बिना किसी जुर्म के एक आदमी को काटनी पड़ी जेल की सजा, 12 साल बाद जिंदा मिली पत्नी

जेल से जमानत पर छुटने के बाद मनोज लागतार अपनी पत्नी की खोजबीन कर रहा था, इसके साथ ही वह मुकदमे को लेकर न्यायालय का भी चक्कर लगा रहा था। जिसके बाद 11 साल बाद 10 जनवरी 2023 को मनोज को उसके पत्नी के जिंदा होने की सूचना मिली, मनोज ने जानकारी की तो पता चला की उसकी पत्नी अपने तीन बच्चो के साथ मायके रहती थी।
 
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ग्लोबल भारत न्यूज़ नेटवर्क

अमेठी, 22 जनवरी:- उत्तर प्रदेश के अमेठी में एक हैरान कर देने वाला मामला सामने आया है, बिना किसी जुर्म के एक आदमी को जेल की सजा काटनी पड़ी। जिस पत्नी की हत्या को लेकर पति को जेल में रहना पड़ा, उसकी पत्नी अचानक से 12 साल बाद मिल गई। पति ने अपनी पत्नी को जनपद रायबरेली से खोज निकाला तो अब उसके घरवाले मामले मे सुलहनामे की बात कह रहे हैं। पूरा मामला जनपद के जायस थाना के अली नगर इलाके का है, जहां के रहने वाले मनोज कुमार वर्मा अपनी पत्नी सीमा वर्मा के साथ रहते थे। 25 मार्च 2011 को युवक की पत्नी सीमा वर्मा अचानक से गायब हो गई, काफी खोजबीन के बाद भी पत्नी का पता नहीं चला। ससुरालवालों ने मनोज वर्मा के खिलाफ पत्नी की हत्या कर शव को छुपा देने का आरोप लगाकर थाने में मुकदमा दर्ज कराया। जिसके मनोज को 11 दिन जेल की सजा भी काटनी पड़ी।

जेल से जमानत पर छुटने के बाद मनोज लागतार अपनी पत्नी की खोजबीन कर रहा था, इसके साथ ही वह मुकदमे को लेकर न्यायालय का भी चक्कर लगा रहा था। जिसके बाद 11 साल बाद 10 जनवरी 2023 को मनोज को उसके पत्नी के जिंदा होने की सूचना मिली, मनोज ने जानकारी की तो पता चला की उसकी पत्नी अपने तीन बच्चो के साथ मायके रहती थी। जिसके बाद मनोज ने जनपद रायबरेली के थाना भदोखर में सूचना दी, सूचना के बाद मौके पर पहुंची पुलिस ने उसकी पत्नी का बयान करने के साथ ही अन्य विधिक कार्यवाही की। पीड़ित मनोज ने बताया की उसकी पत्नी सीमा जो रायबरेली की रहने वाली है, 12 वर्ष पहले वह किसी आदमी के साथ भागकर शादी कर ली। इतना जानने के बावजूद भी उनके घरवालों ने हमारे ऊपर झूठा मुकदमा लगाया है। जिसके चलते हमको जेल की सजा काटनी पड़ी। 12 साल से चल रहे मुकदमे के चलते हमारी रोजी रोटी छीन गई है। हम चाहते हैं कि पत्नी का कोर्ट में बयान हो जाये, जिससे हम निर्दोष साबित हो जाये।