अमेठी में डबल मर्डर, पूर्व प्रधान प्रतिनिधि और उसके चाचा को अज्ञात बदमाशों ने मारी गोली

घटना को अंजाम देने के बाद के बाद सभी बदमाश मौके से फरार हो गए। घटना की सूचना मिलती है कई थानों की फोर्स मौके पर पहुँची जिसके बाद दोनों घायलों को लेकर लेकर पुलिस मुसाफिरखाना सीएसची पहुंची जहां डॉक्टरों ने दोनों को मृत घोषित कर दिया।
 
अमेठी क्राइम न्यूज़
रिपोर्ट- दिलीप यादव संवाददाता

ग्लोबल भारत न्यूज़ नेटवर्क

अमेठी, 28 फरवरी:- प्रयागराज के बाद अमेठी में डबल मर्डर की सनसनीखेज वारदात सामने आई जहां निमंत्रण से लौट रहे बोलेरो सवार पूर्व प्रधान प्रतिनिधि और उसके चाचा पर अज्ञात बाइक सवार बदमाशों ने ताबड़तोड़ गोलियां बरसा दी। घटना को अंजाम देने के बाद के बाद सभी बदमाश मौके से फरार हो गए। घटना की सूचना मिलती है कई थानों की फोर्स मौके पर पहुँची जिसके बाद दोनों घायलों को लेकर लेकर पुलिस मुसाफिरखाना सीएसची पहुंची जहां डॉक्टरों ने दोनों को मृत घोषित कर दिया। मृतकों में चाचा संग्रह अमीन थे जबकि भतीजा पूर्व प्रधान था।

पूरा मामला- ये पूरा मामला मुसाफिरखाना थाना क्षेत्र के भददौर गांव का है जहाँ के रहने वाले संग्रह अमीन सुरेश यादव अपने भतीजे पूर्व प्रधान बृजेश यादव और एक अन्य व्यक्ति शुभम वर्मा के साथ निमंत्रण से लौट कर बोलेरो से अपने घर जारहे थे तभी दादरा रोड पर दुर्गा मास्टर के भट्टे के पास सामने से आये दो बाइक सवार बदमाशों ने ताबड़तोड़ गोलियां बरसा दी। घटना को अंजाम देने के बाद सभी बदमाश मौके से फरार हो गए। दोहरे हत्याकांड की सूचना मिलते ही कई कई थानों की फोर्स के साथ पुलिस के आलाधिकारी मौके पर पहुँचे जहाँ एम्बुलेंस से दोनो को मुसाफिरखाना सीएचसी पहुँचाया गया जहाँ डॉक्टरों में दोनो को मृत घोषित कर दिया, बोलेरे में मौजूद तीसरा व्यक्ति शुभम वर्मा बाल-बाल बच गया।

पुलिस मामले की जांच में जुटी- मुसाफिरखाना सीएचसी में तैनात चीफ फार्मासिस्ट ने कहा कि पुलिस गंभीर रूप से घायल दो लोगो अस्पताल लेकर पहुँची थी लेकिन दोनो की मौत हो चुकी थी। बताया जारहा है कि मृतक संग्रह अमीन सुरेश यादव को पांच गोलियां लगी है जबकि पूर्व प्रधान बृजेश यादव को दो गोलियां लगी थी। एसपी इलामारन जी ने मौके पर पहुंचकर घटना की जांच की परिजनों से पूछताछ कर और तहरीर लेकर अभियुक्तों के गिरफ्तारी के लिए टीम की गाठित। परिजनों ने अमेठी प्रशासन पर लगाया गंभीर आरोप, इसके पहले भी हमला हुआ था, प्रशासन से लगातार सुरक्षा व शस्त्र लाइसेंस की मांग की गई थी लेकिन कुछ नहीं हुआ जिसके चलते आज ये घटना हो गई।