कानपुर में आठ पुलिसकर्मियों की शहादत प्रदेश मे जंगलराज का पर्याप्त सबूत-मोना

 
ग्लोबल भारत न्यूज़ नेटवर्क
रिपोर्ट-राजीव तिवारी(संवाददाता)
3 जुलाई, प्रतापगढ-कांग्रेस विधानमंडल 
 दल की नेता ने मृतक शहीद पुलिसकर्मियों के लिए सरकार से दो-दो करोड़ मुआवजे व आश्रित को सेवायोजित की उठाई आवाज, कोरोना पर भी सूबे की सरकार को लिया आडे हाथ
प्रियंका के मुददे पर बोली आराधना-यह भाजपा की प्रियंका को लेकर बौखलाहट और सुनियोजित साजिश का हिस्सा

नगर स्थित कैम्प कार्यालय पर प्रेसवार्ता करती कांग्रेस विधानमंडल दल की नेता आराधना मिश्रा मोना
लालगंज, प्रतापगढ़। कांग्रेस विधानमण्डल दल की नेता आराधना मिश्रा मोना ने कानपुर जिले मे सीओ समेत आठ पुलिसकर्मियों की निर्मम हत्या को दुखद तथा प्रदेश की कानून और व्यवस्था के लिए अत्यन्त चिंताजनक करार दिया है। वहीं प्रयागराज मे एक ही परिवार के चार चार लोगों की भी बर्बर हत्या को दिल दहला देने वाली घटना ठहराते हुए कहा कि इन घटनाओ से यह साबित हो गया है कि प्रदेश मे जंगलराज व्याप्त हो गया है। शुक्रवार को नगर स्थित कैम्प कार्यालय पर हुई पत्रकार वार्ता मे विधानमण्डल दल कांग्रेस की नेता आराधना मिश्रा मोना ने कहा कि कानपुर के विकरू गांव मे सीओ देवेन्द्र मिश्रा और थानाध्यक्ष महेश यादव के साथ प्रतापगढ़ के भी जाबांज उपनिरीक्षक अनूप सिंह समेत आठ पुलिसकर्मियो की शहादत यूपी मे कानून और व्यवस्था की जर्जर स्थिति बयान करने के लिए पर्याप्त है। विधायक दल की नेता आराधना मिश्रा ने प्रदेश के मुख्यमंत्री से कानपुर की घटना को अपराधियो के खिलाफ निर्णायक कदम उठाने को कहा है ताकि प्रदेश की जनता का भरोसा कानून व व्यवस्था पर बना रहे और पुलिसकर्मियो का भी मनोबल बढ़े। उन्होने जिले के मान्धाता के बेलखरी निवासी उपनिरीक्षक अनूप सिंह की भी शहादत को नमन करते हुए प्रत्येक शहीदों के परिवार को प्रदेश सरकार की ओर से दो दो करोड रूपये की आर्थिक सहायता मुआवजे के रूप मे दिये जाने के साथ इन शहीद परिवारो के आश्रित को योग्यतानुसार सरकारी नौकरी दिये जाने की भी सरकार से मांग की है। विधायक आराधना मिश्रा मोना ने सरकार से यह भी कहा है कि कानपुर की घटना मे जो अन्य पुलिसकर्मी घायल हुए है, उनका देश के जिस भी हिस्से मे बेहतर इलाज हो सके, ऐसे घायलो को एयरलिफ्ट करके उपचार का प्रभावी बंदोबस्त करे। सीएलपी नेता मोना ने शहीद परिजनो को सरकारी नौकरी के लिए सरकार से किसी भी आडे आ रहे नियम को शिथिल करते हुए बालिग आश्रित के योग्य होने तक प्रतीक्षा कर सेवा मे समायोजित किये जाने पर भी जोर दिया। प्रेस वार्ता के दौरान कोरोना महामारी का जिक्र करते हुए कांग्रेस विधानमंडल दल की नेता मोना ने मोदी सरकार को आडे हाथो लिया कि जनवरी 2020 से सरकार ने अंर्तराष्ट्रीय उडानो को बंद न करते हुए जिस तरह से नमस्ते ट्रंप की जिद पर अडी रही और बिना सप्ताह भर का समय दिये मजदूरो तथा छात्रो व आम नागरिको को अपने घरो तक सुरक्षित पहुंचने का प्रबन्ध नही किया उससे ही आज कोरोना भयावह स्थिति मे पहुंच गया है। अपने निर्वाचन क्षेत्र रामपुरखास मे कोरोना के संकटकाल मे स्वयं तथा पूर्व राज्यसभा सदस्य प्रमोद तिवारी के निजी खर्च एवं संसाधन प्रत्येक गांव व मजरे मे फागिंग व सेनिटराइजेशन को प्रदेश का मिसाल ठहराया। उन्होने कहा कि बाबा घुइसरनाथ की कृपा से रामपुर खास परिवार के एक एक सदस्य को सुरक्षित बनाए रखने के लिए वह और प्रमोद तिवारी निरंतर अभियान जारी रखे हुए है। उन्होनें बतौर उदाहरण बताया कि कोरोना काल मे निजी खर्च व संसाधन का प्रबन्ध कर रामपुरखास के देश के विभिन्न हिस्सों से लाकडाउन के दौरान फंसे लोगो को सुरक्षित रामपुरखास वापस बुलवा लिया जाना भी इस क्षेत्र की एक बडी सफलता है। विधायक आराधना मिश्रा मोना ने कहा कि प्रतापगढ़ अथवा लालगंज हर जगह टेस्टिंग की बेहतर व्यवस्था सुनिश्चित कराकर लोगों को संक्रमण से बचाए जाने का भी मजबूत मिशन रामपुरखास की दूरदृष्टिता रही। उन्होने लालगंज नगर के ट्रामा सेंटर की भी उपयोगिता साबित होने पर इसकी स्थापना के लिए किये गये संघर्ष का जिक्र करते हुए कहा कि जिस तरह से ट्रामा सेंटर अब तक तीन दर्जन से अधिक लोगो को संक्रमण से मुक्त कर घर भेजवा सका है, इससे रामपुरखास के आत्मनिर्भर होकर कोरोना से लडने और विजय हासिल करने का भी लक्ष्य पूरा हो सका। कांग्रेस विधानमंडल दल की नेता आराधना मिश्रा मोना ने कोरोना को देखते हुए रामपुरखास के लोगों के सुरक्षा के लिए लगातार मॉस्क व सेनेटराइजर वितरण के अभियान को भी जारी रखे जाने की जानकारी भी दी। सीएलपी नेता आराधना मिश्रा मोना ने प्रदेश के मुख्यमंत्री से कहा है कि संक्रमण पर नियंत्रण के साथ प्रदेश मे विकास के कार्यो मे सरकार गति लाये। उन्होनें कांग्रेस द्वारा शुरू की गई मनरेगा योजना को मजदूरो द्वारा ही कार्य संपादित कराते हुए इस योजना को गरीबो का सहारा बनाए जाने पर जोर दिया। वहीं विधायक मोना ने आम आदमी तक निशुल्क राशन पहुंचाने की भी सरकार से जिम्मेदारी लेते हुए मनरेगा के जरिये अधूरी सड़को को पूरा कराए जाने और नहर व कुलाबो की सफाई तथा नयी सड़क परियोजना की मंजूरी के जरिए मजदूरो के हाथ को रोजगार देने के साथ इसे विकासपरक बनाए जाने पर जोर दिया। मनरेगा योजना की लगातार सफलता को लेकर आराधना मिश्रा मोना ने मोदी सरकार पर तंज भी कसा कि जिसे पीएम ने कांग्रेस की नाकामियो का स्मारक कहकर आलोचना की थी, यही मनरेगा आज देश के गरीब तबके के जीवनयापन का सबसे बड़ी सफल आधारगत योजना साबित हो रही है। कांग्रेस की राष्ट्रीय महासचिव प्रियंका गांधी के केंद्र सरकार द्वारा दिल्ली आवास को खाली कराए जाने की नोटिस के सवाल के जबाब मे कांग्रेस विधानमण्डल दल की नेता मोना ने कहा कि पहले केन्द्र सरकार ने खतरों को नजर अंदाज कर प्रियंका गांधी की एसपीजी सुविधा वापस ली और अब आवास को खाली कराकर वह भाजपा की सुनियोजित साजिश को बयां कर रही है। उन्होने कहा कि जिस तरह से जनता से जुडे तथा राष्ट्रीय मुददो पर प्रियंका गांधी सरकार से सवाल उठा रही है ऐसे मे भाजपा प्रियंका को लेकर बौखलाहट मे है। जनता के प्रति प्रियंका के सवालो की जबाबदेही न स्वीकार कर जिस प्रियंका गांधी के परिवार ने देश को स्वराज भवन दान दे दिया हो, उस परिवार की प्रियंका गांधी का घर खाली कराने मे भाजपा हताशा का परिचय दे रही है। वार्ता के दौरान मीडिया प्रभारी ज्ञानप्रकाश शुक्ल, प्रतिनिधि भगवती प्रसाद तिवारी, राममिलन तिवारी, चेयरपर्सन प्रतिनिधि संतोष द्विवेदी, ब्लाक प्रमुख ददन सिंह, आशीष उपाध्याय, रोहित शुक्ल भी मौजूद रहे।