वैदिक मंत्रोच्चार के बाद बद्रीविशाल के कपाट आज श्रद्धालुओ के लिए खोल दिये गए

रविवार को भगवान बद्रीविशाल के कपाट खुलते ही बद्रीधाम बद्रीविशाल के जयकारो के साथ गुजने लगा, सेना की मधुर बेंड ओर पवनमंद सुगन्ध सोभित भजन के साथ मंत्र मुग्ध करने वाला दृश्य देखने को मिला।
 
बद्रीनाथ चारधाम

ग्लोबल भारत न्यूज़ नेटवर्क

धर्म, 08 मई:- देश के चारधामों में से भगवान बद्रीविशाल के कपाट आज तय समय अनुसार 6 बजकर 15 मिनट पर वैदिक मंत्रोच्चार ओर वेद ऋचाओ के साथ आम श्रद्धालुओ के लिए खोल दिये गए हैं हजारों की संख्या में श्रद्धालु भगवान के दर्शन करने पहुँचे।

रविवार को भगवान बद्रीविशाल के कपाट खुलते ही बद्रीधाम बद्रीविशाल के जयकारो के साथ गुजने लगा, सेना की मधुर बेंड ओर पवनमंद सुगन्ध सोभित भजन के साथ मंत्र मुग्ध करने वाला दृश्य देखने को मिला, हजारों की संख्या में श्रद्धालु भगवान बद्रीविशाल पहुचे ओर इस पल का इंतजार करते रहे और कपाट खुलते ही सभी को अखंड ज्योति के दर्शन हुए।

धर्माधिकारी भुवन चन्द्र उनियाल ने बताया कि भगवान नारायण की शिला मूर्ति से घृत कम्बल हटाया गया और मुख्य पुजारी रावल द्वारा विधि विधान के साथ पूजा अर्चना को गयी, भगवान नारायण पर चढ़ाई गयी घृत कम्बल की चमक से यह बताया जा सकता है कि देश मे सुख समृद्धि रहेगी।

पुलिस महानिदेशक अशोक कुमार ने कहा कि बद्रीविशाल जी के कपाट खुलने के साथ अब उत्तराखण्ड के चारोधामो की यात्रा का विधिवत शुभारम्भ हो गया है, यात्रा में हजारों की संख्या में श्रद्धालु धामो में भगवान के आशीर्वाद लेने और दर्शन करने पहुच रहा है, यात्रा को व्यवस्थित करने के लिये पुलिस हर जगह पर तैनात है।

वही भगवान के दर्शनों के लिए पहुचे श्रद्धालु बताते है कि भगवान नारायण के साक्षत दर्शन हुए है और बद्रीविशाल के दर्शन से वे धन्य हो गए है, बताते है कि कपाट खुलने का पल विशेष पर है और वे इस पल के साक्षी बने उनके लिये ये महत्वपूर्ण क्षण हैं।।