साइबर अपराधियों का नया अड्डा, पूरे देश से 100 करोड़ रुपए से भी अधिक की ठगी की
ग्लोबल भारत न्यूज़ नेटवर्क
साइबर क्राइम, 12 मई:- हरियाणा का नूंह जिला साइबर जालसाजों को नया ठिकाना बन गया है। अब इसे नया जामताड़ा भी बोला जाने लगा है, पुलिस की ओर से जालसाजों के ठिकानों पर की गई छापेमारी में पता चला है कि यह गैंग पूरे देश में 100 करोड़ रुपए से भी अधिक की साइबर ठगी कर चुका। ऐसा नहीं है कि ये जालसाज केवल हरियाणा के लोगों को ही नहीं ठग रहे बल्कि अंडमान-निकोबार तक नागरिकों को भी साइबर ठगी का चुना लगा चुके हैं छापेमारी के बाद पुलिस ने कहा कि इनके खिलाफ देशभर में कुल 27,798 शिकायते दर्ज की गई है। इसके अलावा अलग-अलग राज्यों में 1,346 केस भी दर्ज किए गए हैं।
टारगेट पर पहले स्थान पर उत्तर प्रदेश- पुलिस ने कहा कि ये साइबर ठग फर्जी सिम कार्ड का इस्तेमाल कर लोगों को फोन करते हैं और फिर उनको ऑफर का लालच देकर यूपीआई के जरिए पैसे ट्रांसफर करवाते हैं। कभी ये नौकरी का लालच देते हैं तो कभी पैन, आधार केवाइसी का लालच देकर अपने अकाउंट में पैसे ट्रासंफर करवाते थे। नूंह के करीब 40 गांवों में बैठे युवा इस काम को अंजाम दे रहे हैं। इनके टारगेट पर पहले स्थान पर उत्तर प्रदेश है, जहां सबसे ज्यादा शिकायत दर्ज किए गए हैं। ये 40 गांव हरियाणा, राजस्थान और यूपी के बॉर्डर से लगे हुए हैं, कोविड महामारी शुरू होने के बाद से ये गांव सबसे बड़े साइबर क्राइम हब के रूप में उभरे हैं।
पुलिस ने की छापेमारी- हरियाणा पुलिस ने बुधवार को बताया कि नूंही में करीब 300 ठिकानों पर छापेमारी के बाद टीम ने कुल 85 संदिग्धों को गिरफ्तार की है। जबकि 250 से अधिक और संदिग्धों की गिरफ्तारी के लिए धर-पकड़ के लिए छापेमारी की जा रही है। साइबर ठगी की शिकायतों की बात करें तो अकेले उत्तर प्रदेश से 7,645 दर्ज की गई है। इसके बाद राजस्थान में 3225, तेलंगाना में 2047, दिल्ली से करीब 2000 शिकायतें और 25-25 अंडमान और निकोबार द्वीप समूह में दर्ज किए गए हैं।