अवैध संबंधों के चलते बढ़ रहे है हत्या के मामले, किस वजह से बढ़ रही रिश्तों में दूरियां

आजकल देश में सिंगल परिवार बढ़ रहे हैं। इससे पुरुष और महिलाएं दिनभर अलग-अलग रहते हैं। उन्हें टाइम पास करने के लिए किसी ऐसे साथी की आवश्यकता होती है जिससे वे दिल खोलकर अपनी बातें कर सकें। इसके लिए जो भी पुरुष या महिला उनसे मिलता है, वे उसकी तरफ आकर्षित हो जाते हैं। दूसरा कारण वर्किंग कल्चर का युग हावी होना है, क्योंकि काम के लिए आज महिलाएं और पुरुष दिनभर अपना ज्यादा समय साथ बिताते हैं, जिसके कारण एक-दूसरे के प्रति उनकी अंडरस्टैंडिंग बढ़ जाती है और दिन भर जिसके साथ वे काम करेंगे, उसके साथ एक तरह से अटैचमेंट होना एक नॉर्मल बात है।
 
अवैध संबंध

ग्लोबल भारत न्यूज़ नेटवर्क

हटके, 11 नवंबर:- देश में अवैध संबंधों से जुड़ी ख़बरें सुर्खियां बटोर रही हैं। कुछ दिन पहले खबर थी कि पंजाब के एक शहर में पत्नी ने ऐसे संबंधों के चलते कई वर्षों के बाद विदेश से आए पति की हत्या करवा दी। इस तरह की घटनाएं पूरे देश में देखी जा रही हैं। तथ्यों पर यकीन करें तो भारत में अवैध शारीरिक संबंधों के मामले अब लगातार बढ़ रहे हैं। ऐसे संबंध पारिवारिक परिवेश में भी पाए जा रहे हैं और उससे बाहर भी, यानी दोनों तरफ पाए जा रहे हैं। समाज शास्त्री कहते हैं कि इसके पीछे कई कारण हैं। उनके मुताबिक, आजकल देश में सिंगल परिवार बढ़ रहे हैं। इससे पुरुष और महिलाएं दिनभर अलग-अलग रहते हैं। उन्हें टाइम पास करने के लिए किसी ऐसे साथी की आवश्यकता होती है जिससे वे दिल खोलकर अपनी बातें कर सकें। इसके लिए जो भी पुरुष या महिला उनसे मिलता है, वे उसकी तरफ आकर्षित हो जाते हैं। दूसरा कारण वर्किंग कल्चर का युग हावी होना है, क्योंकि काम के लिए आज महिलाएं और पुरुष दिनभर अपना ज्यादा समय साथ बिताते हैं, जिसके कारण एक-दूसरे के प्रति उनकी अंडरस्टैंडिंग बढ़ जाती है और दिन भर जिसके साथ वे काम करेंगे, उसके साथ एक तरह से अटैचमेंट होना एक नॉर्मल बात है।

किसलिए यह बन रहा है मुसीबत- इसलिए भी आजकल अवैध संबंध टैबू यानी अमर्यादित नहीं रह गए हैं। सबसे बड़ी मुसीबत यह होती है कि ऐसे संबंधों में शामिल लोग न तो ठीक से मिल पाते हैं, न अलग हो पाते हैं। इस संबंध में शामिल लोग हमेशा मानसिक तनाव में रहते हैं। उनका संस्कार कहता है कि जो कुछ वे कर रहे हैं वह कहीं न कहीं अनुचित है, पर उनकी भावना उन्हें फिर उसी रास्ते पर चलाती है। अवैध संबंध हमेशा नुक्सानदेह साबित होते हैं, लेकिन इसमें लिप्त लोग जानबूझकर इस दलदल में गिरते हैं।

इन वजह से रिश्तों में बढ़ रहीं दूरियां

  1. शादी से पहले की गतिविधियों का बाद में भी जारी रहना।
  2. शादी के बाद बेटा/बेटी के परिजनों का हस्तक्षेप।
  3. बात-बात पर विवाद करना।
  4. शादी के बाद भी प्रेम संबंध रहना।
  5. एक-दूसरे को नजर अंदाज करना।
  6. शादी के बाद नए पुरूष के साथ अवैध संबंध में रहना।

अवैध संबंधों के बढ़ते चलन से दहक रहा समाज- कई बार महिलाएं शर्म, झिझक या सामाजिक बदनामी की वजह से अपने परिवार के किसी पुरुष द्वारा किए जाने वाले शारीरिक शोषण को खुलकर नहीं कह पाती हैं। ऐसे में घर का ही सदस्य उनका शारीरिक शोषण करता है और महिलाएं इसका विरोध नहीं करती हैं। परिवार टूटने या बदनामी का डर उन्हें ऐसा करने से रोकता है। यही डर अपराध को लगातार होने देता है और सबको चुप रहना पड़ता है। अधिक चिंता की बात तो यह है कि कई बार कम उम्र की बच्चियां भी अवैध संबंधों की शिकार बनती हैं। वे डर की वजह से अपने साथ होने वाले अपराध को किसी से बताती नहीं हैं। बड़ी होने पर भी उनके साथ परिवार का वही सदस्य अपराध करता है, लेकिन उसे रोक नहीं पाती हैं। कई बार वे अपराध सहने की आदी हो जाती हैं। उनके मानसिक स्वास्थ्य पर बुरा असर पड़ता है। अगर ऐसी स्थितियां सामने आ रही हैं तो यह हम सबके लिए चिंताजनक है क्योंकि हमारे आसपास अवैध संबंधों के बढ़ते चलन से समाज दहक रहा है।