दो मालिकों के बीच फंसा तोता, घंटों चली थाने में पंचायत जानें तोते ने किसे कहा- मम्मी-पापा

एक व्यक्ति ने विदेशी तोता दिया था। तीन साल से वह परिवार इस तोते को पालन पोषण कर रहा था। जिस व्यक्ति ने तोता दिया था उसे किसी ने लालच दिया कि अगर तुम मुझे तोता वापस दिला दो तो मैं तुम्हें 60 हजार रुपए दूंगा, इससे उस व्यक्ति के मन में लालच आ गया और वह उस परिवार से तोता वापस मांगने पहुंच गया।
 
आगरा

ग्लोबल भारत न्यूज़ नेटवर्क

आगरा, 18 दिसंबर:- ताजनगरी आगरा के कमला नगर थाने में एक विदेशी तोते पर मालिकाना हक को लेकर दो पक्षों की घंटों तक पंचायत चली। इस दौरान तोता पुलिस हिरासत में रहा। अंत में फैसला हुआ कि तोता अपने आप जिसके भी साथ रहना चाहेगा वह रहेगा और उसी को सुपुर्द किया जाएगा। दोनों पक्षों को सामने बिठाया गया, इसके बाद तोते ने अपने पक्ष के लोगों को मम्मी-पापा कहकर संबोधित किया। इसके बाद पुलिस ने तोता उनके सुपुर्द कर दिया है। थाने में चली पंचायत जिले में चर्चा का विषय बन गई।

जानकारी के मुताबिक बलकेश्वर के परिवार को एक व्यक्ति ने विदेशी तोता दिया था। तीन साल से वह परिवार इस तोते को पालन पोषण कर रहा था। जिस व्यक्ति ने तोता दिया था उसे किसी ने लालच दिया कि अगर तुम मुझे तोता वापस दिला दो तो मैं तुम्हें 60 हजार रुपए दूंगा, इससे उस व्यक्ति के मन में लालच आ गया और वह उस परिवार से तोता वापस मांगने पहुंच गया, लेकिन तोते का पालन करने वाले परिवार ने तोता देने से इनकार कर दिया और कहा कि कोई भी पैसा नहीं लेंगे। हम 3 साल से इसका पालन पोषण रहे हैं यह हमारे परिवार का सदस्य है। तोते को लेकर दोनों पक्षों में झगड़ा हो गया। जिसके बाद घटना की जानकारी क्षेत्रीय पुलिस को मिली तो पुलिस दोनों पक्षों को और तोते को अपने साथ थाना कमला नगर ले आई और मामले में आगे की पूछताछ शुरू की।

तोते के मालिकाना हक को लेकर काफी देर तक थाने में पंचायत चलती रही। बाद में तय हुआ कि तोता जिस पक्ष को पहचान लेगा, उसी को दिया जाएगा। ऐसे में तोते ने तीन साल से उसका पालन पोषण कर रहे दंपति को पहचान लिया और मम्मी-पापा कहने लगा, जिसके बाद पुलिस ने तोते को उनके सुपुर्द कर दिया।