सीतापुर: पुलिस टीम पर जानलेवा हमला करने वाले दबंग पूर्व प्रधान पर कसा पुलिस का शिकंजा, 18 लोगों की गिरफ्तारी सहित ढहाया गया अभियुक्त का मकान।

 

ग्लोबल भारत न्यूज़ नेटवर्क
रिपोर्ट: मदन सिंह यादव संवाददाता

23 अगस्त, सीतापुर।
जनपद के थाना मानपुर क्षेत्र के ग्राम फूलपुर मे दो पक्षों के बीच कई दिनों से रास्ते के निकास को लेकर आपसी विवाद चल रहा था। जिसकी जांच करने दो सिपाही गए थे। सिपाहियों ने जांच शुरू ही की थी कि मौके पर दोनों पक्ष आपस में भिड़ गए। इसी बीच जांच करने गई पुलिस टीम पर दबंग पूर्व प्रधान के लड़के मय साथियों के साथ हमला कर दिया। एक सिपाही कर्मवीर सिंह के पैर पर डंडे से वार कर दिया जिससे सिपाही कर्मवीर सिंह गंभीर रूप से घायल हो गया। और वही गिर गया। जिसकी सूचना तत्काल घटना की सूचना मानपुर थाने को दी गई। जहाँ एसपी मीटिंग ले रहे थे। सूचना पर पुलिस महकमे में हड़कंप मच गया। कई थानों की फोर्स मौके पर पहुंच गई पुलिस टीम पर हमला करने वाले व अन्य सहयोगी लोगों को गिरफ्तार कर लिया गया है। पुलिस ने गंभीर धाराओं में मुकदमा दर्ज कर 18 लोगों को हिरासत में लिया है और घायल सिपाही सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र बिसवां से जिला अस्पताल पहुंचाया गया। जहां कांस्टेबल का उपचार चल रहा है डॉक्टरों ने पैर में फ्रैक्चर होने की आशंका जताई है। पूर्व प्रधान पुत्र व उनके सहयोगियों द्वारा जानलेवा हमला के बाद पुलिस पूरी तरह हरकत में आ गई। दूसरे दिन भी फूलपुर गांव पूरी तरह छावनी में तब्दील रहा। जबकि प्रधान श्यामसुन्दरी पत्नी रामआसरे का जेसीबी से पुलिस द्वारा मकान ढहा दिया गया है। इस दौरान इंस्पेक्टर मानपुर राय साहब द्विवेदी मय पुलिस बल व अन्य कई थानों की पुलिस समेत पीएसी के जवान भी फूलपुर गांव में तैनात रहे। यहां के 14 अभियुक्तों में सुनील पुत्र रामआसरे, रेखा पुत्री रामआसरे, अमीना पत्नी रसीद अली, रेहाना पत्नी खलील, हारून पुत्र रसीद अली, याकूब पुत्र रसीद अली, संजय पुत्र सेवन, नागेश्वर पुत्र नत्थाराम व रामौतार पुत्र नत्था समेत 9 अभियुक्तों को पुलिस हिरासत में लेकर जेल भेजने की कार्रवाई कर रही है। जबकि पुलिस द्वारा 5 अभियुक्तों की तलाश जोरों पर जारी है। इस घटना की निंदा इलाके के लोगों में जोरों से की जा रही है। सूत्र बताते हैं कि अपने बचाव के लिए पूर्व प्रधान पक्ष के कुछ लोग मौजूदा एक बसपा विधायक के यहां पर इस दौरान डेरा डाले हुए थे। लेकिन विधायक की एक न चली। घटना को लेकर पुलिसिया कार्यवाही के चलते गांव व आस-पास के इलाके में अराजक तत्वों में दहशत का माहौल बना हुआ है।