10 साल के नाबालिग बच्चे ने 7 साल की नाबालिग बच्ची के साथ किया दुष्कर्म

बताया जा रहा है कि आरोपी लड़का और पीड़ित बच्ची एक ही स्कूल में पढ़ते हैं। जब पीड़ित बच्ची ने रोते हुए अपने परिवार वालों को मामले की जानकारी दी तो परिजन बच्ची को लेकर थाने पहुंच गए। मामले की जानकारी होने के बाद पुलिस ने आरोपी लड़के को पकड़ लिया है। यह मामला सहायल थाना क्षेत्र का है।
 
नाबालिग बच्ची से रेप

ग्लोबल भारत न्यूज़ नेटवर्क

औरैया, 06 नवंबर:- औरैया पुलिस ने 10 साल के नाबालिग बच्चे के ऊपर 7 साल की नाबालिग बच्ची के रेप का आरोप लगने के बाद गिरफ़्तार किया है, डॉक्टर भी हैरान हैं कि 14 साल में हार्मोन बनने शुरू होते हैं फिर इतनी जल्दी कैसे? आपको बता दे कि उत्तर प्रदेश के औरैया जिले से एक सनसनीखेज वारदात सामने आई है। एक 10 साल के लड़के ने मोबाइल पर पोर्न वीडियो देख 7 साल की बच्ची से दुष्कर्म किया है। बताया जा रहा है कि आरोपी लड़का और पीड़ित बच्ची एक ही स्कूल में पढ़ते हैं। जब पीड़ित बच्ची ने रोते हुए अपने परिवार वालों को मामले की जानकारी दी तो परिजन बच्ची को लेकर थाने पहुंच गए। मामले की जानकारी होने के बाद पुलिस ने आरोपी लड़के को पकड़ लिया है। यह मामला सहायल थाना क्षेत्र का है।

परिजनों ने बताया- बच्ची को बदहवास हालत में देख जब उससे रोने का कारण पूछा गया तो उसने बताया कि उसके स्कूल में कक्षा 6 में पढ़ने वाला छात्र घर आया था। इस दौरान पहले तो उसने अच्छे से बात की। इसके बाद उसने जबरन बच्ची के साथ दुष्कर्म किया। मासूम के मुंह से इस तरह की बात सुन उनके पिता के पैरों तले जमीन खिसक गई। पुलिस ने बताया कि शुरूआती पूछताछ में लड़का कुछ बोलने को नहीं तैयार था। इसके बाद पुलिस ने उसके साथ सख्ती बरती तो उसने बताया कि मोबाइल पर पोर्न वीडियो देखने के बाद उसने इस वारदात को अंजाम दिया।

थाना प्रभारी ने बताया- थाना प्रभारी पंकज मिश्रा ने बताया कि आरोपी लड़के के खिलाफ दुष्कर्म और पॉक्सो एक्ट के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया गया है। उन्होंने कहा कि यह मामला काफी संवेदनशील है। वहीं अपर मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ आरके सचान ने कहा कि यह एक तरह का मानसिक विकार है। आस-पास के माहौल या फिर टीवी और मोबाइल में ऐसे सीन देखने के बाद उस तरह की घटनाओं को अंजाम दिया जाता है। उन्होंने बताया कि 14 साल की उम्र तक ही हार्मोन्स विकसित हो पाते हैं। बता दें कि कानून के हिसाब से प्राइवेट पार्ट में किसी प्रकार की जबर्दस्ती को दुष्कर्म ही माना जाएगा।

बच्ची के पिता ने बताया- मैं अपनी पत्नी के साथ शुक्रवार 04 नवंबर दोपहर करीब 2 बजे सहायल के एक अस्पताल में दवा लेने गया था। वहां से मार्केट में घर का कुछ सामान लेने चले गए। घर पर 7 साल की बेटी अकेली थी। वह गांव के ही प्राथमिक स्कूल में कक्षा 3 में पढ़ती है। हम करीब साढ़े 6 बजे लौटे, तो बेटी घर के एक कोने में सहमी बैठी थी। वह रो रही थी। हमें लगा कि हम लोग लेट हो गए, बच्ची घर अकेली थी, इसलिये गुस्से में रो रही है। इसके बाद पत्नी ने बेटी को उठाया तो वह उससे लिपटकर जोर-जोर से रोने लगी। इसके बाद मैं बच्ची के पास गया। उसको चॉकलेट दी तो उसने चॉकलेट फेंक दी। फिर मैंने उसे गोद में लिया और रोने का कारण पूछा, तो वह कुछ देर तक चुप रही। फिर रोते हुए बोली कि आपके जाने के बाद गांव का ही मेरे स्कूल में कक्षा 6 में पढ़ने वाला लड़का घर आया था। पहले तो उसने अच्छे से बात की। उसके बाद मुझसे छत पर चलने को कहा। मैंने कहा कि घर में कोई नहीं है, मैं छत पर नहीं जाऊंगी। मेरे इनकार करने पर वह आंगन में ही चारपाई पर बैठ गया। पीड़ित बच्ची के मुताबिक, वह काफी देर तक आंगन में बैठा रहा। मैं जमीन पर बैठकर अपना होम वर्क कर रही थी। मेरे होम वर्क में मदद करने के बहाने वह मेरे पास आया और मुझे छूने लगा। मैंने मना किया तो उसने जबरदस्ती मेरे साथ गंदा काम किया। जब मैं चिल्लाई तो मुझे छोड़कर घर से भाग गया।

बच्चों को मोबाइल से कैसे रखें दूर

  1. नजर रखें कि बच्चे स्क्रीन पर क्या देख रहे हैं।
  2. बच्चे आपसे ही सीखते हैं, उनके साथ समय बिताएं।
  3. आउटडोर गेम के लिए मोटिवेट करें।
  4. मोबाइल पासवर्ड का प्रयोग करें।
  5. फोन से होने वाले नुकसानों के बारे में बताएं।
  6. अगर बच्चे को पेंटिंग, डांस, म्यूजिक का शौक है तो क्लासेज जॉइन कराएं।
  7. घर के कामों में बच्चों से सहयोग लें।