प्रापर्टी डीलर के विरुद्ध धोखाधड़ी और हत्या का मुकदमा दर्ज नहीं होने पर ग्रामीणों ने थाने के सामने हंगामा किया।

सोशल मीडिया पर मामला वायरल होने के बाद लखनऊ के पुलिस कमिश्नर डीके ठाकुर ने एडीसीपी दक्षिणी को मुकदमा दर्ज कराने के आदेश दिए। मुकदमा दर्ज होने पर मामला शांत हुआ।
 
प्रापर्टी डीलर के विरुद्ध धोखाधड़ी और हत्या का मुकदमा दर्ज नहीं होने पर ग्रामीणों ने थाने के सामने हंगामा किया।

डाo शक्ति कुमार पाण्डेय
विशेष संवाददाता
ग्लोबल भारत न्यूज नेटवर्क

लखनऊ, 12 मई।

प्रापर्टी डीलर के विरुद्ध धोखाधड़ी और हत्या का मुकदमा दर्ज नहीं होने पर ग्रामीणों ने थाने के सामने हंगामा किया।

सोशल मीडिया पर मामला वायरल होने के बाद लखनऊ के पुलिस कमिश्नर डीके ठाकुर ने एडीसीपी दक्षिणी को मुकदमा दर्ज कराने के आदेश दिए। मुकदमा दर्ज होने पर मामला शांत हुआ।

गोसाईंगंज बाजार के समीप मोहम्मदपुर गढ़ी गांव के बाहर रेल ट्रैक पर मंगलवार सुबह एक युवक का संदिग्ध परिस्थितियों में शव पड़ा मिला।

पुलिस ने शव की पहचान करने के बाद मृतक के परिवारीजनों को घटना की सूचना दी। मौके पर पहुंचे परिवारीजन इलाके के एक प्रॉपर्टी डीलर और उसके साथियों पर हत्या का आरोप लगाकर हंगामा करने लगे। अन्ततः अधिकारियों के हस्तक्षेप पर पुलिस ने हत्या का मुकदमा दर्ज कर लिया।

गोसाईंगंज के गोमीखेड़ा निवासी ननकऊ यादव के अनुसार, उनके बड़े भाई केशन (45) को मोहम्मदपुर गढ़ी निवासी प्रॉपर्टी डीलर मोहित कुमार ने शराब के नशे में ले जाकर कीमती जमीन का बैनामा मोहम्मदपुर गढ़ी निवासी रामप्रकाश व सावित्री के नाम करा दिया। थोड़ा पैसा देकर बाकी धनराशि घर आकर देने की बात कही, लेकिन पैसे नहीं दिए।

आरोप है कि सोमवार को भाई केशन को डीलर मोहित ने पैसे देने के लिए बुलाया। वे पैसे लेने के लिए निकले, लेकिन देर रात तक घर नहीं लौटे।

ननकऊ ने कहा कि मंगलवार की भोर तीन बजे पुलिस ने भाई केशन का शव मोहम्मपुरगढी गांव के रेल ट्रैक पर पड़े होने की सूचना दिया।

मृतक के भाई ननकऊ का आरोप है कि बकाया पैसे न देने के लिए धोखे से उसके भाई केशन को अपने घर बुलाकर प्रॉपर्टी डीलर मोहित कुमार ने गांव के ही रामप्रकाश, सावित्री देवी, गुलाब सिंह, सुधीर कुमार, सुधाकर सिंह व अमेठी निवासी आदित्य साहू के साथ मिलकर हत्या कर दी, और घटना को आत्महत्या का रूप देने के लिए शव रेल ट्रैक पर फेंक दिया।

ननकऊ ने बताया कि प्रॉपर्टी डीलर मोहित कुमार की भाई केशन की बेशकीमती जमीन पर काफी दिन से नजर थी। मृतक की शराब पीने की आदत का फायदा उठाकर पहले तो अपने घर रखकर कई दिनों तक जमकर शराब पिलाता रहा।

उसके बाद एक दिन नशे में धुत कर केशन को राशनकार्ड बनवाने के बहाने मोहनलालगंज तहसील ले जाकर जालसाजी व धोखाधड़ी कर पहली बार में सात बिस्वा व दूसरी बार में आठ बिस्वा जमीन अपने गांव के रामप्रकाश व सावित्री देवी के नाम बैनामा करा दी।

एक बैनामा में गुलाब सिंह व सुधीर कुमार व दूसरे में सुधाकर सिंह पटेल व आदित्य साहू ने गवाही दी है। पूरी जमीन के बदले मात्र एक लाख का चेक थमाया। बैनामा होने के बाद मोहित ने उसे भी वापस ले लिया और कहा कि घर आकर दे जाएगा।

बैनामे के बाद से मृतक पैसों के लिए मोहित कुमार व जमीन खरीदार के घर चक्कर लगा रहा था।

मृतक के भाई ननकऊ ने बताया कि 24 मार्च व 5 अप्रैल को भाई केशन ने गोसाईंगंज इंस्पेक्टर से शिकायत कर प्रॉपर्टी डीलर समेत राम प्रकाश व सावित्री देवी के खिलाफ कार्रवाई करने की गुहार लगाई थी, लेकिन पुलिस ने ध्यान नहीं दिया।

परिवारीजनों का आरोप है कि उन्होंने पूरे मामले की लिखित शिकायत कर प्रॉपर्टी डीलर सहित अन्य आरोपियों के खिलाफ हत्या का मुकदमा दर्ज कर कार्रवाई की मांग की तो भी पुलिस ने तहरीर लेने से मना कर दिया।

नाराज परिवारीजन पोस्टमार्टम के बाद शव लेकर थाने पहुंचे और शव को वाहन में रखकर प्रदर्शन करने लगे। परिवारीजन आरोपियों पर मुकदमा दर्ज कर गिरफ्तारी के बाद ही अंतिम संस्कार पर अड़ गए।

सोशल मीडिया पर मामला वायरल होने के बाद पुलिस कमिश्नर डीके ठाकुर ने एडीसीपी दक्षिणी को मुकदमा दर्ज कराने के आदेश दिए।

इसके बाद गोसाईंगंज पुलिस ने करीब छह घंटे बाद मुकदमा दर्ज किया। तब परिवारीजनों ने गांव ले जाकर शव का अंतिम संस्कार किया।