लखनऊ में निकाह के पहले ही मुस्लिम महिला ने होने वाले पति को प्रेमी का सहयोग लेकर मार डाला।

शहाबुद्दीन उर्फ मनीष की हत्या के मामले का पुलिस ने 24 घंटे के अंदर ही पर्दाफाश कर दिया है। महिला, उसका प्रेमी और प्रेमी के सभी सहयोगी गिरफ्तार करके जेल भेज दिये गये हैं।
 
लखनऊ में निकाह के पहले ही मुस्लिम महिला ने होने वाले पति को प्रेमी का सहयोग लेकर मार डाला।

डा. एस. के. पाण्डेय
विशेष संवाददाता
ग्लोबल भारत न्यूज नेटवर्क

लखनऊ, 14 मार्च।
लखनऊ में निकाह के पहले ही मुस्लिम महिला ने होने वाले पति को प्रेमी का सहयोग लेकर मार डाला। महिला, उसका प्रेमी और प्रेमी के सभी सहयोगी हत्यारे गिरफ्तार कर जेल भेज दिये गये हैं।

कल्ली पूरब में शुक्रवार सुबह हुई खराद मिस्त्री शहाबुद्दीन उर्फ मनीष की (26) की हत्या के मामले में पुलिस ने 24 घंटे में ही ने मामले का पर्दाफाश कर दिया है।

पुलिस ने हसमतुल निशां, उसके प्रेमी शाने अली उर्फ सोनू और सहयोगियों समेत छह लोगों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है। हत्या में प्रयुक्त चाकू व बाइक भी बरामद कर ली है।

पुलिस ने बताया कि कल्ली पूरब के एक प्लाटिंग साइट के पास शुक्रवार सुबह शहाबुद्दीन का खून से लथपथ शव मिला था। मृतक के सीने में कुल 10 बार चाकू से वार किया गया था। पास में मिली बाइक से उसकी पहचान हुई।

पुलिस ने परिवारीजनों की तहरीर पर शहाबुद्दीन की होने वाली पत्नी हसमतुल निशां और उसके भाइयों को हिरासत में लिया था। उनसे कड़ी पूछताछ के बाद वारदात का खुलासा हो गया।

शहाबुद्दीन की हत्या में हसमतुल निशां के भाइयों की कोई भूमिका नहीं पाई गई। इसके बाद पुलिस ने भाइयों को छोड़ दिया।

पूंछताछ के बाद सामने आया है कि बृहस्पतिवार की शाम हसमतुल ने अपने मंगेतर को कॉल कर बताया कि उसकी सहेली की जन्मदिन पार्टी में चलना है।

शहाबुद्दीन के आने के बाद रात करीब 8.30 बजे उसे सुनसान स्थान पर लेकर गई। जहां हसमतुल निशां का प्रेमी अपने चार दोस्तों के साथ मौजूद था। आरोपियों ने शहाबुद्दीन को दबोच लिया। उसके गले में कुत्ते की चेन डालकर खाली पड़े प्लॉट पर ले गए। इस दौरान हत्यारों से शहाबुद्दीन का संघर्ष भी हुआ। लेकिन आरोपियों की संख्या अधिक थी जिससे उसकी एक न चली।

आरोपियों ने मांस काटने वाले चाकू से हसमतुल निशा के प्रेमी शाने अली उर्फ सोनू ने सीने पर ताबड़तोड़ कई वार किए। संघर्ष के दौरान दो आरोपियों की घड़ी व हसमतुल की चूड़ियां टूटकर गिर गईं।

चाकुओं के वार से शहाबुद्दीन चीखता रहा और हसमतुल सामने खड़ी होकर उसकी मौत होने का इंतजार करती रही।

मामले को ‘लूट के बाद हत्या’ की तरफ भटकाने के लिए हत्यारे शहाबुद्दीन का पर्स व मोबाइल अपने साथ लेकर चले गए।

हसमतुल निशां ने अपने प्रेमी के साथ शादी का ख्वाब देखा था। इसके लिए रास्ते में कांटा बने होने वाले पति शहाबुद्दीन की हत्या करवा दी।

निशां की शहाबुद्दीन से शादी तय होने के बाद कई बार बातचीत हुई। इस दौरान दोनों की कई मुलाकातें भी हुईं। लेकिन हसमतुल ने अपनी नापाक साजिश को उसके सामने नहीं आने दिया। अपने प्रेमी संग मिलकर उसने हत्या की साजिश रच डाली।

प्रेमी सोनू, रिश्ते में महिला का भतीजा लगता है। हसमतुल ने शहाबुद्दीन की अपने प्रेमी सोनू से मुलाकात भी कराई थी ताकि हत्या के समय पहचानने में दिक्कत न हो।

जब शहाबुद्दीन पर चाकुओं से वार हो रहा था। वह खुद को बचाने के लिए चीख रहा था। सामने खड़ी होकर हसमतुल उसकी मौत का इंतजार कर रही थी।

हसमतुल के सामने ही उसके होने वाले पति ने तड़पकर दम तोड़ दिया लेकिन अंत समय तक उसने नजरें नहीं फेरीं और मौत के बाद ही वहां से हटी।

हसमतुल निशा ने पुलिस को गुमराह करने की पूरी कोशिश की। लेकिन सर्विलांस के साक्ष्यों के सामने उसकी एक न चली। उसने एक-एक कर सारे राज उगल दिए। निशां व उसका प्रेमी शाने अली जो मांस विक्रेता है इस शादी से नाखुश थे। दोनों शहाबुद्दीन से छुटकारा पाना चाहते थे। इसके लिए हत्या की साजिश रच डाली।

हसमतुल निशां ने सहेली के जन्मदिन का बहाना बनाकर शहाबुद्दीन को बुलाया। इसके बाद सोनू ने अपने दोस्त बाराबंकी के लोनीकटरा निवासी अरकान निवासी परवर पूरब, संजू गौतम निवासी परवर पश्चिम, अमन व समीर मोहम्मद निवासी कल्ली पश्चिम को बुलाया। सभी ने मिलकर हत्याकांड को अंजाम दिया।

पुलिस ने आरोपियों की निशानदेही पर मांस काटने वाला चाकू, कुत्तों वाली चेन, छह मोबाइल और एक बाइक बरामद कर ली है।