माफिया अतीक अहमद के गुर्गों को आज भी रात काली के बाद सवेरा होने का इंतजार

इस रजिस्टर में कई अहम कोडवर्ड लिखे हुए हैं, इसमें कोड वर्ड आधे-अधूरे अक्षरों में लिखे हुए हैं, जो काफी सीक्रेट रखे गए हैं। यही नहीं इस रजिस्टर पर कई नामों के आगे रकम भी लिखी गई है। ऐसा माना जा रहा है कि यह रकम उनको देने के बाद इसी रजिस्टर में डेटा मेंटेन किया जाता था। रजिस्टर के आखिरी पन्ने पर उर्दू में कुछ लिखा है।
 
Mafia Atiq Ahmed

ग्लोबल भारत न्यूज़ नेटवर्क

प्रयागराज, 08 अप्रैल:- माफिया अतीक अहमद के दिन भले ही गर्दिश में चल रहे हैं, वह उम्रकैद की सजा भी काट रहा है। लेकिन उसके गुर्गे आज भी रात काली के बाद सवेरा होने का इंतजार कर रहे हैं। यह बात पुलिस के हाथ लगे रजिस्टर के अंदर मिला एक पन्ना चीख-चीख कर बयां कर रहा है। रजिस्टर के अंदर मिले पन्ने पर अतीक की तस्वीर बनी हुई है और उस पर लिखा हुआ है ‘रात कितनी भी काली हो सवेरा जरूर होता है’।

अतीक के गुर्गों को है इंतजार- इससे पता चलता है कि अतीक के गुर्गे आज भी काली रात के बाद सवेरा होने के इंतजार में हैं। पिछले मंगलवार को जब पुलिस ने 5 आरोपियों को कस्टडी रिमांड पर लिया तो पूछताछ के दौरान अतीक के टूटे हुए दफ्तर से इन अभियुक्तों की निशानदेही पर रजिस्टर, मोबाइल और दो आधार कार्ड मिले थे। जिसमें अली का नाम था, रजिस्टर के अंदर एक पन्ना भी पुलिस को मिला है। वही पुलिस अब तक इस मामले में राकेश, कैश, निजाय, अरशद कटरा और इकबाल को अरेस्ट कर चुकी है। इस रजिस्टर में कई अहम कोडवर्ड लिखे हुए हैं, इसमें कोड वर्ड आधे-अधूरे अक्षरों में लिखे हुए हैं, जो काफी सीक्रेट रखे गए हैं। यही नहीं इस रजिस्टर पर कई नामों के आगे रकम भी लिखी गई है। ऐसा माना जा रहा है कि यह रकम उनको देने के बाद इसी रजिस्टर में डेटा मेंटेन किया जाता था। रजिस्टर के आखिरी पन्ने पर उर्दू में कुछ लिखा है। इससे साफ जाहिर होता है कि इनके गुर्गे इस पन्ने के जरिए पैगाम देना चाह रहे हैं कि भाई का वक्त अभी काला है और एक दिन सवेरा आएगा तो फिर से आतंक का साम्राज्य खड़ा होगा।

सोशल मीडिया पर भी वायरल किया गया था- सूत्रों की माने तो जो पन्ना पुलिस के हाथ लगा है, उसी पन्ने की डिजाइन के साथ एक पोस्टर बनाकर अतीक अहमद के नाम पर एक पोस्टर इंस्टाग्राम पर भी अपलोड किया गया था। सूत्र दावा करते हैं कि इस काली रात के साथ जुड़े नामों का सवेरा होते ही इनके भी जीवन का उद्धार करने का वादा माफिया अतीक के बेटे असद और उसके परिवार ने किया था। रजिस्टर के भीतर कई पन्ने फटे हुए हैं, पुलिस यह जानने का कोशिश कर रही है कि इन फटे पन्नों पर आखिर लिखा क्या था। साथ ही ये पता लगाने की कोशिश की जा रही है कि 24 फरवरी को हुए उमेश पाल शूटआउट कांड से पहले तो कहीं ये पन्ने नहीं फाड़े गए।