लखनऊ के जानकीपुरम इलाके में हमलावरों ने युवक को पीटने के बाद उसके हाथों और पैरों में कील कांटे ठोंक दिए।
डा. एस. के. पाण्डेय
विशेष संवाददाता
ग्लोबल भारत न्यूज नेटवर्क
लखनऊ, 10 मार्च।
लखनऊ के जानकीपुरम इलाके में रुपये के लेनदेन के विवाद में हमलावरों ने युवक को पीटने के बाद उसके हाथों और पैरों में कील कांटे ठोंक दिए।
इसके बाद उसको मरा समझकर नहर किनारे फेंककर भाग गए। युवक के बचने और बलरामपुर अस्पताल में भर्ती होने की जानकारी होने पर उसे मारने के लिए अस्पताल भी पहुंच गए लेकिन पुलिस को देखकर भाग गये।
पुलिस ने दो लोगों के खिलाफ नामजद रिपोर्ट दर्ज कर छानबीन शुरू की, लेकिन फिलहाल आरोपियों की गिरफ्तारी नहीं हो सकी है।
प्राप्त जानकारी के अनुसार, जानकीपुरम विस्तार के बालाजी विहार निवासी शुभेंद्र प्रताप सिंह (25) हजरतगंज स्थित सैमसंग के शोरूम में नौकरी करता है। रात वह टहलने के लिए घर से निकला और संदिग्ध हालात में लापता हो गया। आसपास तलाशने पर भी कुछ पता न चलने पर परिवारीजन ने जानकीपुरम थाने में सूचना दी।
अगले दिन सुबह शुभेंद्र जानकीपुरम में ही नहर के पास मरणासन्न हालत में खून से लथपथ पड़ा मिला। उसके हाथ-पैरों में कील व कांटे ठोक दिए गए थे। सिर पर भी गंभीर चोट थी। शुभेंद्र को बलरामपुर अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां उसकी हालत गंभीर बनी है।
परिवारीजन की तहरीर पर जानकीपुरम पुलिस ने रिपोर्ट दर्ज की।
शुभेंद्र के परिवारीजन ने शुभम अग्रवाल व राघवेंद्र उर्फ गौरव पर हमला करने का आरोप लगाते हुए कार्रवाई की मांग की।
इंस्पेक्टर जानकीपुरम बृजेश सिंह का कहना है कि शुभम अग्रवाल और राघवेंद्र के खिलाफ केस दर्ज कर दोनों की तलाश की जा रही है।
भाई आशीष ने बताया कि शुभेंद्र के बच जाने की जानकारी मिलने पर देर रात दो संदिग्ध युवक बलरामपुर अस्पताल के इमरजेंसी वार्ड पहुंचे और शुभेंद्र के बेड के पास ही खड़े होकर फोन पर किसी से कहा कि ‘बच गया है’।
लेकिन अचानक पुलिस के आ जाने से दोनों तेजी से बाहर निकले और बाइक से भाग गए। आशीष की मानें तो दोनों शुभेंद्र पर हमला करने की नीयत से आए थे।
फिलहाल बलरामपुर अस्पताल के इमरजेंसी वार्ड में शुभेंद्र की सुरक्षा में दो पुलिसकर्मी तैनात कर दिए गए हैं।
शुभेंद्र के भाई अरुणेंद्र ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के ट्विटर हैंडल पर भी शिकायत की है।