मायावती ने केंद्र से मांग किया कि योगी को हटाकर किसी अन्य को मुख्यमंत्री बनाएं।

पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि उत्तर प्रदेश में वर्तमान भाजपा सरकार में कानून का नहीं, बल्कि गुंडों, बदमाशों, माफियाओं, बलात्कारियों एवं अन्य अराजकतत्वों का राज चल रहा है।

डा. एस. के. पाण्डेय
राज्य संवाददाता
ग्लोबल भारत न्यूज नेटवर्क

लखनऊ, 2 अक्टूबर।
हाथरस और बलरामपुर में सामूहिक दुष्कर्म की पीड़िताओं की हत्या के मामले में बहुजन समाज पार्टी की मुखिया मायावती ने कहा कि उत्तर प्रदेश की जनता की उम्मीदों पर खरा न उतरने वाले मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को तत्काल इस्तीफा दे देना चाहिए। राजधानी में मीडिया प्रतिनिधियों से मुलाकात के दौरान मायावती ने केंद्र सरकार से मांग की कि सीएम योगी आदित्यनाथ को हटाकर किसी अन्य को मुख्यमंत्री बनाया जाए। अथवा यहां राष्ट्रपति शासन पर विचार किया जाए।

बहुजन समाज पार्टी की मुखिया मायावती ने कहा कि आज मैं बेहद आहत होने के बाद मीडिया के सामने आई हूं। मायावती ने कहा कि उत्तर प्रदेश में भाजपा की सरकार आने के बाद लोगों की उम्मीद थी कि प्रदेश में कानून-व्यवस्था काफी सुधरेगी। जनता ने इसी आधार पर प्रदेश को नया नेतृत्व दिया था। प्रदेश में सत्ता परिवर्तन के बाद भी बहन-बेटियों की सुरक्षा पर कोई खास असर नहीं पड़ा। उलटे उनके खिलाफ अपराध बढ़ने ही लगे।

मायावती ने कहा कि प्रदेश के सीएम योगी आदित्यनाथ को इस मामले में बेहद गंभीर होना चाहिए था, लेकिन वह तो फेल साबित हो रहे हैं।

मायावती ने कहा कि हाथरस की घटना के बाद मुझे ऐसा लग रहा था कि शायद उत्तर प्रदेश की सरकार कुछ हरकत में आएगी। यूपी के मनचले जो बहन-बेटियों का उत्पीडन कर रहे हैं, उन पर अंकुश लगाएगी, पर ऐसा नहीं हुआ। सुबह मैंने बलरामपुर की एक घटना न्यूज में देखी जिसने मुझे झकझोर कर रख दिया।

पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि उत्तर प्रदेश में वर्तमान भाजपा सरकार में कानून का नहीं, बल्कि गुंडों, बदमाशों, माफियाओं, बलात्कारियों एवं अन्य अराजकतत्वों का राज चल रहा है। यहां की कानून व्यवस्था पूरी तरह से दम तोड़ चुकी है। खासकर इस सरकार में बहन-बेटियां बिल्कुल सुरक्षित नहीं है। उन्होंने केंद्र सरकार से मांग की कि सीएम योगी आदित्यनाथ को हटाकर किसी अन्य को मुख्यमंत्री बनाया जाए।

हाथरस के बाद बलरामपुर में हुई 22 वर्षीय छात्रा के साथ हैवानियत पर पूर्व मुख्यमंत्री मायावती ने कहा कि अब मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से उत्तर प्रदेश नहीं संभल रहा है। उन्होंने केंद्र सरकार से मांग की कि उत्तर प्रदेश से योगी आदित्यनाथ को हटाकर किसी अन्य को मुख्यमंत्री बनाया जाए।

मायावती यहीं नहीं रुकीं उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार तुरंत हस्तक्षेप करे और योगी आदित्यनाथ को वापस गोरखपुर मठ में भेजे। केंद्र सरकार अब तो तुरंत हस्तक्षेप करे और योगी आदित्यनाथ को वापस मठ में भेजे। अगर उन्हेंं मंदिर पसंद नहीं है, तो उन्हेंं राम मंदिर निर्माण का काम सौंपा जाना चाहिए।

मायावती ने कहा कि योगी आदित्यनाथ को खुद इस्तीफा दे देना चाहिए। आरएसएस के दबाव में भाजपा ने योगी आदित्यनाथ को मुख्यमंत्री तो बना दिया, लेकिन अब उनसे प्रदेश नहीं संभल रहा है। प्रदेश में गुंडों और बलात्कारियों का राज है। आज बहन बेटियां सुरक्षित नहीं हैं।

मायावती ने कहा कि हाथरस तथा बलरामपुर के साथ ही आजमगढ़ व फतेहपुर में भी महिलाओं के साथ अपराध की घटनाओं पर भी सरकार कुछ नहीं कर पा रही है।

बसपा सुप्रीमो मायावती ने कहा कि “सीएम योगी आदित्यनाथ जी आपने भी किसी महिला के पेट से जन्म लिया है। उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश में मां-बेटी के साथ लगातार अपराध बढ़ते ही जा रहे हैं। हाथरस व बलरामपुर की लगातार घटना के बाद किसी को सरकारी नौकरी, प्लाट व आर्थिक मदद देना इसका कोई निदान नहीं है।” हाथरस व बलरामपुर में दलित परिवार की बेटियों के साथ सामूहिक दुष्कर्म व हत्या की घटना पर केंद्र सरकार को उत्तर प्रदेश पर गंभीर हो जाना चाहिए। बेहतर होगा यहां पर राष्ट्रपति शासन लगाना चाहिए।

पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि इन मामलों में भाजपा के केंद्र नेतृत्व को उत्तर प्रदेश के नेतृत्व को शीघ्र बदलने पर विचार करना चाहिए। मायावती ने कहा कि भाजपा ने आरएसएस के दबाव में योगी आदित्यनाथ को उत्तर प्रदेश का नेतृत्व सौंपा, लेकिन अब तो भाजपा को आरएसएस के दबाव से मुक्त होना चाहिए। योगी आदित्यनाथ उत्तर प्रदेश को संभाल नही पा रहे है, इसलिए उन्हें गोरखपुर मठ भेज दिया जाए। वहाँ जगह न हो तो उन्हें अयोध्या भेज दिया जाए। मायावती ने कहा कि उत्तर प्रदेश में योगी आदित्यनाथ सरकार नहीं चला पा रहे हैं, यहां काबिल इंसान सीएम बनाया जाए। उत्तर प्रदेश में जंगलराज है। हाथरस के पीड़ित परिवार को उनकी बेटी व बहन का अंतिम दर्शन नहीं करने दिया, यह जंगलराज नहीं है तो क्या है।

मायावती ने कहा कि अब तो उत्तर प्रदेश में अपराधियों के खिलाफ कार्रवाई के नाम पर खानापूर्ति हो रही है। यहां आए दिन मकान तोड़े जा रहे हैं। साफ लग रहा है कि मकान तोड़ने में ईमानदारी कम, मकान तोड़ने में राजनीतिक स्वार्थ अधिक है। किसी भी सरकार को अपराध के खिलाफ किसी भी मामले में दलगत राजनीति से ऊपर उठकर काम करना चाहिए। उत्तरप्रदेश में तो कानून-व्यवस्था खत्म हो गई है, अब तो यूपी में माफिया तथा अपराधियों का राज है।