छिंदवाड़ा मध्यप्रदेश में यूनिवर्सिटी स्तरीय युवा महोत्सव का भव्य उद्घाटन।

इस अवसर पर राजा शंकर शाह विश्वविद्यालय छिंदवाड़ा के कुलपति डॉ. एम. के. श्रीवास्तव ने कहा कि युवा निर्विकार अंतर्मन के सौन्दर्य से सृष्टि में सृजनधर्मी बनकर समाज का भला कर सकते हैं।
 
ग्लोबल भारत न्यूज

छिंदवाड़ा मध्यप्रदेश में यूनिवर्सिटी स्तरीय युवा महोत्सव का भव्य उद्घाटन।

डा० शक्ति कुमार पाण्डेय
राज्य संवाददाता
ग्लोबल भारत न्यूज नेटवर्क 
 
छिंदवाड़ा, मध्यप्रदेश; 22 नवम्बर।

इस अवसर पर राजा शंकर शाह विश्वविद्यालय छिंदवाड़ा के कुलपति डॉ. एम. के. श्रीवास्तव ने कहा कि युवा निर्विकार अंतर्मन के सौन्दर्य से सृष्टि में सृजनधर्मी बनकर समाज का भला कर सकते हैं।

मुख्य अतिथि के रूप में छिंदवाड़ा कलेक्टर श्रीमती शीतला पटले ने पी. जी. कॉलेज छिंदवाड़ा के परिसर में आयोजित उद्घाटन समारोह में उपस्थित छात्र समुदाय से कहा कि आज की कड़ी स्पर्धा के युग में लक्ष्य पर बिना अपना सर्वोत्कृष्ट दिए अपने ख्वाबों को साकार नहीं कर सकते हैं। 

उन्होंने कहा कि बिना खुद की समझ विकसित हुए राष्ट्र सेवा संभव नहीं है। अगर स्पर्धा स्वस्थ नहीं हो तो खिलाड़ी को खेलने में मज़ा भी नहीं आता है। 

राजा शंकर शाह विश्वविद्यालय छिंदवाड़ा के कुलपति डॉ. एम. के. श्रीवास्तव ने कहा कि युवा निर्विकार अंतर्मन के सौन्दर्य से सृष्टि में सृजनधर्मी बनें। 

उन्होंने कहा कि आज कोई भी छात्र बिना डिजिटल शिक्षा की बारीकियों को समझे मनचाहा कैरियर नहीं बना सकते हैं। 

जिला पंचायत सी. ओ. श्री हरेंद्र नारायण ने अपने उद्बोधन में कहा कि उम्र का पड़ाव कोई भी हो, पर जीने की ललक कम नहीं होनी चाहिए। हम वही बनते हैं जिसको लंबे समय तक बनने का बहाना करते हैं। 

उन्होंने कहा कि नदियों को बहने के लिए पथ की और दृढ़ संकल्पी को आगे जाने के लिए रथ की जरूरत नहीं होती है। 

प्राचार्य डॉ. पी.आर. चंदेलकर ने कहा कि जिनमें बेशुमार आत्मविश्वास होता है उनके लिए सफलता का आसमां नापना मुश्किल नहीं होता है। 

विश्वविद्यालय की युवा उत्सव प्रभारी प्रो.अर्चना सुदेश मैथ्यू के नेतृत्व में युवा रैली का भव्य शुभारंभ पीजी कॉलेज तिराहा से किया गया, जिसमें बग्गी रथ में राजा शंकर शाह और उनके सेनानायक भारत माता के साथ भारत के तिरंगा की प्रथम प्रस्तुति की गई।

इसके पश्चात एन.एस. एस. छात्र छात्राओं द्वारा लोक नृत्य किया गया। एन. एस. एस . ड्रम से शुरुआत के साथ ही रैली में भारत की संस्कृति को विभिन्न परिधानों ( राजस्थानी , गुजराती ' मराठी . बगाली ' पंजाबी आदिवासी , कश्मीरी ' आदि ) द्वारा भव्य व संपूर्ण रूप में प्रस्तुतिकरण किया गया । साथ ही छिन्दवाड़ा टीम. नीले , बालाघाट पीले ' सिवनी  लाल और  बैतूल टीम हरे रंग से सुशोभित हुई। 

खेल ग्राऊण्ड में बटालियन बैंड, एन.सी.सी., एन. एस.एस . के छात्र छात्राओं द्वारा सलामी दी गई। 

प्रभात रैली को संबोधित करते हुए माननीय कुलपति महोदय ने कहा कि विश्वविद्यालय प्रबंधन छात्रों के बहुमुखी विकास के लिए कोई कोर कसर नहीं छोड़ेगा। 

युवा उत्सव समारोह को संपन्न कराने में विश्वविद्यालय कुलसचिव प्रो.धना राम उइके, छात्र अधिष्ठाता प्रो. जगदीश वाहने, पंचम लाल सनोडिया, वैदुर्यमणि तिवारी, अनुरूप सक्सेना, नीलम यादव, प्रो.शेखर ब्रह्मने, प्रो.निधि डोडानी, प्रो. महेंद्र साहू, प्रो. लक्ष्मीकांत चंदेला, विश्वविद्यालय युवा उत्सव प्रभारी डॉ. अर्चना सुदेश मैथ्यू, मीडिया प्रभारी प्रो. अमर सिंह, प्रो.सीमा सूर्यवंशी और प्रो. दुर्गेश ठाकुर का विशेष योगदान रहा। मंच संचालन का सफ़ल दायित्व प्रो. टीकमणि पटवारी, प्रो. पी. एन. सनेसर और प्रो. मीनाक्षी कोरी ने निर्वहन किया। 

स्पर्धाओं की विधाओं के निर्णायक डॉ. अनुसुइया बघेल, डॉ. मृदुला शर्मा, श्रीमती राजेश्वरी डहेरिया, श्रीमती स्वर्णा दीक्षित, सचिन वर्मा व कुलदीप वैद्य प्रमुख थे। परिणामों की घोषणा अंतिम दिन की जाएगी।