लखनऊ के गोमतीनगर में डॉक्टर की पत्नी की घर में ही हत्या करके भागा आरोपी गुलफाम बढ़ई गिरफ्तार हुआ।

लखनऊ के गोमतीनगर में गत दिवस दोपहर घर के अंदर काम कर रहे बढ़ई गुलफाम ने आईटीसी कंपनी के स्टॉकिस्ट डॉ. हर्ष अग्रवाल की पत्नी रुचि की चाकू से ताबड़तोड़ वार कर हत्या कर दिया था।
लखनऊ के गोमतीनगर में डॉक्टर की पत्नी की घर में ही हत्या करके भागा आरोपी गुलफाम बढ़ई गिरफ्तार हुआ।

डा. शक्ति कुमार पाण्डेय
विशेष संवाददाता
ग्लोबल भारत न्यूज नेटवर्क

लखनऊ, 1 अप्रैल।

लखनऊ के गोमतीनगर में डॉक्टर की पत्नी की घर में ही हत्या करके भागा आरोपी गुलफाम बढ़ई गिरफ्तार हुआ।

लखनऊ के गोमतीनगर में गत दिवस दोपहर घर के अंदर ही बढ़ई गुलफाम ने आईटीसी कंपनी के स्टॉकिस्ट डॉ. हर्ष अग्रवाल की पत्नी रुचि (38) की चाकू से ताबड़तोड़ वार कर हत्या कर दी।

गुलफाम नाम का बढ़ई दो महीने पहले से ही हर्ष अग्रवाल के घर में काम कर रहा था। गत दिवस उसने हर्ष की पत्नी रुचि से दुकान खोलने के लिए अतिरिक्त रुपए की मांग किया था। मना करने से नाराज बढ़ई दोपहर में घर में घुसा और रुचि की बेटी वामिका के गले पर चाकू रखकर रुपए देने को कहने लगा। इस पर वह बढ़ई गुलफाम से भिड़ गई। गुलफाम ने रुचि पर चाकू से वार कर दिया। उसकी चीख सुनकर गुलफाम पर पालतू कुत्ते ने भी हमला बोल दिया। लेकिन घायल होने के बाद भी गुलफाम भाग निकला।

गोमतीनगर थाने की पुलिस ने टीम गठित कर बाद में रात को गुलफाम को गिरफ्तार कर लिया।

हत्या का विवरण देते हुए पुलिस ने बताया कि मूल रूप से गणेशगंज निवासी डॉ. हर्ष अग्रवाल चार महीने से पत्नी रुचि, बेटी प्रियांशी, वामिका और नौकर नंदलाल के साथ विश्वासखंड 1/39 में रह रहे थे। एमबीबीएस करने के बाद हर्ष डॉक्टरी की प्रैक्टिस करने के बजाए आईटीसी कम्पनी से जुड़ गए थे। उन्होंने घर का फर्नीचर बनवाने के लिए ठेकेदार कमरुद्दीन की मदद से गुलफाम को काम पर रखा था। ढाई महीने से गुलफाम और उसका साथी तलामुद्दीन घर पर काम कर रहे थे।

बुधवार सुबह हर्ष ट्रांसपोर्ट नगर स्थित दफ्तर चले गए। दोपहर करीब ढाई बजे रुचि ने पति को फोन पर बात किया था। उस वक्त रुचि दूसरी मंजिल पर बने कमरे में में मौजूद थीं। थोड़ी देर बाद गुलफाम कमरे में पहुंच गया। वह रुचि से रुपए मांगने लगा। रुचि ने हर्ष के घर आने के बाद बात करने के लिए कहा। यह सुनते ही गुलफाम ने चाकू निकाल लिया।

बढ़ई के हाथ में चाकू देख रुचि चीख पड़ी। उनके हाथ से मोबाइल छूटकर जमीन पर गिर पड़ा। मां की चीख सुनकर बेटियां प्रियांशी और वामिका कमरे में पहुंची। प्रियांशी वहां से चली गई थी, जबकि वामिका को गुलफाम ने पकड़ लिया था। इस पर ही रुचि उससे भिड़ गई और बढ़ई ने उनकी हत्या कर दी।