हनीट्रैप में फंसाकर पैसा वसूलने वाली शातिर लड़कियों तबस्सुम और कहकशां के गिरोह का पर्दाफाश।

शातिर महिला तबस्सुम फातिमा द्वारा डाक्टर अखिलेश चौबे को फर्जी प्रेमजाल में फंसाकर ट्रैप करके पैसा वसूलने का प्रयास किया गया लेकिन डाक्टर किसी तरह बचकर भाग निकला।
 
हनीट्रैप में फंसाकर पैसा वसूलने वाली शातिर लड़कियों तबस्सुम और कहकशां के गिरोह का पर्दाफाश।

डा. एस. के. पाण्डेय
राज्य संवाददाता
ग्लोबल भारत न्यूज नेटवर्क

लखनऊ, 11 दिसम्बर।
लखनऊ के चिनहट थाने की पुलिस टीम ने शातिर लड़कियों तबस्सुम और कहकशां के गिरोह का पर्दाफाश किया है जो लोगों को हनीट्रैप में फंसाकर पैसा वसूलती हैं।

शातिर महिला तबस्सुम फातिमा द्वारा डाक्टर अखिलेश चौबे को फर्जी प्रेमजाल में फंसाकर ट्रैप करके पैसा वसूलने का प्रयास किया गया लेकिन डाक्टर किसी तरह बचकर भाग निकला।

तबस्सुम ने पहले अपनी बहन कहकशां खान की अश्लील तस्वीरें दिखाकर डाक्टर को ओमेक्स के एक फ्लैट पर बुलाया। जहां डॉक्टर को बंधक बनाकर अश्लील वीडियो बनाया व फोटो खींचे। इसे सोशल मीडिया में वायरल करने की धमकी देकर 30 लाख की मांग की गई।

इस संबंध में विभूतिखंड पुलिस ने एक युवती समेत दो लोगों को गिरफ्तार कर लिया है। पुलिस का कहना है कि गिरोह के फरार पांच सदस्यों की तलाश में दबिश दी जा रही है। गिरोह काफी बड़ा है और शहर में कई लोगों को हनी ट्रैप का शिकार बना चुका है।

संयुक्त पुलिस आयुक्त अपराध नीलाब्जा चौधरी के मुताबिक, गुडंबा के कल्याणपुर निवासी अखिलेश चौबे दांताें के डॉक्टर हैं। उससे तबस्सुम ने सोशल मीडिया पर दोस्ती किया।
दोनों के बीच अश्लील चैटिंग के रिकॉर्ड मिले हैं।

तबस्सुम गिरोह के एक सरगना आदिल की पत्नी है। वारदात से पहले चैटिंग के दौरान ही सना ने अपनी बहन कहकशां की कुछ अश्लील तस्वीरें और वीडियो डॉ. अखिलेश को भेजी।

जाल में फंसाने के बाद ही सना ने एक दिसंबर की रात को डॉ. अखिलेश को कॉल कर ओमेक्स बिल्डिंग फेस-2 में फ्लैट नंबर 1302 में आने को कहा।

फ्लैट पर पहुंचने के बाद कुछ देर तक सना ने डॉक्टर को बातों में उलझाए रखा। बाद में शराब पिलाकर अश्लील वीडियो बना लिया।

एसीपी विभूतिखंड स्वतंत्र सिंह ने बताया कि इसके बाद डॉक्टर के पास रखे 30 हजार नकद व चार एटीएम कार्ड भी छीन लिए। पासवर्ड गलत होने के चलते आरोपी एटीएम से पैसे नहीं निकाल सके। इससे चिढ़कर तबस्सुम के अपने पुरुष साथियों को बुला लिया और डॉक्टर की पिटाई की।

एसीपी विभूतिखंड ने बताया कि गिरोह ने अश्लील वीडियो व फोटो सोशल मीडिया पर वायरल करने की धमकी देकर डॉक्टर से 30 लाख रुपये मांगा। गिड़गिड़ाने पर भी जब आरोपी नहीं माने तो डॉक्टर ने कई परिचितों को फोन कर मदद मांगी, लेकिन कोई भी इतनी बड़ी रकम देने को तैयार नहीं हुआ।

इसी क्रम में डाक्टर अखिलेश चौबे की बात टेढ़ी पुलिया के पास रहने वाले डॉ. संतोष राय से हुई और वे दो लाख रुपये देने को राजी हुए।

पुलिस के अनुसार, गिरोह के दो गुर्गे डॉ. अखिलेश को उनकी ही कार से टेढ़ी पुलिया ले गए। निगरानी के लिए पीछे-पीछे बाइक से एक और गुर्गा चल रहा था। तय स्थान पर पहुंचने के बाद डॉ. अखिलेश ने साथी डॉ. संतोष राय से मुलाकात की। बातचीत के दौरान ही मौका पाकर दोनों विकास नगर थाने की ओर भाग निकले। थाने से पहले ही पुलिस की जीप देखकर दोनों का पीछा कर रहे आरोपी भाग निकले।

इसके बाद पीड़ित ने विभूतिखंड थाने पहुुंचकर पुलिस को पूरी घटना बताई। मामले की जांच में जुटी पुलिस को बृहस्पतिवार को सफलता मिली और गिरोह के दो सदस्यों को गिरफ्तार कर लिया। गिरोह के अन्य पांच सदस्यों की तलाश में पुलिस दबिश दे रही है।

पुलिस के अनुसार, गिरोह में शामिल युवतियां अलग-अलग नामों से लोगों से दोस्ती करती हैं। गिरफ्तार युवती ने बताया कि उनका गिरोह कई लोगों को शिकार बना चुका है। गिरोह का नेटवर्क उत्तर प्रदेश के अलावा दिल्ली, पुणे, महाराष्ट्र, हैदराबाद, इंदौर, भोपाल, रायपुर व गुड़गांव में भी फैला है।

गिरोह की महिलाएं बिल्डर, चिकित्सक, बड़े कारोबारी और अधिकारियों को जाल में फंसाकर खाली फ्लैट या महंगे होटल में बुलाती हैं। इसके बाद अश्लील वीडियो व फोटो बनाकर गिरोह मोटी रकम वसूलता है। गिरोह हनी ट्रैपिंग, अपहरण कर फिरौती मांगने और रंगदारी का काम करता है।

गिरोह का पर्दाफाश करने वाली टीम में शामिल हैं – चिनहट के प्रभारी निरीक्षक विभूतिखंड संजय शुक्ला, निरीक्षक मो. अशरफ, क्राइम ब्रांच के अशोक कुमार, एसआई रणविजय सिंह, प्रवीण कुमार गौतम, अमित कुमार सिंह, अमरेंद्र यादव, जय प्रकाश, हेड कांस्टेबल अरूण कुमार, अनिल कुमार उपाध्याय, कांस्टेबल रविंद्र कुमार, संदीप जायसवाल, कुलबंत, सुनील कुमार कुशवाहा और श्वेता चौहान।