साइबर अपराधियों का नया पैतरा, अब आधार कार्ड के जरिए इस तरह बना रहे निशाना
ग्लोबल भारत न्यूज नेटवर्क
साइबर क्राइम, 17 अगस्त:- लोगों को ठगने के लिए अपराधी नए-नए पैंतरे आज़माते रहते हैं, कभी ओटीपी के नाम पर तो कभी Aadhaar Card के नाम पर स्कैम के मामले सामने आते रहते हैं। बता दें कि हाल ही में यूपी के गाजियाबाद क्षेत्र में एक महिला के साथ ठगी का मामला सामने आया, महिला से पैसे निकलवाने के लिए साइबर अपराधियों ने कुरियर में अवैध सामान का रास्ता चुना लेकिन आखिर एक कॉल से कैसे उड़ गए महिला के खाते से पैसे और क्या है इस मामले में आधार कनेक्शन?
पूरा मामला- पहली कॉल आने पर जब कुरियर में अवैध सामान की बात कही गई तो महिला समझ गई कि फ्रॉड करने वाले कॉल कर रहे हैं तो महिला ने तुरंत ही फोन काट दिया, लेकिन एक बार फिर से महिला को उसी नंबर से कॉल आया। कॉल उठाया तो महिला के पैरों तले से जमीन ही खिसक गई, फ्रॉड करने वाले ने कहा यही है ना तुम्हारा Aadhaar Card Number…? आधार कार्ड नंबर सुनकर महिला चौंक गई और फिर महिला को लगा कि कॉल किसी फ्रॉड का नहीं है क्योंकि नंबर बिल्कुल सही था। एक पुलिस अधिकारी ने बताया कि कंपनियों से डेटा लीक कर बेचा जा रहा है, यही वजह है कि अलग-अलग कंपनियों को निगरानी रखने के लिए कहा जा रहा है। ना केवल डेटा लीक के जरिए आधार नंबर फ्रॉड करने वालों तक पहुंच जाता है बल्कि लोग गलती से या फिर कह लीजिए अनजाने में आधार नंबर गलत जगह शेयर कर देते हैं जिस वजह से फ्रॉड करने वालों तक आधार नंबर पहुंच जाता है, ऐसे में आधार नंबर शेयर करने से पहले 100 बार सोचिए।
कैसे हो जाती है आधार से ठगी- मीडिया रिपोर्ट में इस बात का भी जिक्र किया गया है कि पिछले 7.5 महीनों में अब तक 85 से ज्यादा लोग शिकार बन चुके हैं और 70 लाख से ज्यादा की रकम गंवा चुके हैं। महिला को जिस शख्स का कॉल आया उसने खुद को क्राइम ब्रांच का अधिकारी बताया और जाल बिछाते हुए महिला से 93000 रुपये ठग लिए और फिर क्या था पैसे मिलते ही फ्रॉड करने वाला रफू चक्कर हो गया। आपने आधार से जुड़े फ्रॉड के बारे में तो कई बार सुना होगा लेकिन क्या आप जानते हैं कि आखिर कैसे आधार से फ्रॉड हो जाता है? अगर आपका जवाब है नहीं, तो बता दें कि कुछ समय पहले इस तरह की कई रिपोर्ट्स सामने आई थी जिसमें इस बात का जिक्र किया गया था कि फ्रॉड करने वाले आधार बायोमेट्रिक्स का यूज कर अकाउंट साफ कर रहे हैं। कुछ महीनों पहले एक शख्स की मां के अकाउंट से फ्रॉड करने वालों ने पैसे उड़ा लिए और बैंक से कोई मैसेज तक नहीं आया, एक दिन पासबुक भरवाने पर इस बात का पता चला। बैंक मैनेजर से बात करने पर पता चला था कि फ्रॉड करने वालों ने चोरी किए आधार बायोमेट्रिक्स का इस्तेमाल किया और फिर अकाउंट खाली कर दिया।
किसी के साथ न शेयर करे अपने डॉक्यूमेंट्स- किसी अनजान व्यक्ति के साथ अपने डॉक्यूमेंट्स शेयर ना करें, यदि डॉक्यूमेंट की फोटोकॉपी कराने गए हैं तो अपने सामने ही कॉपी कराएं, कभी कोई कॉल आए और कोई अनजान व्यक्ति आपसे पैसे की मांग करें तो पैसे ट्रांसफर ना करें और तुरंत पुलिस को शिकायत करें। आधार बायोमेट्रिक को UIDAI की ऑफिशियल साइट पर जाकर कर सकते हैं लॉक, जिससे कोई भी आपके बायोमेट्रिक्स को एक्सेस नहीं कर पाएगा।