मोबाइल को लेकर पति पत्नी के बीच घरेलू कलह के चलते पूरा परिवार तबाह

पुलिस ने तीनों को उपचार के लिए जिला अस्पताल ले कर आई, जहां चिकित्सकों ने वैष्णवी और बेटी वैशाली को मृत घोषित कर दिया। वहीं, छोटू की हालत गंभीर बनी हुई है, जिसे उपचार के लिए झांसी मेडिकल कॉलेज रेफर कर दिया गया। लोगों ने बताया कि वैष्णवी को ऐसा फैसला नहीं लेना चाहिए था। कम से कम बच्चों का तो मुंह देख लेती तो शायद यह दिन नहीं देखना पड़ता।
 
जहर
पत्नी ने पहले बच्चों की हत्या की फिर खुद खा लिया जहर, महिला और उसकी बेटी की मौत बेटे की हालत गंभीर

ग्लोबल भारत न्यूज नेटवर्क

क्राइम, 04 सितंबर:- उत्तर प्रदेश के ललितपुर जिले में एक दर्दनाक घटना सामने आई है, यहां मोबाइल को लेकर घरेलू कलह के चलते पूरा परिवार तबाह हो गया। सदर कोतवाली क्षेत्र में रविवार को पत्नी का पति से झगड़ा होने के बाद महिला ने अपने दो बच्चों के साथ आत्महत्या करने की कोशिश की, जिसमें महिला और उसकी बेटी की मौत हो गई, जबकि बेटे की हालत गंभीर बनी हुई है, जिसे प्राथमिक उपचार के लिए झांसी मेडिकल कॉलेज रेफर कर दिया गया है। घटना की जानकारी मिलने पर पुलिस अधिकारी मौके पर पहुंचे और मामले की जांच में जुट गये हैं और यह तहकीकात की जा रही है कि पति और पत्नी के बीच झगड़े का कोई और कारण तो नहीं है।

पूरा मामला- बताया जा रहा है कि बीते रोज ससुराल से लौटकर आई 25 वर्षीय वैष्णवी का रविवार की सुबह उसके पति कल्लू लोधी से मोबाइल को लेकर विवाद हो गया था। इस झगड़े के दौरान पति कल्लू काम करने के लिए घर से चला गया। कल्लू के घर से जाने के बाद वैष्णवी ने गुस्से में आकर अपनी 6 वर्षीय बेटी वैशाली व करीब 3 वर्षीय पुत्र छोटू उर्फ अब्बू को जहर दे दिया और स्वयं भी जहर का खा लिया। पुलिस अधीक्षक मोहमद मुस्ताक के मुताबिक, सदर कोतवाली के मोहल्ला माथुरा नगर में कल्लू अपनी पत्नी की उम्र 25 वर्ष, वैष्णवी और बेटी वैशाली जिसकी उम्र 6 वर्ष और बेटा छोटू 3 वर्ष के साथ रहता है।

पुलिस अधीक्षक मोहमद मुस्ताक ने बताया- उन्होंने बताया कि पति कल्लू पल्लेदारी का काम करता है, रविवार को दोपहर के समय पति और पत्नी के बीच मोबाइल को लेकर झगड़ा हुआ। पति-पत्नी के बीच काफी वाद-विवाद हुआ, इसके बाद कल्लू इलाके के मंडी में काम करने चला गया। पति कल्लू के मंडी में जाने के बाद पत्नी वैष्णवी ने अपने दोनों बच्चों को जहर खिला दिया। इसके साथ उसने भी जहर खा लिया, जिसके बाद तीनों की हालत बिगड़ने पर जेठानी और पड़ोसियों ने तुरंत पुलिस को सूचना दी और तीनों को अस्पताल पहुंचाया गया। पुलिस अधीक्षक ने बताया कि मौके पर पहुंची, पुलिस ने तीनों को उपचार के लिए जिला अस्पताल ले कर आई, जहां चिकित्सकों ने वैष्णवी और बेटी वैशाली को मृत घोषित कर दिया। वहीं, छोटू की हालत गंभीर बनी हुई है, जिसे उपचार के लिए झांसी मेडिकल कॉलेज रेफर कर दिया गया। लोगों ने बताया कि वैष्णवी को ऐसा फैसला नहीं लेना चाहिए था। कम से कम बच्चों का तो मुंह देख लेती तो शायद यह दिन नहीं देखना पड़ता। इधर सूचना मिलने पर पुलिस ने मौके पर पहुंच कर पड़ताल शुरू कर दी है।