राष्ट्रीय लोकदल के राष्ट्रीय अध्यक्ष चौधरी अजित सिंह का भी कोरोना से गुरुवार को गुरुग्राम के मेदांता अस्पताल में निधन।

कोरोनावायरस के कहर से राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के प्रचारक और भारतीय जनता पार्टी के उत्तर प्रदेश सह संगठन महामंत्री भवानी सिंह का भी बुधवार को हैदराबाद के एक अस्पताल में निधन हुआ था।
राष्ट्रीय लोकदल के राष्ट्रीय अध्यक्ष चौधरी अजित सिंह का भी कोरोना से गुरुवार को गुरुग्राम के मेदांता अस्पताल में निधन।

डाo शक्ति कुमार पाण्डेय
विशेष संवाददाता
ग्लोबल भारत न्यूज नेटवर्क

लखनऊ, 6 मई।

राष्ट्रीय लोकदल (आरएलडी) के राष्ट्रीय अध्यक्ष चौधरी अजित सिंह का गुरुवार को निधन हो गया है। वह कोरोना वायरस से संक्रमित होने के बाद अपना इलाज करा रहे थे।

कोरोनावायरस के कहर से राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के प्रचारक और भारतीय जनता पार्टी के उत्तर प्रदेश सह संगठन महामंत्री भवानी सिंह का भी बुधवार को हैदराबाद के एक अस्पताल में निधन हो गया।

राष्ट्रीय लोकदल के मुखिया चौधरी अजित सिंह कोरोना संक्रमण के कारण गुरुग्राम के मेदांता अस्पताल में भर्ती थे। गुरुवार को सुबह छह बजे उन्होंने अंतिम सांस ली। 20 अप्रैल को उनकी कोरोना वायरस टेस्ट रिपोर्ट पॉजिटिव आई थी।

पूर्व केंद्रीय मंत्री व राष्ट्रीय लोक दल के राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं पूर्व केंद्रीय मंत्री चौधरी अजीत सिंह पश्चिमी उत्तर प्रदेश के कद्दावर नेता थे।

पंचायत चुनाव में इस बार उनकी पार्टी ने समाजवादी पार्टी के साथ मिलकर पश्चिमी उत्तर प्रदेश में शानदार प्रदर्शन किया था।

मनमोहन सिंह सरकार में कैबिनेट मंत्री रहे चौधरी अजित सिंह के बेटे जयंत चौधरी भी मथुरा से सांसद रहे हैं।

राष्ट्रीय लोक दल प्रमुख चौधरी अजित सिंह की मंगलवार रात तबीयत ज्यादा खराब हो गई। वह 22 अप्रैल से गुरुग्राम के एक प्राइवेट हॉस्पिटल में उनका इलाज चल रहा था। उनके फेफड़ों में संक्रमण बढ़ने के कारण उनकी हालत नाजुक बनी हुई थी।

चौधरी अजित सिंह देश के पूर्व प्रधानमंत्री और किसान नेता चौधरी चरण सिंह के पुत्र थे। पश्चिमी उत्तर प्रदेश में चौधरी अजित सिंह जाट वर्ग के बड़े नेता माने जाते थे।

अजीत सिंह केंद्र में वीपी सिंह, देवेगौड़ा, इंद्रजीत सिंह गुजराल व मनमोहन सिंह की सरकार में मंत्री भी रहे हैं। 2014 व 2019 के लोकसभा में उनको हार झेलनी पड़ी जबकि उत्तर प्रदेश के विधानसभा चुनाव में उनकी पार्टी का प्रदर्शन पश्चिमी उत्तर प्रदेश में भी काफी निराश करने वाला रहा। वह अपने गढ़ बागपत से लोकसभा चुनाव हार गए। उनके बेटे जयंत चौथरी भी मथुरा लोकसभा से चुनाव हारे।

उनकी पार्टी ने समाजवादी पार्टी के साथ मिलकर पंचायत चुनाव में इस बार शानदार प्रदर्शन किया। इनकी पार्टी ने बागपत, मेरठ, शामली, अलीगढ़ व मथुरा में जीत हासिल की। बागपत में जिला पंचायत सदस्य पद पर रालोद ने 20 में से सात पर जीत दर्ज की। मेरठ में छह तथा शामली में पार्टी को पांच सीट पर जीत मिली।

कोरोनावायरस के कहर से राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के प्रचारक और भारतीय जनता पार्टी के उत्तर प्रदेश सह संगठन महामंत्री भवानी सिंह का भी बुधवार को हैदराबाद के एक अस्पताल में निधन हो गया।

भवानी सिंह भी बीते दिनों कोरोना संक्रमित हुए थे। उनका इलाज राजधानी लखनऊ के संजय गांधी स्नातकोत्तर आयुर्विज्ञान संस्थान में चल रहा था। हालत ज्यादा खराब होने पर उन्हें एयर एंबुलेंस से हैदराबाद के एक अस्पताल में भर्ती कराया गया था। जहां इलाज के दौरान बुधवार को उनका निधन हो गया।

कोरोना से संक्रमित भवानी सिंह की तबीयत बिगड़ने पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने उन्हें इलाज के लिए एयर एंबुलेंस से हैदराबाद भेजा था।

मुख्यमंत्री ने उनके निधन पर गहरा शोक व्यक्त किया है। दिवंगत आत्मा की शांति की कामना करते हुए मुख्यमंत्री ने शोकसंतप्त परिवारीजनों के प्रति संवेदना व्यक्त की है। उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने भी भवानी सिंह के निधन पर शोक जताया है।

भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्र देव सिंह ने भवानी सिंह के निधन पर शोक व्यक्त किया है। उन्होंने कहा कि भवानी सिंह कुशल संगठक होने के साथ कार्यकर्ताओं में अतिप्रिय थे। उन्होंने दिवंगत आत्मा की शांति के लिए प्रार्थना की है। उनके निधन से पार्टी को बड़ी क्षति हुई है।

प्रदेश प्रभारी राधा मोहन सिंह, महामंत्री संगठन सुनील बंसल, जेपीएस राठौर, अनूप गुप्ता, गोविंद नारायण शुक्ला, अश्विनी त्यागी, प्रदेश उपाध्यक्ष पंकज सिंह ने भी भवानी सिंह के निधन पर शोक जताया है।