टीआरएस की मांग : 18 हजार करोड़ का अनुबंध पाए भाजपा उम्मीदवार को अयोग्य घोषित करें

 
टीआरएस की मांग : 18 हजार करोड़ का अनुबंध पाए भाजपा उम्मीदवार को अयोग्य घोषित करें
टीआरएस की मांग : 18 हजार करोड़ का अनुबंध पाए भाजपा उम्मीदवार को अयोग्य घोषित करेंहैदराबाद, 9 अक्टूबर (आईएएनएस)। तेलंगाना राष्ट्र समिति (टीआरएस) ने मुनुगोड़े विधानसभा उपचुनाव के लिए भाजपा उम्मीदवार कोमातीरेड्डी राजगोपाल रेड्डी के कथित बयान के बाद उन्हें अयोग्य ठहराने की मांग की है। कथित बयान में कहा गया कि वह 18,000 करोड़ रुपये का अनुबंध (कॉन्ट्रैक्ट) प्राप्त करके भाजपा में शामिल हुए।

टीआरएस नेताओं के एक प्रतिनिधिमंडल ने राज्य के मुख्य चुनाव अधिकारी विकास राज से मुलाकात की और 3 नवंबर को होने वाले उपचुनाव के लिए राजगोपाल रेड्डी को अयोग्य ठहराने की मांग करते हुए एक अभ्यावेदन प्रस्तुत किया।

टीआरएस नेताओं ने कहा कि प्रतिनिधिमंडल सीईओ के संज्ञान में लाए कि राजगोपाल रेड्डी ने एक टेलीविजन चैनल को दिए एक साक्षात्कार (इंटरव्यू) में खुलासा किया है कि उनकी कंपनी को केंद्र सरकार से 18,000 करोड़ रुपये का अनुबंध मिलने के बाद वह भाजपा में शामिल हो गए।

टीआरएस प्रतिनिधिमंडल में पार्टी सचिव श्रीनिवास रेड्डी और सोमा भारत, विधायक गदरी किशोर और सांसद बी. लिंगैया शामिल थे। लिंगैया ने कहा कि राजगोपाल रेड्डी ने साक्षात्कार के दौरान स्वीकार किया कि जब वह कांग्रेस में थे तब उन्हें अनुबंध मिला था। बाद में उन्होंने कांग्रेस से इस्तीफा दे दिया और भाजपा में शामिल हो गए।

सांसद ने कहा कि राजगोपाल रेड्डी ने लोकतंत्र का मजाक उड़ाया है और जनप्रतिनिधित्व कानून का उल्लंघन किया है। टीआरएस ने अभ्यावेदन में कहा कि राजगोपाल रेड्डी ने क्विड-प्रो-क्वो व्यवस्था के तहत ऐसा किया।

पार्टी ने सीईओ से राजगोपाल रेड्डी को उपचुनाव लड़ने से अयोग्य ठहराते हुए अंतरिम आदेश पारित करने का आग्रह किया। इसमें आरोप लगाया गया कि भाजपा नेता मुनुगोड़े में ठेके के रूप में मिले पैसे से लोकतंत्र का मजाक बना रहे हैं। किशोर ने कहा कि राजगोपाल रेड्डी ने खुद स्वीकार किया था कि उन्हें भाजपा में शामिल होने के लिए 18,000 करोड़ रुपये का ठेका मिला था।

उन्होंने कहा, हमने राजगोपाल रेड्डी को अयोग्य ठहराने के लिए मुख्य चुनाव अधिकारी को एक अभ्यावेदन दिया है और आरोप लगाया कि भाजपा नेता लोकतंत्र की हत्या कर रहे हैं।

टीआरएस ने कहा कि ऐसे नेताओं को चुनाव लड़ने की अनुमति देकर प्रोत्साहित नहीं किया जाना चाहिए। टीआरएस नेताओं ने कहा कि राजगोपाल रेड्डी ने मुनुगोड़े के स्वाभिमान को केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह के पास गिरवी रख दिया है। उन्होंने आरोप लगाया कि मुख्यमंत्री केसीआर को देशभर में मिल रहे भारी समर्थन को पचा नहीं पा रही भाजपा ने मुनुगोड़े की जनता पर उपचुनाव थोप दिया। लोग राजगोपाल रेड्डी की साजिशों को देख रहे हैं और उन्हें उचित सबक सिखाएंगे।

--आईएएनएस

केसी/एसजीके