शूटरों को आर्म सप्लाई करने वाले सफदर अली के घर गरजेगा यूपी पुलिस का पीला पंजा

सफदर अतीक अहमद के करीबियों में से एक है। वह गैंग को आर्म सप्लाई करता था, इसके घर पर नोटिस चस्पा कर घर खाली कराया जा रहा है। वहीं, सफदर का कहना है कि उसका अतीक से कोई लेना-देना नहीं है। ना ही उसने कभी कोई हथियार अतीक अहमद या उनके गुर्गों को सप्लाई किया है, यह घर उसके बेटे के नाम पर है।
 
Umesh pal murder case

ग्लोबल भारत न्यूज़ नेटवर्क

प्रयागराज, 02 मार्च:- उमेश पाल हत्याकांड में उत्तर प्रदेश की पुलिस एक्शन मोड में है, अब प्रयागराज विकास प्राधिकरण सफदर अली नाम के शख्स का घर गिराने जा रही है। आरोप है कि सफदर अली आर्म्स सप्लायर है, आरोप है कि सफदर अतीक अहमद के करीबियों में से एक है। वह गैंग को आर्म सप्लाई करता था, इसके घर पर नोटिस चस्पा कर घर खाली कराया जा रहा है। वहीं, सफदर का कहना है कि उसका अतीक से कोई लेना-देना नहीं है। ना ही उसने कभी कोई हथियार अतीक अहमद या उनके गुर्गों को सप्लाई किया है, यह घर उसके बेटे के नाम पर है और अभी उसको पता चला है कि उनका घर गिराया जा रहा है। उसका कहना है कि उसकी अपनी गन की दुकान है, लेकिन कभी कोई हथियार सप्लाई नहीं किया है।

पुलिस ने दिया नोटिस- सफदर के बेटे सय्यद फजल अब्बास का कहना है कि यह घर उसके नाम पर है, घर को खाली करने के लिए आधा घंटा का समय दिया गया है। घर के अंदर पूरा परिवार मौजूद है, उसका किसी गन सप्लाई से लेना देना नहीं है। इस घर में उसके पिता जरूर उनके साथ रहते हैं, इससे पहले राजू पाल हत्याकांड के मुख्य गवाह उमेश पाल पर जानलेवा हमले में घायल आरक्षी राघवेंद्र सिंह की बुधवार को लखनऊ में मृत्यु हो गई। संजय गांधी स्नातकोत्तर आयुर्विज्ञान संस्थान के निदेशक आर के धीमान ने राघवेंद्र सिंह की मृत्यु की पुष्टि की। शुक्रवार को उमेश पाल पर जानलेवा हमले में उमेश पाल के साथ ही उनके सुरक्षाकर्मी संदीप निषाद की एसआरएन अस्पताल में मृत्यु हो गई थी। वहीं दूसरे सुरक्षाकर्मी राघवेंद्र सिंह को बेहतर उपचार के लिए रविवार को यहां के एसआरएन अस्पताल से लखनऊ के एसजीपीजीआई भेजा गया था। वहीं, अतीक अहमद ने अपनी सुरक्षा के लिए बुधवार को उच्चतम न्यायालय का रुख किया और दावा किया कि उसे और उसके परिवार को प्रयागराज में उमेश पाल हत्याकांड मामले में आरोपियों के रूप में गलत तरीके से शामिल किया गया है और उत्तर प्रदेश पुलिस द्वारा उसे फर्जी मुठभेड़ में मारा जा सकता है।