पहले से हो गई थी उमेश पाल को गैंगवार की आशंका, संदिग्धों को घर के आसपास घूमते देख दी थी सूचना

खुद हिस्ट्रीशीटर बदमाश दिनेश पासी को उनके घर के आसपास कई बार घूमते हुए देखा गया था। इसके अलावा कुछ अन्य संदिग्ध लोग भी सीसीटीवी कैमरे में नजर आए, जो उमेश पाल की गतिविधियों पर नजर रखे हुए थे। उमेश पाल ने इन संदिग्धों के बारे में सुलेम सराय पुलिस को एक सप्ताह पहले ही सूचित कर दिया था, उन्होंने लिखित में शिकायत देते हुए बताया था कि गैंगस्टर अतीक अहमद के गुर्गे उसकी हत्या की योजना बना रहे हैं और लगातार उनकी रैकी कराई जा रही है।
 
प्रयागराज

ग्लोबल भारत न्यूज़ नेटवर्क

प्रयागराज, 25 फरवरी:- उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में राजूपाल हत्याकांड के गवाह उमेश पाल की हत्या ने प्रयागराज में कानून व्यवस्था की पोल खोल दी है। इस गैंगवार की आशंका उमेश पाल को कई दिन पहले ही हो गई थी। उन्होंने पुलिस को सूचित भी किया था, बावजूद इसके पुलिस हाथ पर हाथ धरे बैठे रहे। वहीं जैसे ही मौका मिला, हमलावरों ने इस वारदात को अंजाम दे दिया। इस वारदात के लिए हमलावर इतनी तैयारी के साथ आए थे कि आमने सामने के मुकाबले में वह 15 मिनट तक लगातार बम गोले बरसा सकते थे। यहीं नहीं, इतने समय तक वह लगातार अत्याधुनिक हथियारों से फायरिंग कर सकते थे।

पूरी घटना- बसपा विधायक राजूपाल हत्याकांड में गवाह उमेश पाल की हमलावर करीब दस दिन से रैकी कर रहे थे, खुद हिस्ट्रीशीटर बदमाश दिनेश पासी को उनके घर के आसपास कई बार घूमते हुए देखा गया था। इसके अलावा कुछ अन्य संदिग्ध लोग भी सीसीटीवी कैमरे में नजर आए, जो उमेश पाल की गतिविधियों पर नजर रखे हुए थे। उमेश पाल ने इन संदिग्धों के बारे में सुलेम सराय पुलिस को एक सप्ताह पहले ही सूचित कर दिया था, उन्होंने लिखित में शिकायत देते हुए बताया था कि गैंगस्टर अतीक अहमद के गुर्गे उसकी हत्या की योजना बना रहे हैं और लगातार उनकी रैकी कराई जा रही है। पुलिस ने उनकी शिकायत तो ले ली, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई। वारदात के वक्त उमेश पाल अपनी गाड़ी से घर लौट रहा था। उसके चालक ने घर के सामने वाली गली के बाहर कार रोक दी। इतने में एक शूटर ने पीछे से उमेश के ऊपर फायरिंग की। गोली लगते ही उमेश सड़क पर गिर गये, उसके गनर ने कारबाइन से हमलावर पर फायरिंग की कोशिश की, लेकिन इतने में शूटर ने उसे भी गोली मार दी। उमेश ने भाग कर जान बचाने की कोशिश की, लेकिन शूटर ने उसे दौड़ा कर गोलियों से छलनी कर दिया। इतने में दूसरे शूटर ने झोले में से बम निकालकर फेंकना शुरू कर दिया।

फिल्मी अंदाज में दिया घटना को अंजाम- बाइक पर सवार होकर आए इन दोनों बदमाशों ने फिल्मी अंदाज में महज 44 सेकेंड में इस वारदात को अंजाम दिया। हालांकि दावा किया जा रहा है कि शूटर 15 मिनट तक लगातार गोलीबारी का सामान लेकर आए थे, प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि बदमाश इस प्रकार बम फेंक रहे थे, जैसे किसी बच्चों के बीच टॉफी चॉकलेट लुटाया जाता है। कहा जा रहा है कि एक ही बाइक पर सवार होकर आए तीन बदमाशों ने इस वारदात को अंजाम दिया है। वारदात के बाद जागी पुलिस ने आनन फानन में जिले की सीमाओं को सील कर दिया, खुद डीजीपी ने घटना का संज्ञान लिया और बदमाशों की धरपकड़ के लिए लोकल पुलिस के साथ एसटीएफ को भी मैदान में उतार दिया गया है। पुलिस ने अब तक गैंगस्टर अतीक अहमद के दोनों बेटों के अलावा करीब एक दर्जन से अधिक आपराधिक प्रवृति के लोगों को हिरासत में लिया है।

अभी तक कि अपडेट- उमेश की हत्या मामले में उनकी पत्नी जया पाल ने अहमदाबाद जेल में बंद माफिया अतीक अहमद, उसकी पत्नी शाइस्ता परवीन, बरेली जेल में बंद भाई पूर्व विधायक अशरफ, अतीक के बेटों, मोहम्मद मुस्लिम और अतीक के अन्य सहयोगियों के खिलाफ साजिश, हत्या सहित अन्य गंभीर धाराओं में धूमनगंज थाने में एफआइआर लिखाई है। वही पुलिस की 10 टीमें हमलावरों की तलाश में जुट गई है, STF प्रयागराज, वाराणसी यूनिट को लगाया गया है। पूर्वांचल के कुख्यात शूटरों की तलाशी जा रही लोकेशन, सर्विलांस और खुफिया एजेंसियों को लगाया गया। प्रयागराज, प्रतापगढ़, कौशांबी में की जा रही छापेमारी, आजमगढ़ और मऊ में भी शूटरों की तलाश में शुरू, हत्या के आरोपियों की तलाश में लगी पुलिस टीमें।