भगवान श्रीकृष्ण की जन्म कथा का प्रसंग सुन श्रद्धालु हुए भाव विभोर

पड़ाव वार्ड में चल रही श्रीमद्भागवत कथा में भगवान की बाल लीलाओं पर हुई चर्चा
 
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ग्लोबल भारत न्यूज़ नेटवर्क
प्रतापगढ़। शहर के पड़ाव वार्ड अजीत नगर में चल रही श्रीमद् भागवत कथा के चौथे दिन भगवान श्री कृष्ण जी का जन्मोत्सव धूमधाम के साथ मनाया गया । स्थानीय निवासी आशुतोष त्रिपाठी एवं अमितोष त्रिपाठी के संयोजन में चल रही इस कथा के दौरान कथा व्यास पंडित अरुणेश जी महाराज ने भगवान श्री कृष्ण के जन्मोत्सव प्रसंग पर ऐसी कथा सुनायी कि कथाश्रवण के दौरान लोग भावविभोर हो उठे । कथा में जैसे ही भगवान का जन्म हुआ पूरा पांडाल "नंद के आनंद भयो जय कन्हैया लाल की" के जयकारों से गूंज उठा । इस दौरान लोग झूमने और नाचने लगे । मुख्य अजमान अरुण प्रताप त्रिपाठी को कथा श्रवण कराते हुए कथा व्यास जी ने कहा कि जब धरती पर चारों ओर त्राहि-त्राहि मच गई, चारों ओर अत्याचार, अनाचार का साम्राज्य फैल गया, तब भगवान श्रीकृष्ण ने देवकी के आठवें गर्भ के रूप में जन्म लेकर कंस का संहार किया । इस दौरान मुख्य रूप से अमित शुक्ला, विजय प्रताप त्रिपाठी, शिवाकांत मिश्र, ओम प्रकाश त्रिपाठी, अनिल प्रताप त्रिपाठी, डॉ. अनूप पाण्डेय, दिलीप शुक्ला, अखिल नारायण सिंह, अंजनी अमोघ, अजीत प्रताप त्रिपाठी सहित तमाम लोग मौजूद रहे ।