कोरोना से जान गंवाने वाली थाईलैंड की युवती के मामले में हुई प्रारम्भिक जांच में सांसद पुत्र का कोई लिंक नहीं मिला।

पता चला कि युवती लखनऊ के विभूतिखंड में स्थित ओ2 स्पा सेंटर में बतौर फिजियोथेरेपिस्ट काम कर रही थी। यह सेंटर बिल्डर राकेश सिंह का है और सलमान इसका मैनेजर है।
 
कोरोना से जान गंवाने वाली थाईलैंड की युवती के मामले में हुई प्रारम्भिक जांच में सांसद पुत्र का कोई लिंक नहीं मिला।

डाo शक्ति कुमार पाण्डेय
विशेष संवाददाता
ग्लोबल भारत न्यूज नेटवर्क

लखनऊ, 11 मई।

कोरोना से जान गंवाने वाली थाईलैंड की युवती के मामले में हुई प्रारम्भिक जांच में सांसद पुत्र का कोई लिंक नहीं मिला।

पता चला है कि वह लखनऊ के विभूतिखंड इलाके में स्थित ओ2 स्पा सेंटर में बतौर फिजियोथेरेपिस्ट काम कर रही थी। यह सेंटर बिल्डर राकेश शर्मा का है और सलमान इसका मैनेजर है।

खुद को थाई युवती का गाइड बताने वाला सलमान ही इस सेंटर का मैनेजर है। सलमान ने पुलिस की पूछताछ में कई राज उगले हैं। यह सेंटर एक बिल्डर का है जो इस समय छत्तीसगढ़ के रायपुर में रह रहा है। पुलिस ने स्पा सेंटर के सभी दस्तावेज व सीसीटीवी फुटेज अपने कब्जे में ले लिया है।

थाई युवती की मौत के मामले में एक सांसद के परिवार पर गंभीर आरोप लगे तो उन्होंने पुलिस कमिश्नर डीके ठाकुर को पत्र लिखकर जांच की मांग की।

शुरुआती पड़ताल में पता चला है कि थाई युवती पिछले कई वर्षों से लखनऊ आती-जाती रही है और विभूति खंड स्थित ओ2 स्पा सेंटर में बतौर फिजियोथेरेपिस्ट काम कर रही थी।

इस साल वह 31 मार्च को लखनऊ के हुसैनगंज इलाके में किराए पर रहने लगी। गत 28 अप्रैल को तबीयत बिगड़ने पर स्पा सेंटर के प्रबंधक सलमान ने उसे लोहिया अस्पताल में भर्ती कराया। जांच में वह कोरोना संक्रमित मिली और इलाज के दौरान 3 मई को उसकी मौत हो गई।

इसके बाद एंबेसी के जरिये युवती के घरवालों से संपर्क किया गया और उनकी सहमति से सलमान को स्थानीय अभिभावक का दर्जा दिया गया। उसकी मौजूदगी में अंतिम संस्कार हुआ और इसकी वीडियोग्राफी कर घर वालों को दिखाया गया।

स्पा सेंटर रायपुर के बिल्डर राकेश शर्मा का है। उसने सलमान को स्पा सेंटर का मैनेजर बनाया था। राकेश शर्मा के कहने पर ही सलमान ने थाई युवती को लोहिया लोहिया अस्पताल में भर्ती कराया था।

सलमान ने दो दिन की पूछताछ में बताया कि युवती 2019 से उनके संपर्क में थी। उनके स्पा सेंटर से पहले उसने लखनऊ के दूसरे स्पा सेंटरों में भी काम किया था। पुलिस ने स्पा सेंटर के मालिक को भी पूछताछ के लिए बुलाया है।

प्रभारी निरीक्षक विभूतिखंड चंद्रशेखर सिंह ने बताया कि स्पा सेंटर के दस्तावेज व सीसीटीवी फुटेज कब्जे में लेकर जांच की जा रही है। पुलिस को स्पा सेंटर का रजिस्टर भी मिला है। पता चला है कि करीब डेढ़ साल पहले विभूति खंड इलाके में यह स्पा सेंटर खोला गया था।

पुलिस सलमान के मोबाइल की डिटेल निकाल रही है। उसके मोबाइल से अहम सुराग मिले हैं। मोबाइल के व्हाट्सएप और अन्य सोशल मीडिया प्लेटफार्म की पड़ताल चल रही है। सलमान की युवती से काफी चैटिंग भी हुई है। इसकी जांच की जा रही है।

थाई युवती के मोबाइल की भी डिटेल खंगाली जा रही है। इसमें कैंट एरिया के एक सीड्स कारोबारी से लंबी और लगातार बातचीत की डिटेल मिली है। युवती पिछले दो-ढाई साल से इस व्यापारी के संपर्क में थी। व्यापारी से भी पूछताछ की तैयारी है।

डीसीपी पूर्वी के मुताबिक सोशल मीडिया पर पोस्ट डालने वालों से भी इस संबंध में पूछताछ की जाएगी। उन्होंने आमजन से भी अपील की है कि इस मामले से संबंधित कोई भी दस्तावेज हो तो पुलिस को उपलब्ध कराएं। उन्होंने कहा कि जांच रिपोर्ट जल्द ही सौंप दी जाएगी।

थाई युवती की ट्रैवेल हिस्ट्री खंगालने पर पता चला कि वह 2010 में पहली बार लखनऊ आई थी। इसके बाद उसका आना-जाना लगा रहा। 2018 मध्य के बाद वह लखनऊ में ही रुक गई। बीच-बीच में वीजा समाप्त होने पर थाईलैंड चली जाती और फिर लौट आती थी।

राज्यसभा सांसद के निजी सहायक अनूप पांडेय ने सोमवार को जारी विज्ञप्ति में कहा कि अफवाह फैलाने वालों में एक नाम रामदत्त तिवारी का था। लेकिन उनके कार्यालय से जारी प्रेस विज्ञप्ति में भूल से तिवारी की जगह त्रिपाठी लिख गया है। कुछ लोग इसे वरिष्ठ पत्रकार रामदत्त त्रिपाठी से जोड़ रहे हैं, जो पूरी तरह से गलत है।

स्पा सेंटर का मैनेजर सलमान तीन मई को थाई युवती की मौत के बाद से ही पुलिस को गुमराह कर रहा था। उसने पुलिस को बताया कि उसके परिचित ने राकेश शर्मा ने फोन कर युवती के बीमार होने की जानकारी दी थी और उसकी मदद करने के लिए कहा था। लेकिन पुलिस ने कड़ाई से पूछताछ की तो उसने हकीकत बता दिया।