नोएडा में साइबर इकोनामिक फ्रॉड के मामले में यूपी एटीएस ने दो चीनी नागरिकों को गिरफ्तार किया।

एडीजी कानून-व्यवस्था प्रशांत कुमार ने बताया कि पोचंली टेंगली और जू जुंफी आपराधिक गतिविधियों के लिए फर्जी आईडी और सिम कार्ड से ऑनलाइन खाते खोलकर लेनदेन कर रहे थे।
 
नोएडा में साइबर इकोनामिक फ्रॉड के मामले में यूपी एटीएस ने दो चीनी नागरिकों को गिरफ्तार किया।

डा. एस. के. पाण्डेय
राज्य संवाददाता
ग्लोबल भारत न्यूज नेटवर्क

लखनऊ, 25 जनवरी।
नोएडा में साइबर इकोनामिक फ्रॉड के मामले में उत्तर प्रदेश आतंकवाद निरोधक दस्ता (यूपी एटीएस) ने दो चीनी नागरिकों को गिरफ्तार किया है।

इन चीनी नागरिकों के नाम पोचंली टेंगली और जू जुंफी है। ये आपराधिक गतिविधियों के लिए फर्जी आइडी से सिम कार्ड हासिल करके और ऑनलाइन खाते खोलकर लेनदेन कर रहे थे।

यूपी एटीएस इनके टेरर फंडिंग और हवाला नेटवर्क के लिंक भी तलाश रही है।

यूपी एटीएस की शुरूआती पूंछताछ में सामने आया है कि दोनों चीनी नागरिक विभिन्न डिस्टीब्यूटरों और रिटेलरों के माध्यम से प्रीएक्टीवेटेड सिम कार्ड प्राप्त करते थे, और प्रीएक्टीवेटेड सिम गुरुग्राम स्थित एक होटल के चीनी मालिक के निर्देश पर चीनी मैनेजर को उपलब्ध कराते थे। इनमें से एक चीन में रहता है, जिससे अभियुक्त वीचैक ऐप के माध्यम से जुड़े थे।

एडीजी कानून-व्यवस्था प्रशांत कुमार ने बताया कि एटीएस ने जिन दो चीनी नागरिकों को पकड़ा गया है, उन्होंने विदेशी मैनेजर को एक हजार सिम कार्ड उपलब्ध कराए हैं।

इसके अलावा डेढ़ सौ भारतीय नंबरों पर वॉट्सएप रजिस्ट्रेशन के लिए वन टाइम पासवर्ड (ओटीपी) चीनी नागरिकों से शेयर किया गया।

ये गिरोह बनाकर फर्जी आईडी से सिम कार्ड हासिल करते थे। उस प्री-एक्टिवेटेड सिम कार्ड से विभिन्न बैंकों में ऑनलाइन खाते खोलते थे। फिर आपराधिक गतिविधियों से प्राप्त धनराशि को उन खातों में डालकर कुछ ही समय में कार्डलेस ट्रांजेक्शन कर लेते थे।

एडीजी कानून-व्यवस्था प्रशांत कुमार ने बताया कि इस मामले में अन्य जांच एजेंसियों की मदद लेकर पता लगाया जा रहा है कि इन पैसों का किस काम में प्रयोग हो रहा है।

अब चूंकि चीनी नागरिकों की गिरफ्तारी हुई है, इसलिए चीनी दूतावास को भी सूचना दी जा रही है।

एडीजी ने बताया कि इनमें से ली टेंगली का बिजनेस वीजा सितंबर, 2020, जबकि जुंफू उर्फ जूली का वीजा अगस्त, 2020 में समाप्त हो चुका है। अब एटीएस होटल मालिक विदेशी दंपति और मैनेजर की तलाश में जुटी है।

उल्लेखनीय है कि यूपी एटीएस ने पिछले सप्ताह वितरकों-रिटेलरों से प्री-एक्टिवेटेड सिम कार्ड लेकर दिल्ली में बेचने वाले प्रेम सिंह समेत 14 शातिरों को भी दबोचा था।

एटीएस ने पिछले शनिवार को मुरादाबाद, अमरोहा, संभल सहित दिल्ली में छापेमारी की थी। इस गिरोह में विदेशी नागरिकों को शामिल होने की आशंका के बाद लुकआउट नोटिस जारी किया गया था।

पूंछताछ में सामने आया है कि दिल्ली में इस तरह के करीब 1500 सिम बेचे गए हैं और करीब पचास लाख रुपये ट्रांजेक्शन की भी बात सामने आ रही है।