‘स्वच्छ भारत मिशन में भर्ती के नाम पर ठगी‌। डायरेक्टर समेत छह लोगों पर मुकदमा।

उत्तर प्रदेश के 75 जिलों में 'स्वच्छ भारत मिशन' के तहत सर्वेयर की भर्ती के नाम पर "एसकेएसपीसी एचआर मैनेजमेंट प्राइवेट लिमिटेड" ने सेक्योरिटी जमा कराकर नियुक्ति दिया, लेकिन वेतन नहीं।
 
‘स्वच्छ भारत मिशन में भर्ती के नाम पर ठगी‌। डायरेक्टर समेत छह लोगों पर मुकदमा।

डा. एस. के. पाण्डेय
राज्य संवाददाता
ग्लोबल भारत न्यूज नेटवर्क

लखनऊ, 24 सितम्बर।
उत्तर प्रदेश में स्वच्छ भारत मिशन में भर्ती के नाम पर ठगी का मामला प्रकाश में आया है, जिसमें डायरेक्टर समेत छह लोगों पर मुकदमा दर्ज करा दिया गया है।

उत्तर प्रदेश के 75 जिलों में ‘स्वच्छ भारत मिशन’ के तहत सर्वेयर की भर्ती के नाम पर ठगी करने वाली कंपनी एसकेएसपीसी एचआर मैनेजमेंट प्राइवेट लिमिटेड के डायरेक्टर समेत छह लोगों के खिलाफ गुडंबा थाना में मुकदमा दर्ज हुआ।

इन सभी लोगों पर प्रदेश के 75 जिलों में नौकरी के नाम पर ली गई लाखों की सिक्योरिटी लेने व सैलरी न देने का आरोप है। कम्पनी के खिलाफ अलीगंज में भी मुकदमा दर्ज है, जिसकी जांच चल रही है।

गुडंबा इंस्पेक्टर रीतेंद्र प्रताप सिंह ने बताया कि कल्याणपुर रिंग रोड स्थित ‘एसकेएसपीसी एचआर मैनेजमेंट प्राइवेट लिमिटेड’ ने प्रदेश भर में स्वच्छ भारत मिशन में सर्वेक्षण के नाम पर मई 2019 में 75 जिलों में जिला समन्वयक और न्याय पंचायत समन्वयक की भर्ती की थी।

पीड़ित दीपक (लखनऊ), नीरज अवस्थी (हरदोई), राजेंद्र सिंह (अमरोहा), शोभित शर्मा (रायपुर), नेमपाल सिंह (संभल), सत्यजीत प्रभाकर (मुरादाबाद) का आरोप है कि इन लोगों ने पांच साल तक हर महीने 15200 रुपये वेतन देने की बात कही थी। इसके एवज में पचास हजार रुपये से डेढ़ लाख रुपये तक प्रति नियुक्ति सिक्योरिटी राशि जमा कराई, लेकिन रसीद 8850 रुपये की ही थी।

लगभग दो माह बाद भी जब सैलरी नहीं आई तो लोगों ने कंपनी से संपर्क किया तो कम्पनी के स्टाफ समुचित जवाब नहीं दे सके। काफी दिनों तक कोई सुनवाई न होने और सिक्योरिटी मनी भी वापस न होने पर थाने पर शिकायत की गई।

पीड़ितों की तरफ से कम्पनी के डायरेक्टर अमित सिंह व सुरेश चौबे, मैनेजर नीरज तिवारी व वंदना सिंह और पदाधिकारी अशोक द्विवेदी व विवेकानंद दीक्षित के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया। पुलिस का कहना है कि मामले की जांच कर आवश्यक कार्रवाई की जाएगी।