भारत की नजरें झूलन गोस्वामी को विजयी विदाई देने पर

 
भारत की नजरें झूलन गोस्वामी को विजयी विदाई देने पर
भारत की नजरें झूलन गोस्वामी को विजयी विदाई देने परलंदन, 23 सितम्बर (आईएएनएस)। तीन मैचों की एक दिवसीय सीरीज के अंतिम मैच में भारतीय टीम मेजबान इंग्लैंड टीम को क्लीन स्वीप करने और अपना आखिरी मैच खेलने जा रही तेज गेंदबाज झूलन गोस्वामी को विजयी विदाई देने के इरादे से उतरेगी।

भारत ने शुरूआती दो मैचों में शानदार जीत दर्ज की थी, जहां पहला मैच 7 विकेट और दूसरा मैच 88 रन से जीता था, जिसमें भारतीय बल्लेबाज हरमनप्रीत कौर ने 143 रन की नाबाद पारी खेली थी। वहीं, झूलन गोस्वामी का यह अंतिम मैच होगा, जहां भारतीय टीम जोश और जज्बे के साथ उन्हें एक यादगार विदाई देने के लिए तैयार है।

लॉर्डस में शनिवार का मैच भी पहली बार होगा, जब भारत और इंग्लैंड एक दूसरे से भिड़ेगी। इससे पहले 2017 एकदिवसीय विश्व कप फाइनल में दोनों टीमें की भिड़ंत हुई थी, जहां मेजबान टीम सिर्फ नौ रन से विजयी हुई थी।

ऐसा माना जाता है कि अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से मैदान पर संन्यास लेना एक ऐसी चीज है, जो कई क्रिकेटरों को अपने जीवनकाल में नहीं मिलती है।

झूलन ने 2002 में चेन्नई में इंग्लैंड के खिलाफ एकदिवसीय मैच में अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में डेब्यू किया था, तब वे 19 वर्षीय की थीं। महिला अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में अग्रणी विकेट लेने वाली झूलन भारतीय महिला क्रिकेट के ध्वजवाहक होने के दो दशकों के बाद इंग्लैंड के खिलाफ अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में अपना आखिरी मैच खेलेंगी।

बता दें, मिताली राज ने भी इसी वर्ष संन्यास लिया था। 2022 एक ऐसा साल रहा है जहां मिताली और झूलन के संन्यास से भारतीय महिला क्रिकेट में एक प्रतिष्ठित युग का अंत होगा। हालांकि मिताली को विजयी विदाई नहीं मिली क्योंकि भारत इस साल की शुरूआत में आखिरी गेंद पर दक्षिण अफ्रीका से हारने के बाद महिला क्रिकेट विश्व कप से बाहर हो गया था, हरमनप्रीत कौर एंड कंपनी झूलन को अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से उच्च स्तर पर विजयी विदाई देने की उम्मीद कर रही होंगी।

श्रृंखला में भारत दूसरे मैच पर इंग्लैंड पर पूरी तरह से हावी रहा है, पहले टीम ने पीछा करते हुए और बल्लेबाजी करते हुए जीत हासिल की। हरमनप्रीत कौर ने शानदार बल्लेबाजी की, जहां उन्होंने 143 रन की नाबाद पारी खेली। टीम ने 88 रन से शानदार जीत दर्ज की थी।

स्मृति मंधाना, यास्तिका भाटिया और हरलीन देओल ने भी बल्ले से अपना महत्वपूर्ण योगदान दिया, जहां देओल टीम की दूसरी शीर्ष स्कोरर रहीं। गेंद के साथ रेणुका ठाकुर ने शानदार प्रदर्शन किया है, जबकि मेघना सिंह, दीप्ति शर्मा, दयालन हेमलता और पूजा वस्त्रकर ने अच्छा प्रदर्शन किया है।

वहीं, दूसरी ओर हीथर नाइट, नताली शिवर और कैथरीन ब्रंट की अनुपस्थिति से इंग्लैंड टीम कमजोर रही। टीम के पास अनुभव की कमी है। लॉरेन बेल और नवोदित फ्रेया केम्प जैसे युवा खिलाड़ियों को हरमनप्रीत ने अपने बल्ले से दबाव में रखा। लेकिन अब टीम को उनके साथ-साथ केट क्रॉस, सोफी एक्लेस्टोन और किफायती चार्ली डीन से और अधिक मजबूती से वापसी की उम्मीद है।

लेकिन भारत के लिए झूलन को विजयी विदाई देना और मैदान पर समय का लुत्फ उठाना सर्वोपरि होगा।

टीम :

भारत : हरमनप्रीत कौर (कप्तान), स्मृति मंधाना (उप-कप्तान), शैफाली वर्मा, सबबिनेनी मेघना, दीप्ति शर्मा, तानिया सपना भाटिया (विकेटकीपर), यास्तिका भाटिया (विकेट कीपर), पूजा वस्त्रेकर, स्नेह राणा, रेणुका ठाकुर, मेघना सिंह, राजेश्वरी गायकवाड़, हरलीन देओल, दयालन हेमलता, सिमरन दिल बहादुर, झूलन गोस्वामी और जेमिमा रोड्रिग्स।

इंग्लैंड : एमी जोन्स (कप्तान), टैमी ब्यूमोंट, लॉरेन बेल, मैया बाउचियर, एलिस कैप्सी, केट क्रॉस, फ्रेया डेविस, एलिस डेविडसन-रिचर्डस, चार्ली डीन, सोफिया डंकले, सोफी एक्लेस्टोन, फ्रेया केम्प, एम्मा लैम्ब, इस्सी वोंग, डैनी व्याट।

--आईएएनएस

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