गाजियाबाद के मुरादनगर में जिस बरामदे का लिंटर गिरा है, वह मात्र 2 महीने पहले बना था।

ईओ निहारिका सिंह, ठेकेदार अजय त्यागी, जेई चंद्रपाल, सुपरवाइजर आशीष आदि के खिलाफ़ आईपीसी की धारा 304, 337, 338, 427, 409 के तहत मुकदमा दर्ज।
गाजियाबाद के मुरादनगर में जिस बरामदे का लिंटर गिरा है, वह मात्र 2 महीने पहले बना था।

डा. एस. के. पाण्डेय
राज्य संवाददाता
ग्लोबल भारत न्यूज नेटवर्क

लखनऊ, 4 जनवरी।
गाजियाबाद के मुरादनगर श्मशान घाट पर हुए दर्दनाक हादसे में अब तक 25 लोगों की मौत हो चुकी है और 15 लोगों का इलाज चल रहा है।

प्राप्त जानकारी के अनुसार, यह श्‍मशान घाट बेहद दयनीय हालत में था। इसका जीर्णोद्धार कराए जाने के लिए 50 लाख रुपये का टेंडर अजय त्यागी नाम के ठेकेदार को दिया गया था। जिस बरामदे का लिंटर भरभरा कर गिरा है, वह बरामदा भी इसी टेंडर के तहत मात्र 2 महीने पहले ही बना था। हादसे के बाद से ठेकेदार फरार बताया जा रहा है।

नगर पालिका के चेयरमैन विकास तेवतिया ने बताया है कि जिस तरह से यह लिंटर गिरा है, उससे साफ जाहिर है कि कहीं ना कहीं घटिया निर्माण सामग्री इस्तेमाल हुई है। वह खुद भी अपने स्तर से इसकी गहनता से जांच कराएंगे।

उन्‍होंने बताया कि नगर पालिका की तरफ से इस श्‍मशान की चारदीवारी और सौंदर्यीकरण के लिए 50 लाख का टेंडर अजय त्‍यागी को दिया गया था। हाल ही में इस बरामदे का निर्माण इसी टेंडर के तहत हुआ था जहां का लिंटर गिरा है।

गाजियाबाद के एसपी देहात डॉ आईराज राजा ने बताया कि मुरादनगर हादसे की गहनता से जांच की जा रही है। जो भी तथ्य सामने आएंगे और जिन लोगों की इसमें लापरवाही मिलेगी, उनके खिलाफ कड़ा एक्‍शन लिया जाएगा।

इस हादसे का संज्ञान लेते हुए यूपी के मुख्‍यमंत्री योगी आदित्‍यनाथ ने सभी मृतकों के परिवारवालों को दो-दो लाख रुपये मुआवजा देने की घोषणा की है। कई लोगों के अभी भी मलबे में दबे होने की सूचना मिल रही है।

फिलहाल मुरादनगर नगर पालिका परिषद की अधिशासी अधिकारी (ईओ) निहारिका सिंह, ठेकेदार अजय त्यागी, जूनियर इंजीनियर चंद्रपाल, सुपरवाइजर आशीष समेत कई अन्य जिम्मेदारों के खिलाफ़ आईपीसी की धारा 304, 337, 338, 427, 409 के तहत मुकदमा दर्ज किया गया है।

घटना के शिकार लगभग सभी लोग एक बुजुर्ग के अंतिम संस्कार में पहुंचे थे। पुलिस ने बताया कि जब छत ढही, तो बारिश से बचने के लिए कई लोग उस शेड के नीचे खड़े थे जिसे हाल ही में बनाया गया था। हादसे में जिन लोगों की मौत हुई, वे सभी जयराम के रिश्तेदार या पड़ोसी थे, जिनका उस वक्त वहां अंतिम संस्कार हो रहा था।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, रक्षामंत्री राजनाथ सिंह और उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इस घटना पर शोक जताया है।

मुख्यमंत्री ने मेरठ के डिविजनल कमिश्नर और एडीजी (जोन) से इस घटना के बारे में विस्तृत रिपोर्ट देने का भी निर्देश दिया है।

केंद्रीय मंत्री और गाजियाबाद के सांसद वी के सिंह और पुलिस-प्रशासन के अधिकारियों ने घटनास्थल का दौरा किया। उत्तर प्रदेश के स्वास्थ्य मंत्री और स्थानीय बीजेपी विधायक अतुल गर्ग ने सरकारी अस्पताल में घायलों से मुलाकात की।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ट्वीट करते हुए कहा, ‘उत्तर प्रदेश के मुरादनगर में हुए दुर्भाग्यपूर्ण हादसे की खबर से अत्यंत दु:ख पहुंचा है। राज्य सरकार राहत और बचाव कार्य में तत्परता से जुटी है। इस दुर्घटना में जान गंवाने वालों के परिजन के प्रति संवेदना प्रकट करता हूं। साथ ही घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना करता हूं।’