भारत तिब्बत सहयोग मंच काशी प्रांत के कार्यकर्ताओं ने प्रयागराज के सांसद उज्वल रमण सिंह को ज्ञापन दिया।

ज्ञापन में कहा गया है कि चीन के कब्जे वाला भू भाग वापस लिया जाना चाहिए। पंचशील समझौते की धज्जियाँ उड़ाते हुए चीन ने 1962 में भारत पर हमला करके भारत के एक बड़े भूभाग पर कब्जा कर लिया। 
 
ग्लोबल भारत न्यूज

भारत तिब्बत सहयोग मंच काशी प्रांत के कार्यकर्ताओं ने प्रयागराज के सांसद उज्वल रमण सिंह को ज्ञापन दिया।

डा० शक्ति कुमार पाण्डेय 
राज्य संवाददाता 
ग्लोबल भारत न्यूज 

प्रयागराज, 30 नवम्बर।

ज्ञापन में कहा गया है कि चीन के कब्जे वाला भू भाग वापस लिया जाना चाहिए। पंचशील समझौते की धज्जियाँ उड़ाते हुए चीन ने 1962 में भारत पर हमला करके भारत के एक बड़े भूभाग पर कब्जा कर लिया। 

उसी भूमि को मुक्त कराने के लिए 14 नवंबर 1962 को संसद में एक संकल्प लिया गया था, लेकिन आज तक उस पर अमल नहीं किया जा सका। 

इसी संकल्प की याद दिलाने के लिए राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के वरिष्ठ प्रचारक एवं भारत तिब्बत सहयोग मंच के मार्गदर्शक श्रीमान इंद्रेश कुमार जी के मार्गदर्शन में और मंच के राष्ट्रीय महामंत्री श्री मान पंकज गोयल जी व काशी प्रांत अध्यक्ष श्रीमान विजय कुमार पान्डेय जी के निर्देशन में भारत तिब्बत सहयोग मंच काशी प्रांत के श्रीमान मनीष तिवारी जी, प्रांत महामंत्री युवा विभाग काशी प्रांत, एवं श्रीमान अजय कुमार मिश्र, काशी प्रांत मंत्री युवा विभाग एवं प्रभारी यमुनापार युवा विभाग व श्रीमान आशीष कुमार तिवारी, जिला अध्यक्ष युवा विभाग यमुनापार प्रयागराज व यमुनापार जिला महामंत्री युवा विभाग श्रीमान अरुण कुमार श्रीवास्तव ने प्रयागराज के सांसद श्रीमान उज्वल रमण सिंह जी को एक ज्ञापन दिया। 

ज्ञापन में संकल्प को याद दिलाते हुए इस मुद्दे को संसद में उठाने और उसे पूरा करने की माँग की गई।