प्रेमी अपनी प्रेमिका से नही कर रहा था ब्रेकअप तो प्रेमिका ने जहर देकर कर डाली हत्या

प्रेमिका ग्रीष्मा ने लड़के को अपने घर बुलाया और आयुर्वेदिक दवा बताकर कुछ खाने को दिया। उसने इसी में कीटनाशक मिला दिया था। थोड़ी देर बाद शारोन को उल्टी होने लगी और वह वहां से अपने दोस्त के घर चला गया। उसे मारने का पूरा प्लान पहले ही बना लिया गया था और इसीलिए लड़की ने उसे घर पर बुलाया था। जानकारी के मुताबिक वे दोनों लगभग एक साल से रिलेशनशिप में थे।
 
क्राइम

ग्लोबल भारत न्यूज़ नेटवर्क

तमिलनाडु, 02 नवंबर:- तिरुवनंतपुरम में एक लड़की ने अपने बॉयफ्रेंड को इसलिए जहर दे दिया क्योंकि वह उससे रिश्ता नहीं तोड़ना चाहता था। 8 घंटे की पूछताछ के बाद लड़की ने अपना जुर्म कबूल कर लिया है। दरअसल 23 साल के रेडियोलॉजी स्टूडेंट शारोन राज की मौत 25 अक्टूबर को हो गई थी। सोमवार को पुलिस ने इस बात की पुष्टि कर दी है कि उसे गर्लफ्रेंड ने ही जहर देकर मारा था।

एडिशनल डायरेक्टर जनरल पुलिस अजीत कुमार ने कहा कि शारोन राज तिरुवनंतपुरम का ही रहने वाला था। उसकी गर्लफ्रेंड ग्रीष्मा ने उसकी हत्या कर दी। ग्रीष्मा ने पुलिस के सामने कबूल किया कि वह शारोन से छुटकारा पाना चाहती थी। लेकिन वह ब्रेकअप करने को तैयार नहीं था। एडीजीपी ने बताया, ग्रीष्मा ने लड़के को अपने घर बुलाया और आयुर्वेदिक दवा बताकर कुछ खाने को दिया। उसने इसी में कीटनाशक मिला दिया था। थोड़ी देर बाद शारोन को उल्टी होने लगी और वह वहां से अपने दोस्त के घर चला गया। उसे मारने का पूरा प्लान पहले ही बना लिया गया था और इसीलिए लड़की ने उसे घर पर बुलाया था। जानकारी के मुताबिक वे दोनों लगभग एक साल से रिलेशनशिप में थे।

पिछली फरवरी में उन दोनों के बीच कुछ दिक्कतें शुरू हुईं। ग्रीष्मा की शादी किसी और से तय हो गई थी। इसके बावजूद दोनों के बीच संबंध बरकरार था। जब दोबारा दिक्कतें बढ़ीं तो वह शारोन से छुटकारा पाने के बारे में सोचने लगी। अंत में उसने हत्या की योजना बना डाली। पहले ग्रीष्मा ने दूसरे तरीकों से भी संबंध को तोड़ने की कोशिश की थी। लेकिन शारोन इस बात के लिए तैयार नहीं हो रहा था। ग्रीष्मा ने मनगढ़ंत कहानियां भी सुनाई थीं। उसने शारोन को बताया था कि उसकी कुंडली में लिखा है कि उसका पहला  पति मर जाएगा। एडीजीपी बताया कि शारोन का भाई लगातार ग्रीष्मा को फोन करने की कोशिश कर रहा था जिससे वह बता दे कि उसने कौन सा जहर दिया है। लेकिन उसने डर के मारे कुछ नहीं बताया। अगर समय पर इस बात की जानकारी मिल जाती तो शारोन की जान बचाई भी जा सकती थी। 25 अक्टूबर को शारोन की तिरुवनंतपुरम मेडिकल कॉलेज में मौत हो गई। अस्पताल में शारोन का भी बयान लिया गया था लेकिन वह हर बार यही कह रहा था कि उसे किसी पर भी शक नहीं है।