मिर्जापुर के ग्रामीण अंचल में गंगा तट पर 'स्वामी दक्षिणामूर्ति समाधि मण्डपम्' पर उनकी पुण्यतिथि मनाई गई

दिनांक-10 मई दिन मंगलवार को स्वामी दक्षिणामूर्ति की पुण्यतिथि पर जिगना के पास गंगा तट पर ग्राम-चड़ैचा में, उनकी निर्माणाधीन समाधि स्थल पर एक श्रद्धांजलि सभा का आयोजन किया गया।
 
ग्लोबल भारत न्यूज नेटवर्क

मिर्जापुर के ग्रामीण अंचल में गंगा तट पर स्वामी दक्षिणामूर्ति की पुण्यतिथि मनाई गई

ग्लोबल भारत न्यूज नेटवर्क
मिर्जापुर, 11 मई।

दिनांक-10 मई दिन मंगलवार को स्वामी दक्षिणामूर्ति की पुण्यतिथि पर जिगना के पास गंगा तट पर ग्राम-चड़ैचा में, उनकी निर्माणाधीन समाधि स्थल पर एक श्रद्धांजलि सभा का आयोजन किया गया। 

अवसर पर उपस्थित उनके भक्तों ने समाधि स्थल पर मोमबत्ती जलाकर पूजन और प्रार्थना किया। बहुत से भक्त गण आनलाइन जुड़कर भी कार्यक्रम में शामिल हुए।

इस अवसर पर उपस्थित कानपुर के पूर्व नगर अपर आयुक्त श्री उदय नारायण तिवारी ने स्वामी दक्षिणामूर्ति को एक महान आध्यात्मिक विभूति बताया और कहा कि उनकी पुस्तकें आने वाली पीढ़ियों के लिए एक आध्यात्मिक प्रकाश पुंज का काम करेंगी। 

प्राध्यापक पत्रकार डॉक्टर शक्ति कुमार पाण्डेय ने कहा कि साउथ अफ्रीका के रहने वाले लुसियन पीटर जॉर्डन का परिव्राजक परमहंस सन्यासी के रूप में हिंदुस्तान में भ्रमण करना और फिर योग साधना के लिए लंबे समय तक मिर्जापुर में ठहराव एक बहुत बड़ी ऐतिहासिक घटना है। 

उन्होंने बताया कि मिर्जापुर के तत्कालीन जिलाधिकारी श्री बचित्तर सिंह ने भारत सरकार द्वारा भेजे गए भारतीय नागरिकता प्रमाण पत्र को प्रदान कर उन्हें आध्यात्मिक साधना के लिए अनुकूल अवसर प्रदान किया। 

डा० पाण्डेय ने कहा कि मिर्जापुर नगर के तरकापुर क्षेत्र में रहकर स्वामी दक्षिणामूर्ति ने अनेकानेक भक्तों को जीवनविद्या में दीक्षित किया और एक उच्चतर आध्यात्मिक जीवन के लिए प्रेरणा दिया।

इस अवसर पर स्वामी दक्षिणामूर्ति द्वारा लिखित और वरिष्ठ साहित्यकार श्री आनंद संधिदूत द्वारा हिंदीश्री प्रकाशन के माध्यम से प्रकाशित "कम्यूनियन विद कृष्णा" नामक पुस्तक का विमोचन, स्वामी जी के अनन्य शिष्य इंजीनियर श्री दिनेश त्रिपाठी के द्वारा किया गया। 

पुस्तक की विषय वस्तु पर प्रकाश डालते हुए साहित्यकार आनंद संधिदूत और हिंदीश्री प्रकाशन के प्रोप्राइटर श्री अमित आनंद ने बताया कि यह पुस्तक आध्यात्मिक साधकों के लिए प्रेरणा और ज्ञान का एक अजश्र स्रोत है।

इस कार्यक्रम का समन्वयन और वर्चुअल संचालन श्री अजय कुमार पांडेय (राजन) द्वारा किया गया।

 इस मौके पर श्री सनल जी, श्री उमाशंकर मिश्र, श्री अभिषेक द्विवेदी, श्री विराट द्विवेदी, श्री उज्जवल शंकर मलिक, श्री अजय दिव्यांश, श्री पिंटू जी, श्री रवि शंकर, श्री फूलचन्द्र, समेत अनेकों भक्तगण ने महात्मा जी के प्रति अपने श्रद्धा सुमन अर्पित किए।