प्रेमी ने प्रेमिका को गाड़ी से टक्कर मारकर की हत्या, पति बनकर पुलिस से प्रेमिका का शव लेकर अंत्येष्टि कर दी

विनीता यादव लहूलुहान हालत में मंडी समिति के पास मिली थी। पुलिस ने उसे एसएन मेडिकल कॉलेज भेजा। जहां उसकी मौत हो गई। पुलिस ने शव पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। दूसरे दिन एक युवक एत्मादुद्दौला थाने आया। अपना नाम विजय यादव बताया। पुलिस से कहा कि उसकी पत्नी विनीता यादव घर नहीं लौटी है। पत्नी देहली गेट स्थित एक नर्सिंग होम में नर्स है। वह भी देहली गेट के एक दूसरे हॉस्पिटल में नर्सिंग स्टाफ है।
 
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ग्लोबल भारत न्यूज़ नेटवर्क

आगरा, 04 अक्टूबर:- आगरा में 26 सितंबर की रात मंडी समिति के सामने सर्विस रोड पर विनीता यादव की मौत सड़क हादसे में नहीं हुई थी। प्रेमी ने गाड़ी से टक्कर मारकर उसकी हत्या की थी। प्रेमी ने विनीता की हत्या के बाद पति बनकर पुलिस से युवती का शव भी ले लिया और अंत्येष्टि कर दी थी। विनीता के परिवार वालों की शिकायत पर शुरू हुई जांच में सनसनीखेज खुलासा हो गया। सोमवार को एत्मादुद्दौला पुलिस ने हत्यारोपी प्रेमी को जेल भेज दिया। प्रेमी के अनुसार युवती दूसरों से बात करती थी, इसलिए ही बोलेरो से कुचलकर मार डाला था।

सीओ छत्ता सुकन्या शर्मा ने बताया कि 26 सितंबर की रात विनीता यादव लहूलुहान हालत में मंडी समिति के पास मिली थी। पुलिस ने उसे एसएन मेडिकल कॉलेज भेजा। जहां उसकी मौत हो गई। पुलिस ने शव पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। दूसरे दिन एक युवक एत्मादुद्दौला थाने आया। अपना नाम विजय यादव बताया। पुलिस से कहा कि उसकी पत्नी विनीता यादव घर नहीं लौटी है। पत्नी देहली गेट स्थित एक नर्सिंग होम में नर्स है। वह भी देहली गेट के एक दूसरे हॉस्पिटल में नर्सिंग स्टाफ है। पुलिस ने उसे रात को हुए एक महिला के एक्सीडेंट के बारे में बताया। शव का फोटो दिखाया। उसे देखते ही वह रोने लगा। उसने शव की पहचान अपनी पत्नी विनीता यादव के रूप में की। बताया कि विनीता यादव मूलत: सिरसागंज (फिरोजाबाद) की निवासी थी। पुलिस ने शव का पोस्टमार्टम कराया। शरीर पर चोट एक्सीडेंट की निकलीं। पुलिस ने शव विजय के सुपुर्द कर दिया। उसने शव का अंतिम संस्कार कर दिया।

इधर, विनीता की मौत की जानकारी जब परिजनों को हुई तो वह सन्न रह गए। आगरा आए। पुलिस से मिले। विजय यादव पर शक जताया। बताया कि विजय उनका रिश्तेदार ही है। बेटी को जाल में फंसा लिया था। उसके साथ लिव इन में रह रहा था। बेटी का एक्सीडेंट नहीं हुआ था। इसके बाद पुलिस ने मामले की जांच शुरू की। सीसीटीवी फुटेज खंगाले। विजय से पूछताछ की। उसके बयानों की जांच की। कई ऐसे सुराग मिले जिससे यह साफ हुआ कि विजय झूठ बोल रहा है। पुलिस ने सीसीटीवी कैमरे खंगाले। घटनास्थल के पास कोई कैमरा नहीं था। उससे पहले और बाद में लगे कैमरों में एक बोलेरो कैद हुई थी। नंबर से मालिक का पता चला। मालिक का नंबर निकाला गया। कॉल डिटेल में उसमें विजय का नंबर मिला। विजय ने अपने बयान में जो जानकारी दी थी वह जांच में गलत निकलीं।

विजय यादव मूलत: नगला मोहन, फिरोजाबाद का निवासी है। उसने पुलिस को बताया कि वारदात में उसका मित्र अंशुल भी साथ था। बोलेरो अंशुल की है। उसने फोन करके विनीता को मंडी समिति के पास बुलाया था। विनीता पैदल वहां पहुंची। वह और अंशुल बोलेरो में बैठे थे। विनीता को देखते ही वह पहचान गया। बोलेरो से उसे पीछे से जबरदस्त टक्कर मारी। टक्कर मारने के बाद मौके से भाग गए। विजय ने पुलिस को बताया कि विनीता और उसके बीच पिछले कई दिनों से मनमुटाव चल रहा था। वह दूसरे लड़कों से बात किया करती थी। इसे लेकर उसे आपत्ति थी। उसे शक था कि विनीता उससे दूरी बना रही है। किसी और को पसंद करने लगी है। इसी वजह से उसने उसे मार डाला। वहीं दूसरी तरफ विनीता के परिजनों का आरोप है कि विजय झूठ बोल रहा है। हत्या की वजह कुछ और है। विनीता जो भी कमाया करती थी वह विजय की रखता था।