एक अप्रैल से UPI पेमेंट पर सरचार्ज लगने की हो रही चर्चा का क्या है सच

01 अप्रैल से UPI के जरिए मर्चेंट ट्रांजेक्शन करने पर प्रीपेड पेमेंट इंस्ट्रूमेंट (PPI) फीस लगेगी। सर्कुलर के मुताबिक, 2,000 रुपए से ज्यादा की लेनदेन पर ये चार्ज वसूला जाएगा। PPI फीस को लेकर ही लोगों के बीच कंफ्यूजन पैदा हो गई है। आपको बता दे कि PPI फीस एक तरह का चार्ज है, जो मर्चेंट की लेनदेन पर वसूला जाएगा। इसका मतलब है कि पीपीआई यानी वॉलेट, क्रेडिट कार्ड आदि से यूपीआई पेमेंट करने पर 1.1 फीसदी इंटरचार्ज लगेगा।
 
UPI Payment
NPCI ने सर्कुलर जारी करते हुए क्या कहा, UPI के जरिए मर्चेंट ट्रांजेक्शन करने पर प्रीपेड पेमेंट इंस्ट्रूमेंट करने पर लगेगी PPI फीस।

ग्लोबल भारत न्यूज़ नेटवर्क 

हटके, 30 मार्च:- एक-दूसरे को पैसे भेजने हों या बाजार से दूध अंडा, सब्जी जैसा रोजमर्रा का सामान खरीदना हो, UPI से पेमेंट करने का चलन तेजी से बढ़ रहा है। हालांकि, UPI से 2,000 रुपए से ज्यादा की लेनदेन करने पर चार्ज लगने की खबर ने लोगों की नींद उड़ा दी है, हर कोई जानना चाहता है कि UPI से की जाने वाली आम लेनदेन या बैंक से पैसे ट्रांसफर करने पर चार्ज देना होगा या नहीं। हालांकि, नेशनल पेमेंट्स कॉर्पोरेशन ऑफ इंडिया (NPCI) ने सर्कुलर जारी करते हुए साफ कर दिया है कि आम लोगों को कोई चार्ज नहीं देना होगा। आइए देखते हैं कि 01 अप्रैल से UPI से पेमेंट करने पर ऐसा क्या होने वाला जिसे लेकर लोगों के बीच काफी चर्चा हो रही है। अगर आपके मन में भी ये सवाल हैं तो चिंता करने की जरूरत नहीं है, यहां आपके हर सवाल का जवाब मिलेगा।


NPCI ने ताजा सर्कुलर में कहा- NPCI ने ताजा सर्कुलर में कहा है कि 01 अप्रैल से UPI के जरिए मर्चेंट ट्रांजेक्शन करने पर प्रीपेड पेमेंट इंस्ट्रूमेंट (PPI) फीस लगेगी। सर्कुलर के मुताबिक, 2,000 रुपए से ज्यादा की लेनदेन पर ये चार्ज वसूला जाएगा। PPI फीस को लेकर ही लोगों के बीच कंफ्यूजन पैदा हो गई है। आपको बता दे कि PPI फीस एक तरह का चार्ज है, जो मर्चेंट की लेनदेन पर वसूला जाएगा। इसका मतलब है कि पीपीआई यानी वॉलेट, क्रेडिट कार्ड आदि से यूपीआई पेमेंट करने पर 1.1 फीसदी इंटरचार्ज लगेगा। इससे लेनदेन की लागत को वसूलने में मदद मिलेगी।

किसपे लगेगा यह चार्ज- NPCI ने सफाई दी है कि ये चार्ज केवल मर्चेंट ट्रांजेक्शन पर लगेगा, ये नियम एक-दूसरे को पैसे भेजने या आम खरीदारी के दौरान पेमेंट करने पर लागू नहीं होगा। जिस तरह कार्ड से पेमेंट करने पर मर्चेंट के बीच चार्ज कटता है इसी तरह UPI सिस्टम में भी ये चार्ज कटेगा। सीधेतौर पर आम लोगों को ये चार्ज नहीं देना है। यह चार्ज टेलीकॉम, एजुकेशन, एग्रीकल्चर, इंश्योरेंस जैसी कई कैटगरी हैं जिनपर ये चार्ज लगेगा। हालांकि, कैटेगरी के हिसाब से चार्ज की दर अलग-अलग हैं, UPI पेमेंट की रकम का 1.1 फीसदी सबसे ऊंचा रेट है जो वसूला जाएगा। कैटेगरी के अनुसार चार्ज की मैक्सिमम लिमिट भी तय की गई है।

भारत मे यूपीआई का अधिक इस्तेमाल- बैंक से पैसा ट्रांसफर करने के लिए यूपीआई का काफी इस्तेमाल किया जाता है। अगर आप यूपीआई के जरिए बैंक से पैसा ट्रांसफर करते हैं तो कोई चार्ज नहीं देना होगा, NPCI ने कहा है कि बैंक से लेनदेन करने पर यानी आम UPI पेमेंट पर कोई चार्ज नहीं लगेगा। NPCI ने आगे कहा है कि कस्टमर्स अगर चाहें तो UPI ऐप पर रुपे क्रेडिट कार्ड और प्रीपेड वॉलेट का भी इस्तेमाल कर सकते हैं। यूपीआई पेमेंट्स की रेगुलेटरी बॉडी ने एक बात तो साफ कर दी है कि आम लोगों को यूपीआई लेनदेन पर कोई चार्ज नहीं देना है। यानी अगर आप 2,000 रुपए से ज्यादा की पेमेंट करते हैं तो घबराने की जरूरत नहीं है।