राम मंदिर निर्माण को लेकर उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ धीरे धीरे भाव विभोर होते जा रहे हैं। गोरक्ष पीठ के जुड़ाव के चलते उन्हें यह खुद का स्वप्न पूरा होता लग रहा है।

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने एक ट्वीट में लिखा कि श्रीराम मंदिर की स्थापना के लिए दादागुरु ब्रह्मलीन महंत दिग्विजयनाथ जी महाराज और पूज्य गुरुदेव ब्रह्मलीन महंत अवैद्यनाथ जी महाराज आजीवन समर्पित रहे।

डा. एस. के. पाण्डेय
राज्य संवाददाता
ग्लोबल भारत न्यूज नेटवर्क

लखनऊ, 4 अगस्त।
राम मंदिर निर्माण को लेकर उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ धीरे धीरे भाव विभोर होते जा रहे हैं। श्रीराम मंदिर आंदोलन से गोरक्षपीठ के प्रमुख सन्तों महन्थ दिग्विजय नाथ और महन्थ अवैद्यनाथ का अत्यधिक लगाव रहा है। गोरक्ष पीठ के जुड़ाव के चलते उन्हें यह खुद का स्वप्न पूरा होता लग रहा है।

सोमवार को श्रीराम मंदिर के शिलान्यास की तैयारियों का अयोध्या में जायजा लेने के अवसर पर सीएम योगी ने कई चौपाइयां और श्लोक ट्वीट कर अपनी भावनाएं व्यक्त कीं।

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने एक ट्वीट में लिखा कि अवधपुरी में श्रीराम मंदिर की स्थापना के लिए दादागुरु ब्रह्मलीन महंत दिग्विजयनाथ जी महाराज और पूज्य गुरुदेव ब्रह्मलीन महंत अवेद्यनाथ जी महाराज आजीवन समर्पित रहे। आज जबकि यह स्वप्न साकार हो रहा है तो हुतात्माद्वय को असीम संतोष की अनुभूति हो रही होगी।

“अवधपुरी प्रभु आवत जानी।
भई सकल सोभा कै खानी।।”

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि कई शताब्दियों की प्रतीक्षा अब पूर्ण हो रही है। व्रत फलित हो रहे हैं, संकल्प सिद्ध हो रहा है। सभी श्रद्धालु घर पर दीप जलाएं। श्रीरामचरितमानस का पाठ करें। प्रभु श्री राम का आशीष सभी जनों को प्राप्त होगा। एक ट्वीट में सीएम योगी ने संस्कृत भाषा की महिमा बखान करते हुए लिखा-

“संस्कृतं भारतस्य आत्मा।
एषा भाषा न केवलं भारतीय-भाषाणां पोषिका अपितु अस्माकं संस्कृते: सभ्यताया: मार्ग-दर्शिका।। मानवीय-मूल्यानाम् आदर्शाणाम् सुसंस्काराणां संदर्शिका।
अथ च अपूर्वस्य ज्ञान-विज्ञानस्य संधानिका वर्तते।। शुभस्य संस्कृत-दिवसस्य शुभाशया:।
जयतु संस्कृतं जयतु भारतम्।।”

एक अन्य ट्वीट में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा-

“जय राम सदा सुख धाम हरे।
रघुनायक सायक चाप धरे।।
भव बारन दारन सिंह प्रभो।
गुन सागर नागर नाथ बिभो।।”

भूमिपूजन को लेकर उत्साहित मुख्यमंत्री के शब्द थे-

“अयोध्या में श्रीरामलला विराजमान के दर्शन कर लोकमंगल के लिए प्रार्थना की। प्रभु श्रीराम के आशीर्वाद से सभी श्रद्धालुओं के दैहिक, दैविक और भौतिक तापों का अंत होगा। जय सिया राम!”

मुख्यमंत्री ने यह चौपाई भी लिखी-

“बंदउं अवध पुरी अति पावनि।
सरजू सरि कलि कलुष नसावनि।।”

आगे लिखते हैं –
“धर्मनगरी अयोध्या में आज मां सरयू का दर्शन-पूजन कर शाश्वत सनातन संस्कृति के उत्कर्ष हेतु आशीर्वाद मांगा। पुण्यसलिला मां सरयू सभी को अपनी कृपा से अभिसिंचित रखें। सरयू मइया की जय!”

उन्होंने ट्वीट के जरिए यह भी बताया कि भाद्रपद कृष्ण पक्ष द्वितीया, विक्रम संवत 2077 यानी पांच अगस्त, 2020 को अयोध्या में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा श्री राम मंदिर का भूमिपूजन होगा। इसके लिए धर्मनगरी अयोध्या में हो रही तैयारियों की स्थलीय समीक्षा की।