प्रमुखी और अध्यक्षी को लेकर शुरू हुआ सियासी दांव पेंच ,प्रमाण पत्र इकट्ठा करने की लगी होड़

 
प्रमुखी और अध्यक्षी को लेकर शुरू हुआ सियासी दांव पेंच ,प्रमाण पत्र इकट्ठा करने की लगी होड़
ग्लोबल भारत न्यूज़ नेटवर्क
रिपोर्ट—धीरेन्द्र शुक्ला
संवाददाता
चित्रकूट: पंचायत चुनाव तो खत्म हो चुके लेकिन जिला पंचायत अध्यक्ष कौन होगा और कौन बनेगा ब्लाक प्रमुख।  इसका फैसला भी लगभग खूबसूरत लोकतंत्र में तय होना निश्चत हो गया है।  इस समय खूबसूरत लोकतंत्र की सबसे बड़ी पार्टी भाजपा है केंद्र हो या प्रदेश में सरकार भाजपा की है।  ऐसे में भाजपा अपना ही जोर मारेगी चाहे वो चार वार्डो  में ही कब्ज़ा क्यों न किया हो बाकि सभी सीटों में सूपड़ा साफ हो चूका है।
अब आपको बताते है खूबसूरत लोकतंत्र की कहानी…
जो भी राजनैतिक दल के मुखिया विधायक या सांसद बनने से पहले भर्ष्टाचार बंद करो, घूसखोरी बंद करो, किसानो का उत्थान करो और बेरोजगारी ख़त्म करो, गरीबो की मदद करो, इन नारो के साथ अपनी मंजिल में पहुंचने के बाद जिला पंचायत सदस्यों और क्षेत्र पंचायत सदस्यों का प्रमाण-पत्र अध्यक्षों के चुनाव से पहले धनबल, बाहुबल और सत्ताबल दिखा कर गलत तरीके से अध्यक्ष बनाना ही लोकतंत्र की खूबसूरती कही जाती है
आज चित्रकूट जिले में तमाम राजनैतिक दल के नेता जीते हुए सदस्यों की दस से बीस लाख की बोली लगा कर प्रमाण-पत्र अपने कब्जे में ले रहे है वही ब्लाख प्रमुख के दस हजार से बीस हजार तक की बोली लगा कर प्रमाण-पत्र तक अपने कब्जे में ले चुके है इसको भी लोकतंत्र की खूबसूरती ही मन जाये, जहां सत्ता पक्ष धन बल और प्रशासन का डर दिखा कर अपना अध्यक्ष बनाने की फ़िराक में है वही विपक्ष कम पैसे के साथ बाहुबल दिखा कर अपना अध्यक्ष बनाने की फ़िराक में घूम रहे है इन दोनों के बीच में कुछ पूँजीपति ठेकेदार भी अध्यक्ष पद के लिए धनबल का सहारा लेकर अपनी इक्षा पूरी करने में लगे हुए है ऐसे पूँजीपति लोग सभी दलों के अच्छे कारकर्ता और वरिष्ठ नेता माने जाते है
देखना है कि सत्ता और विपक्ष और पूँजीपतियो में से सबसे ज्यादा प्रमाण-पत्र कौन इकठ्ठा करेगा क्योकि अध्यक्ष पद हासिल करने के बाद उनकी निगाह 25 प्रतिशत जिला पंचायत और 40 प्रतिशत ब्लाक के कमीशन में है जहा टोटल बजट का 5प्रतिशत अध्यक्ष और 10 ब्लाक प्रमुख लेते है और बचा हुआ कमीशन जेई ऐई और विभाग का होता है अध्यक्षो को कमीशन के साथ बोनस के रूप में काम भी ज्यादा मिलता है यह है मेरे लोकतंत्र की खूबसूरती इसी लिए मेरा देश है महान और जनता के सेवक सेवा के लिए नहीं कमीशन खोरी के लिए करते है मारा मारी, फिर भी सड़को पर नारा लगाते है भर्ष्टाचार बंद करो, घूसखोरी बंद करो, किसानो का उत्थान करो, गरीबी दूर करो, बेरोजगारी दूर करो। इन्ही नारो के साथ जनता को लुटते रहेंगे और नारा लगते हुए खूबसूरत लोकतंत्र को बताते रहेंगे।