लखनऊ के हाई सिक्योरिटी जोन में रेलवे के डिप्टी चीफ इंजीनियर के घर पर नौकर की गला काटकर हत्या।

पुनीत कुमार रेलवे में डिप्टी चीफ इंजीनियर हैं और कैंट इलाके में रहते हैं। नौकर ब्रजमोहन (32) रेलवे कॉलोनी में आवंटित आवास में रहता था। बीते पांच सालों से उनके यहां काम करता था।
 
लखनऊ के हाई सिक्योरिटी जोन में रेलवे के डिप्टी चीफ इंजीनियर के घर पर नौकर की गला काटकर हत्या।

डा. शक्ति कुमार पाण्डेय
विशेष संवाददाता
ग्लोबल भारत न्यूज नेटवर्क

लखनऊ, 26 मार्च।

लखनऊ के हाई सिक्योरिटी जोन में रेलवे के डिप्टी चीफ इंजीनियर के घर पर नौकर की गला काटकर हत्या कर दी गई। उसके दोनों हाथ बंधे हुए पाए गए।

सूचना पाकर पहुंची पुलिस ने पड़ताल शुरू कर दी है। डॉग स्क्वॉयड व फॉरेंसिक टीम ने भी साक्ष्य जुटाए हैं।

पुनीत कुमार रेलवे में डिप्टी चीफ इंजीनियर के पद पर तैनात हैं। वे कैंट इलाके में रहते हैं। उनका नौकर ब्रजमोहन (32) रेलवे कॉलोनी में आवंटित आवास में रहता था। बीते पांच सालों से उनके यहां काम करता था। वह फिरोजाबाद जिले के कोल्हामाई का रहने वाला था।

इंजीनियर पुनीत के पड़ोसी के नौकर विनय कुमार तिवारी ने उनके घर के बाहर खून देखा तो उसने लोगों को सूचना दी। इसके बाद पुलिस को सूचना दी गई थी।

विनय ने बताया कि वह दोपहर में पान मसाला खाने के लिए घर से बाहर निकला था। वह सीढ़ियों पर चढ़ रहा था तो उसे खून दिखा। उसने अपने मालिक की पत्नी को बताया।

उन्होंने पुलिस को सूचना दी। लोग जब पुनीत के घर में पहुंचे तो ब्रजमोहन का शव पड़ा मिला। उसके दोनों हाथ बंधे हुए थे।

मारे गए युवक का हाथ और पैर बंधा हुआ था। गले पर निशान हैं। कमरा बिल्कुल यथावत है। कोई आपसी रंजिश का मामला लगता है।

जांच में पता चला है कि दोपहर एक बजे इंजीनियर के घर से कोई आया था। उसको लंच बृजमोहन ने ही दिया था। इसका मतलब यह है कि एक बजे के बाद बृजमोहन की हत्या की गई है।

पुलिस कमिश्नर डीके ठाकुर का कहना है कि एक बजे के करीब इंजीनियर का ड्राइवर लंच लेने आया था। तब घर पर दूसरे कमरे में इंजीनियर के फूफा ड्राइंग रूम में मौजूद थे। उन्हे कम सुनाई पड़ता है। उन्होंने अपना एक दरवाजा अंदर से बंद कर रखा था और उस रूम का दूसरा जो एंट्री गेट है, उसको बाहर से बंद कर दिया गया था।

नौकर के बगल में पानी को गर्म करने वाली रॉड पड़ी थी। इसको गर्म करके मृतक के गले पर लगाए जाने की आशंका है।

माना जा रहा है कि नौकर के परिचित लोगों ने ही घटना को अंजाम दिया है। संभव है कि रुपए के बंटवारे के समय विवाद हुआ और हत्या कर दी गई।

पुनीत मूलतः शाहजहांपुर के रहने वाले हैं। उनका परिवार वहीं पर है। सरकारी आवास में पुनीत और उनके फूफा ही मौजूदा समय पर रह रहे थे। जब घटना हुई पुनीत ऑफिस में थे।