यूपी के चिकित्सा शिक्षा एवं वित्त मंत्री सुरेश खन्ना ने अपने को होम क्वारंटाइन किया।

सुरेश खन्ना ने एक जून को मेरठ मेडिकल कॉलेज का निरीक्षण किया था और उसी दिन वहां भर्ती तीन कोरोना संक्रमित मरीजों की मौत हो गई थी।

डा. एस. के. पाण्डेय
राज्य संवाददाता

लखनऊ, 5 जून।
यूपी के चिकित्सा शिक्षा एवं वित्त मंत्री सुरेश खन्ना ने बताया है कि उन्होंने चिकित्सकों की सलाह पर अपने को होम क्वारंटाइन कर लिया है और घर से ही सरकारी कामकाज निपटायेंगे तथा प्रदेश के मेडिकल कॉलेजों के लिए भी जरूरी निर्देश जारी करते रहेंगे। सुरेश खन्ना ने एक जून को मेरठ मेडिकल कॉलेज का निरीक्षण किया था और उसी दिन मेरठ के मेडिकल काॅलेज में भर्ती गाजियाबाद के तीन कोरोना संक्रमित मरीजों की मौत हो गई थी।

मंत्री सुरेश खन्ना ने कहा कि वह इस समय चिकित्सकों की सलाह पर होम क्वारंटाइन हैं और घर से ही सरकारी कामकाज निपटायेंगे और प्रदेश के मेडिकल कॉलेजों के लिए भी जरूरी निर्देश जारी कर रहे हैं।

मंत्री सुरेश खन्ना ने लोगों को हिदायत दी कि लोग उनसे मोबाइल नंबर 9415029539 पर ही संपर्क करें। किसी को उनसे मिलने के लिए लखनऊ आने की जरूरत नहीं है। उन्होंने आम लोगों व अपने समर्थकों से अपील की है कि वह उनसे मिलने न आएं।

मंत्री ने कहा कि अब वह शनिवार को कोरोना जांच के लिए अपना सैंपल देंगे, क्योंकि सैंपल पांच दिन पूरा होने के बाद ही दिया जाता है। उन्होंने बताया कि वे पूर्णरूप से स्वस्थ हैं और उन्हें कोरोना के कोई लक्षण नहीं हैं। उन्होंने कहा कि “मैं विशेषज्ञों की मेडिकल सलाह के आधार पर घर में हूँ तथा 05 जून को टेस्ट कराऊंगा। मैं घर से ही सारा सरकारी कार्य कर रहा हूँ तथा फ़ोन से मेडिकल कालेजों की सेवाओं की जानकारी प्राप्त कर रहा हूँ।​”

वित्त एवं चिकित्सा शिक्षा मंत्री सुरेश खन्ना ने गुरुवार को अपने घर से ही शासकीय कार्यों को निपटाया। कालिदास मार्ग स्थित अपने 10 नंबर सरकारी बंगले से ही उन्होंने शासकीय कामकाज निपटाया। बुधवार को होम क्वारंटाइन हुए मंत्री सुरेश खन्ना ने कहा कि उनके अंदर कोरोना के कोई लक्षण नहीं हैं। फिर भी पूरी एहतियात बरत रहे हैं और चिकित्सीय परामर्श के अनुसार कार्य कर रहे हैं।

उल्लेखनीय है कि वित्त एवं चिकित्सा शिक्षा मंत्री सुरेश खन्ना ने एक जून को मेरठ मेडिकल कॉलेज का निरीक्षण किया था और उसी दिन मेरठ के मेडिकल काॅलेज में भर्ती गाजियाबाद के तीन कोरोना संक्रमित मरीजों की मौत हो गई थी। इन सभी का मेडिकल कालेज के कोविड-19 वार्ड में उपचार चल रहा था और एक व्यक्ति में उस दिन सुबह ही संक्रमण की पुष्टि हुई थी।

वे मास्क पहने हुए थे और पर्याप्त शारीरिक दूरी भी बनाकर रखी थी। उन्होंने कहा कि “मरीजों को बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं मिले यह मेरी जिम्मेदारी है और इसी कारण मैं लगातार मेडिकल कॉलेजों का दौरा कर स्वास्थ्य सुविधाओं का जायजा ले रहा था। फिलहाल अब वह होम क्वारंटाइन रहेंगे और आगे जांच रिपोर्ट आने के बाद ही चिकित्सकों के परामर्श पर अगला कदम उठाएंगे।”