हाथी दांत की तस्करी में सीआरपीएफ का एक एसआई गिरफ्तार, डेढ़ करोड़ कीमत के हाथी दांत बरामद

आरोपियों के पास से तीन फीट लंबा और 8 किलो वजन का हाथी दांत बरामद किया गया है। अंतर्राष्ट्रीय बाजार में इसकी कीमत करीब डेढ़ करोड़ रुपए आंकी गई है।
 
हाथी दांत

ग्लोबल भारत न्यूज नेटवर्क

राजस्थान, 01 अक्टूबर:- राजस्थान के उदयपुर में हाथी दांत की तस्करी का मामला सामने आया है। यह तस्करी सीआरपीएफ का एक एसआई करा रहा था। पुलिस ने इस मामले में एसआई समेत पांच लोगों को गिरफ्तार किया है, आरोपियों में एक महिला भी शामिल है। पुलिस ने आरोपियों के पास से काफी मात्रा में हाथी दांत भी बरामद किया है। तस्कर उदयपुर के सबीना इलाके में इस खेप को बेचने के लिए आए थे, लेकिन ग्राहक तक पहुंचने से पहले ही पुलिस के हत्थे चढ़ गए।

क्राइम ब्रांच को मिली थी हाथी दांत की तस्करी की सूचना- उदयपुर पुलिस के मुताबिक सबीना पुलिस टीम को जयपुर क्राइम ब्रांच से हाथी दांत की तस्करी की सूचना मिली थी। इसमें बताया गया था कि उदयपुर में कुछ लोग अवैध तरीके से हाथी के दांत लेकर पहुंचे और बेचने की कोशिश कर रहे हैं, इस सूचना पर हरकत में आई पुलिस ने सर्विलांस की मदद से आरोपियों को ट्रैस कर दबोच लिया। पूछताछ के दौरान पता चला कि पकड़े गए आरोपियों एक सीआरपीएफ का सब इंस्पेक्टर है। वहीं एक महिला भी इस तस्करी में शामिल है। सबीना पुलिस के मुताबिक इन आरोपियों की गिरफ्तारी नेला तालाब के पास से हुई है। पुलिस ने आरोपियों के पास से हाथी दांत की खेप भी बरामद की है, पुलिस की पूछताछ में पकड़े गए सीआरपीएफ के सब इंस्पेक्टर ने अपनी पहचान राहुल मीणा निवासी अलवर बताया। कहा कि उसका परिवार फिलहाल दिल्ली में रह रहा है। वह खुद कश्मीर में तैनात है, पुलिस की पूछताछ में उसने खुद को गैंग का मुख्य सरगना बताया। पुलिस के मुताबिक राहुल मीणा के साथ पकड़े गए अन्य आरोपियों में दौसा निवासी अमृत सिंह, भरतपुर निवासी अर्जुन मीणा और संजय तथा जयपुर की रहने वाली रीटा शाह शामिल है।

आरोपियों ने बताया- गिरफ्तार आरोपियों ने बताया कि वह काफी समय से पशु अवशेषों की तस्करी करते हैं। खासतौर पर कोयंबटूर से हाथी दांत और गेंडे के सिंग उठाते हैं और देश के विभिन्न हिस्सों में तस्करी करते रहे हैं। इसमें उन्हें मोटा मुनाफा होने लगा था, आरोपी राहुल मीणा ने बताया कि राजस्थान में गैंडे के सिंघ बड़े आराम से ढाई करोड़ रुपए में बिक जाते हैं। इसी प्रकार हाथी दांत के लिए भी मुंहमांगी रकम मिलती है। आरोपी ने पुलिस की पूछताछ में बताया कि सीआरपीएफ में नियुक्ति के बाद उसकी पोस्टिंग कश्मीर के सोपोर में हो गई। चूंकि वह जल्दी अमीर बनना चाहता था, इसलिए उसने अगस्त महीने में छुट्टी ली और सीधा कोयंबटूर चला गया। वहां से उसने लोकल तस्करों से हाथी दांत और गैंडे का सिंग लेकर अलवर अपने घर आ गया। अब वह राजस्थान में तस्करी का माल खपाने की फिराक में था और इसी उद्देश्य से उदयपुर पहुंचा था, पुलिस ने आरोपियों के पास से करीब तीन फीट लंबा और 8 किलो वजन का हाथी दांत बरामद किया है। अंतर्राष्ट्रीय बाजार में इसकी कीमत करीब डेढ़ करोड़ रुपए आंकी गई है।