यूपी के 9 शिक्षक बर्खास्त, बिना ड्यूटी ले रहे थे 4 साल से वेतन,ऐसे हुआ खुलासा

फाजिला के सेवानिवृत्त होने के बाद भीम मीनाक्षी विद्यालय का चार्ज लेने नहीं आई जिसके बाद खबर मीडिया में उछली तो बेसिक शिक्षा अधिकारी चंद्रशेखर हरकत में आ गए और उन्होंने सहायक अध्या मीनाक्षी को नोटिस जारी कर स्पष्टीकरण तलब किया
 
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ग्लोबल भारत न्यूज़ नेटवर्क 

अमरोहा ,29 अप्रैल।  उत्तर प्रदेश में भले ही बेरोजगारी चरम पर हो लेकिन जिसे रोजगार मिलता है वह अपने कर्तव्यों का शायद निर्वाहन करने में दिलचस्पी नहीं रखता नतीजा यह है कि आज प्राथमिक विद्यालय की शिक्षा का स्तर दिन-प्रतिदिन के ताजा रहा है ऐसे ही एक मामले में अमरोहा जिले के बेसिक शिक्षा अधिकारी ने 9 अध्यापकों को बर्खास्त किया है जो पिछले 4 वर्षों से बिना ड्यूटी किए फ्री में वेतन ले रहे थे। इन सभी पर विभागीय जांच बैठा दी गई है।

मामले का खुलासा तब हुआ जब जोया ब्लाक के केशवपुर प्राथमिक विद्यालय में तैनात प्रधानाध्यापिका फाजिला नुजहत रिटायर हो गई। उनका रिटायरमेंट  30 मार्च को होने के पश्चात उन्हें कार्यभार सहायक अध्यापिका मीनाक्षी को सौंपना था । लेकिन मीनाक्षी के लगातार स्कूल से गैरहाजिर रहने की वजह से वह कार्यभार नहीं सौंपा पा रही थी । जानकारी करने के बाद पता चला कि मीनाक्षी के पति लखनऊ में योगी सरकार के मंत्री स्वतंत्र देव सिंह का गनर बताकर स्कूल के शिक्षकों को धमकी दिया करता था , जिसकी वजह से भले ही मीनाक्षी स्कूल में पिछले 4 वर्षों से 1 दिन भी ना आए हो लेकिन उनके खाते में उनका वेतन का भुगतान लगातार किया जाता रहा। और वह लखनऊ में अपने पति के साथ पिछले 4 वर्षों से निवास करती है। फाजिला के सेवानिवृत्त होने के बाद भीम मीनाक्षी विद्यालय का चार्ज लेने नहीं आई जिसके बाद खबर मीडिया में उछली तो बेसिक शिक्षा अधिकारी चंद्रशेखर हरकत में आ गए और उन्होंने सहायक अध्या मीनाक्षी को नोटिस जारी कर स्पष्टीकरण तलब किया साथ ही 4 साल से अब तक तैनात रहे संबंधित बीईओ से भी जवाब मांगा गया है।

मामला मीडिया में आने के बाद जिलाधिकारी ने बीएसए के खिलाफ जांच के आदेश दिए जिसकी जानकारी होने के बाद भी ऐसे ने भी अपने अधीनस्थ एबीएसए प्रधानाध्यापिका आरोपी शिक्षिका के खिलाफ जांच के आदेश जारी कर दिए साथ ही लंबे समय से स्कूल में पहुंचने वाली है 9 शिक्षकों को बर्खास्त कर दिया गया बेसिक शिक्षा अधिकारी चंद्रशेखर ने प्रधान अध्यापिका को नोटिस जारी कर स्पष्टीकरण मांगा है साथ ही आरोपी शिक्षिका मीनाक्षी के वेतन आहरण पर अग्रिम आदेशों तक रोक भी लगा दिया गया।

वही उत्तर प्रदेश के प्राथमिक विद्यालय के शिक्षकों की कार्यशैली से पूरे प्रदेश के शिक्षकों पर जल्द ही जांच शुरू होगी । इस मामले में भी सेवानिवृत हुई फाजिला नुजहत की कार्यशैली भी संदिग्ध के घेरे में है क्योंकि वह 4 साल से प्रधानाध्यापक थी और जब 27 दिन पहले सेवानिवृत्त हुए तब उन्हें कार्यभार से मुक्त होने की जरूरत पड़ी इसके बाद ही जानकारी आला अधिकारियों को दी गई जबकि मीनाक्षी पिछले 4 वर्षों से स्कूल नहीं आ रही थी लेकिन एक भी शिकायत दर्ज नहीं कराई गई।