औली भारत का एक हिल स्टेशन जहाँ बर्फ से ढके विशाल पर्वत देते है धरती पर स्वर्ग का अनुभव

यहां कड़कड़ाती ठंडी हवाएं, बर्फ से ढंके विशाल पर्वत, त्रिशूल चोटी, नंदा देवी चोटी। नंदा देवी दुनिया की 23 वीं सबसे बड़ी चोटी है और यह चोटी 7,816 मीटर की ऊंचाई के साथ भारत की दूसरी सबसे बड़ी चोटी है, जनवरी से मार्च तक, औली के पर्वत आमतौर पर बर्फ की मोटी कालीन से ढके होते हैं, औली में भारत का सबसे प्रसिद्ध स्कीइंग ग्राउंड भी है। यहां दुनिया भर से लोग स्कीइंग करने और स्कीइंग प्रतियोगिता में हिस्सा लेने भी आते है। 
 
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ग्लोबल भारत न्यूज़ नेटवर्क

यात्रा, 17 अप्रैल:- भारत मे घूमने के लिए बहुत से हिल स्टेशन है जहाँ पर आप घूम कर अपनी यात्रा का आनंद ले सकते है। यैसी ही एक जगह है औली जो उत्तराखंड का एक खूबसूरत पर्यटन स्थल है, यह दुनिया भर में स्कीइंग के लिए प्रसिद्ध है। यह प्राकृतिक स्थल समुद्र तल से 2800 मीटर की ऊंचाई पर स्थित है। सेब के बाग, पुराने ओक और देवदार के पेड़ों के साथ औली एक लोकप्रिय पहाड़ी शहर है जहां हिमालय की सीमा के बीच स्थित कई स्की रिसॉर्ट हैं। औली ढलानों और स्वच्छ वातावरण के कारण भारत में एक लोकप्रिय स्कीइंग डेस्टीनेशन भी है। स्कीइंग के अलावा आप गढ़वाल हिमालय की पहाड़ियों में कई ट्रेक के लिए जा सकते हैं और बर्फ से ढके पहाड़ों के मंत्रमुग्ध दृश्यों का आनंद ले सकते हैं।

औली खासतौर से अपने ओक-धार ढलानों और शंकुधारी जंगलों के लिए जाना जाता है। औली का इतिहास 8वीं शताब्दी का है। कुछ मान्यताओं के अनुसार, आदि गुरु शंकराचार्य ने इस पवित्र स्थान का दौरा किया था। उन्होंने औली को अपनी यात्रा से आशीर्वाद दिया था। इस स्थान को ‘बुग्याल’ के नाम से भी जाना जाता है, जिसका क्षेत्रीय भाषा में अर्थ है ‘मैदानी’। पर्यटक नंदादेवी, मन पर्वत और कामत पर्वत श्रृंखलाओं के अद्भुत दृश्यों का आनंद ले सकते हैं, अंग्रेज़ी में इसको  Less Explore Hill Stations in India भी कहा जाता है।

औली, उत्तराखंड के हिमालय पहाड़ों में चमोली जिले में स्थित है- उत्तराखंड को देव भूमि भी कहा जाता है, औली को गढ़वाली में औली बुग्याल के रूप में भी जाना जाता है, जिसका अर्थ है “घास का मैदान” यह समुद्र तल से 2,500 मीटर (8,200 फीट) से 3,050 मीटर (10,010 फीट) की ऊंचाई पर स्थित है। जोशीमठ से औली पहुंचने के दो रास्ते है पहले आप सड़क से होकर भी आसानी से जा सकते है और दूसरा रोपवे के द्वारा भी आसानी से पहुंचा जा सकता है। औली को भारत का सबसे सुंदर हिल स्टेशन भी माना जाता है। भारत के पर्यटकों को के लिए औली एक नया प्रवेश है।

यहां कड़कड़ाती ठंडी हवाएं, बर्फ से ढंके विशाल पर्वत, त्रिशूल चोटी, नंदा देवी चोटी। नंदा देवी दुनिया की 23 वीं सबसे बड़ी चोटी है और यह चोटी 7,816 मीटर की ऊंचाई के साथ भारत की दूसरी सबसे बड़ी चोटी है, जनवरी से मार्च तक, औली के पर्वत आमतौर पर बर्फ की मोटी कालीन से ढके होते हैं, औली में भारत का सबसे प्रसिद्ध स्कीइंग ग्राउंड भी है। यहां दुनिया भर से लोग स्कीइंग करने और स्कीइंग प्रतियोगिता में हिस्सा लेने भी आते है। औली आने की योजना बनाने से पहले आप सभी को यहां आने का सही समय पता होना बहुत जरूरी है। 25 दिसम्बर से मार्च के बीच आप कभी भी यहां आ सकते है। 25 दिसंबर से मार्च में इस समय पे आपको बर्फ से ढंके विशाल पर्वत देखने को मिलेंगे और साथ ही बर्फ बारी  भी देखने को मिलेगी, यह दृश्य आपको धरती पे स्वर्ग का अनुभव निश्चित रूप से कराएगा। औली आप बारिश के समय को छोड़ कर किसी भी समय आ सकते हो।

कैसे पहुँचे- औली दिल्ली से 515 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है, पर यहां आसानी से पहुँचा जा सकता है, आप दिल्ली से टैक्सी कर सकते हो, या फिर अपनी खुद की कार से भी औली जा सकते हो अगर आप मेरी तरह बाइक राइडिंग के शौकीन है तो वादियों के मजे लेते हुए भी औली पहुंचा जा सकता है। 

औली जाने का रास्ता- दिल्ली से ऋषिकेश जाना होगा जिसकी दुरी 247 किलोमीटर है, ऋषिकेश से औली 268 किलोमीटर की दुरी पर स्थित है। दिल्ली से औली के रास्ते में ऋषिकेश, हरिद्वार, श्रीनगर, रुद्रप्रयाग, कर्णप्रयाग, जोशीमठ जगह आएगी।।