रायबरेली के जिला पंचायत सदस्य राकेश अवस्थी के बेटे को लखनऊ में बाइक सवार युवकों ने गोली मारी। ट्रामा सेन्टर में भर्ती।

घायल शिवम के भाई ने घटना के पीछे 14 मई 2019 को रायबरेली में जिला पंचायत अध्यक्ष पद को लेकर पिता राकेश अवस्थी के द्वारा अविश्वास प्रस्ताव में शामिल होना बताया।
 

डा. एस. के. पाण्डेय
राज्य संवाददाता
ग्लोबल भारत न्यूज नेटवर्क

लखनऊ, 21 अगस्त।
तेलीबाग के रफीकनगर में रहने वाले रायबरेली जिला से जिला पंचायत सदस्य राकेश अवस्थी के बेटे शिवम (23) को शुक्रवार को बाइक सवार युवकों ने गोली मारी। एक गोली कंधे में लगने से शिवम वहीं लहूलुहान होकर गिर गया।

चीखपुकार सुनकर पहुंचे भाई शुभम ने पड़ोसियों की मदद से आननफानन में शिवम को ट्रामा सेंटर में भर्ती कराया। जहां उसकी हालत खतरे से बाहर है। दिन दहाड़े फायरिंग होने से इलाके में हड़कंप मच गया।

घायल शिवम के भाई शुभम ने घटना के पीछे 14 मई 2019 को रायबरेली में जिला पंचायत अध्यक्ष पद को लेकर पिता राकेश अ‌वस्थी के द्वारा अविश्वास प्रस्ताव में शामिल होना बताया। साथ ही घटना के पीछे एमएलसी दिनेश सिंह का हाथ बताया।

प्रापर्टी डीलर भाई शुभम के मुताबिक शिवम मेडिकल की तैयारी कर रहा है। शुक्रवार दोपहर करीब 1:45 बजे वह घर के बाहर कार पर बैठ रहा था। तभी फायरिंग शुरू हो गई। चीख-पुकार सुनकर हम लोग घर के बाहर निकले तो शिवम लहूलुहान पड़ा था।

डीसीपी चारू निगम ने बताया कि मौके पर एसीपी बीनू सिंह पुलिस टीम के साथ घटना से जुड़े साक्ष्य जुटाने के साथ आसपास लगे सीसीटीवी कैमरे की फुटेज से हमलावरों की पहचान करने की कोशिश कर रही हैं। पीड़ित पक्ष ने अभी तहरीर नहीं दी है। तहरीर के हिसाब से मुकदमा दर्ज कर साक्ष्यों के आधार पर विधिक कार्रवाई की जाएगी।

पता चला है कि रायबरेली जिला पंचायत अध्यक्ष के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव को लेकर 14 मई 2019 को घायल शिवम के पिता राकेश अवस्थी पर निगोहां टोल प्लाजा पर नकाबपोश बदमाशों ने हमला किया था। उस समय वह लखनऊ से रायबरेली जा रही सदर विधायक अदिति सिंह के काफिले में शामिल थे। नकाबपोश बदमाशों ने राकेश अवस्थी को अगवा कर बछरावां के फ्लाइओवर के पास फेंक दिया था।

उस समय बदमाशों का पीछा करने पर विधायक अदिति सिंह पर भी हमला किया गया था, जिसमें उनकी गाड़ी पलट गई थी और उन्हें चोटें आई थी। राकेश अवस्थी जिला पंचायत अध्यक्ष पद पर अविश्वास प्रस्ताव की अगुवाई कर रहे थे। उन्होंने एमएलसी दिनेश प्रताप सिंह और जिला पंचायत अध्यक्ष अवधेश प्रताप सिंह समेत छह लोगों के खिलाफ नामजद मुकदमा दर्ज कराया था।