लड़कियों को नशे की लत लगवाकर यह गैंग करवाता था यह कार्य, पुलिस ने किया भंडाफोड़

पहले तो लड़कियों को काबू करके उन्हें नशे की लत लगाता, उसके बाद उनका शारीरिक शोषण करके उन्हें भीख मांगने के घिनौने धंधे में उतार देता। यह जानकारी एसएसपी हरिद्वार अजय सिंह ने दी, पुलिस ने फिलहाल इस गैंग के चंगुल में फंसी दो बहनों को तो मुक्त करवा लिया है। बाकी अन्य पीड़ितों की तलाश में जिले भर में पुलिस की छापामारी जारी है।
 
हरिद्वार

ग्लोबल भारत न्यूज़ नेटवर्क

उत्तराखंड, 06 जनवरी:- उत्तराखंड राज्य स्थित धर्म की नगरी हरिद्वार में चल रहे अधर्म के धंधे और अड्डे का जब पुलिस ने भंडाफोड़ किया तो, खुद पुलिस भी हैरत में रह गई कि अपराध का यह रास्ता भी हो सकता है। जिस गैंग को पुलिस ने तबाह किया है वो पहले तो लड़कियों को काबू करके उन्हें नशे की लत लगाता, उसके बाद उनका शारीरिक शोषण करके उन्हें भीख मांगने के घिनौने धंधे में उतार देता। यह जानकारी एसएसपी हरिद्वार अजय सिंह ने दी, पुलिस ने फिलहाल इस गैंग के चंगुल में फंसी दो बहनों को तो मुक्त करवा लिया है। बाकी अन्य पीड़ितों की तलाश में जिले भर में पुलिस की छापामारी जारी है। पुलिस के मुताबिक गैंग के सदस्य पीड़िताओं द्वारा विरोध करने पर उनके साथ मारपीट करते थे, जान से मार डालने की धमकी देते थे। जिससे दोनो बहनें सहम जाती थीं, लड़कियों के इसी डर का लाभ लेकर गैंग के सदस्य उनका पहले तो खुद ही शारीरिक शोषण करते थे। उसके बाद जब नशे की लत में उलझ चुकी लड़कियां गैंग से निकल कर भागना भी चाहतीं तो, वे नशे की मजबूरी और पैसों की जरूरत के चलते इन गैंग मेंबर्स के कब्जे में खुद ही रहने को तैयार हो जातीं।

लड़कियों की दुखती रग पर हाथ रखकर यह गैंग बाद में उन्हें भीख मंगवाने के घिनौने काम में लगा देता, ऊपर से लड़कियों के साथ मारपीट की जाती सो अलग। नशेड़ी को दबोचकर पुलिस ने पोक्सो एक्ट व अन्य धाराओं में मुकदमा दर्ज किया है, यहां बताना जरूरी है कि हरिद्वार पुलिस ने बीते एक महीने से, जिले में बाल अपराध की रोकथाम और भिक्षावृत्ति कराने वाले अपराधियों पर अंकुश लगाने को लेकर विशेष अभियान छेड़ा हुआ है। इसी के तहत पुलिस के यह बड़ी सफलता मिली, यह जिम्मेदारी यूं तो सभी थानों की पुलिस को दी गई है। मगर विशेष कर इस काम पर हरिद्वार जिला पुलिस कप्तान ने लगाया है, जिले की A.H.T.U. टीमों को। इन्हीं टीमों में से एक ने 4 जनवरी 2023 को नशाखोर प्रिंस पुत्र मनोज निवासी रोड़ी बेलवाला हरिद्वार को पहले दबोचा, फिर उसकी निशानदेही पर 2 नाबालिग सगी बहनों को आजाद कराने में कामयाबी हासिल की। A.H.T.U. टीम द्वारा की गई पूछताछ में जानकारी मिली कि, मां का देहांत होने पर खुद को इन बहनों का पिता बताने वाला कोई शख्स उन्हें हरिद्वार छोड़कर चला गया था, लावारिस हाल में तभी से दोनों बहने हरिद्वार में इधर उधर भटक रही थीं। इसी दौरान आरोपी प्रिंस ने पहले तो इन दोनों बहनों को डरा-धमकाकर, उन्हें जबरदस्ती फ्लूड नशे आदि का सेवन कराकर खुद, उनका शारीरिक शोषण करना शुरू किया। उसके बाद दोनो बहनों को हरि की पैड़ी में भीख मंगवाना शुरु कर दिया।