेय
राज्य संवाददाता
ग्लोबल भारत न्यूज नेटवर्क
लखनऊ, 7 फरवरी।
राज्य नियोजन संस्थान में तैनात दो वर्तमान और एक सेवानिवृत्त आईएएस समेत 11 अधिकारियों पर धोखाधड़ी व षड्यंत्र की धाराओं में एफआईआर दर्ज की गई है।
लखनऊ के न्यू हैदराबाद स्थित राज्य नियोजन संस्थान में एक महिला अधिकारी की प्रताड़ना और लैंगिक उत्पीड़न का संगीन मामला प्रकाश में आया है।
आरोप है कि महिला अधिकारी को विभागीय कूटरचित दस्तावेजों के जरिए गंभीर मामले में फंसाने का प्रयास किया गया।
महिला आयोग के हस्तक्षेप के बाद लखनऊ की महानगर कोतवाली में राज्य नियोजन संस्थान में तैनात दो वर्तमान और एक सेवानिवृत्त आईएएस समेत 11 अधिकारियों पर धोखाधड़ी व षड्यंत्र की धाराओं में एफआईआर दर्ज की गई है।
आरोपितों में एक आइएएस अधिकारी डॉ.सतवीर सिंह 31 दिसंबर 2020 को राज्य नियोजन संस्थान के संयुक्त निदेशक के पद से सेवानिवृत्त हो चुके हैं।
उनके अतिरिक्त 2012 बैच के आईएएस अधिकारी अंकित अग्रवाल व ज्ञान प्रकाश त्रिपाठी को भी नामजद किया गया है।
पुलिस ने महिला अधिकारी की तहरीर के आधार पर एफआईआर दर्ज कर जांच शुरू की है।
महिला अधिकारी का आरोप है कि उन्होंने विभाग में हुई अनियमितताओं की शिकायत उच्चाधिकारियों से की थी। शिकायत के बाद कोई कार्यवाही तो नहीं हुई, ऊपर से उच्चाधिकारियों से शिकायत के बाद विभाग के अधिकारी डॉ. सतवीर सिंह उन्हें प्रताड़ित करने लगे।
इसके बाद उन्होंने मामले की शिकायत राज्य नियोजन विभाग के वरिष्ठ आईएएस अधिकारी अंकित कुमार अग्रवाल व ज्ञान प्रकाश से किया तो उन्होंने भी कोई सुनवाई नहीं की। उनके आरोपों पर सुनवाई तो दूर, अधिकारियों के सिंडीकेट ने उनका उत्पीड़न शुरू कर दिया। महिला अधिकारी से अभद्र भाषा का प्रयोग किया जाने लगा और उन्हें खिड़की से फेंकने की धमकी भी दी गई। झूठे मामलों में फंसाने के लिए उनके खिलाफ साजिशन आरोप पत्र भी दाखिल किया गया। विभाग में सुनवाई न होने पर महिला अधिकारी ने राज्य महिला आयोग का दरवाजा खटखटाया।
अन्ततः महिला आयोग के आदेश पर महानगर कोतवाली में मुकदमा दर्ज किया गया।
पुलिस ने तहरीर के आधार पर सेवानिवृत्त आईएएस अधिकारी डॉ.सतवीर सिंह, आईएएस अधिकारी ज्ञान प्रकाश त्रिपाठी व अंकित कुमार अग्रवाल के अलावा राज्य नियोजन संस्थान के अधिकारी सैय्यद आफाक, डॉ. संतराम, दिनेश कुमार, डॉ. राजेंद्र कुमार यादव, डॉ. दिव्या सरीन मेहरोत्रा, उमेश कुमार, डॉ. गोविंदा बाबू और वर्तिका श्रीवास्तव के खिलाफ आपराधिक षडयंत्र, धोखाधड़ी, फर्जी दस्तावेज तैयार करने, जान से मारने की धमकी देने समेत अन्य धाराओं में नामजद एफआईआर दर्ज किया है।