पुलिस से हुई मुठभेड़ हत्यारोपी के पैर में लगी गोली

आरोपी रामभजन ने अपने को घिरा देख पुलिस पर फायरिंग करना शुरू कर दी। आरोपी की तरफ से चलाई गोली का जवाब देते हुए पुलिस ने भी गोलियां चलाईं। गोली रामभजन के दाहिने पैर के नीचे लगी। वह गंभीर रूप से घायल हो गया। पुलिस ने उसे दबोचकर जिला अस्पताल में भर्ती कराया। बाकी अन्य आरोपियों की तलाश की जा रही है।
 
बाँदा न्यूज़
रिपोर्ट- देवेंद्र देव निगम संवाददाता

ग्लोबल भारत न्यूज़ नेटवर्क

बांदा, 05 नवंबर:- नशे में मुख्य हत्यारोपी ने अपने पिता की लाइसेंसी बंदूक से ताबड़तोड़ गोलियां चलाईं। इसमें दो लोगों की मौत हो गई और दो लोग गंभीर रूप से घायल हो गए। वारदात के बाद आरोपी मौके से भाग निकला। सूचना पाकर डीआईजी विपिन मिश्रा व एसपी अभिनंदन समेत कई थानों के फोर्स के साथ मौके पर पहुंच गए। उन्होंने गांव में घेराबंदी कर दी। इसी बीच मौके से भाग रहे आरोपी ने अपने को घिरा समझ पुलिस पर फायरिंग करना शुरू कर दी। पुलिस ने जवाबी कार्रवाई करते हुए गोली चलाई। गोली मुख्य आरोपी के पैर में लगी और पुलिस ने दबोच लिया। घायल का जिला अस्पताल में पुलिस की देखरेख में उपचार कराया जा रहा है।

बबेरू कोतवाली क्षेत्र के बेर्रांव गांव के अमरहिया पुरवा निवासी छोटेलाल पुत्र चुनुवा यादव और उसके भतीजे शारदा पुत्र रामप्रसाद की पड़ोसी युवक रामभजन ने एकनाली बंदूक से गोलियां चलाकर दोनो को मौत के घाट उतार दिया। वारदात को अंजाम देने के बाद आरोपी सूचना पाकर डीआईजी विपिन मिश्रा और एसपी अभिनंदन समेत कई थानों का फोर्स मौके पर पहुंच गया। पूरे गांव की नाकाबंदी कर दी। आरोपी रामभजन ने अपने को घिरा देख पुलिस पर फायरिंग करना शुरू कर दी। आरोपी की तरफ से चलाई गोली का जवाब देते हुए पुलिस ने भी गोलियां चलाईं। गोली रामभजन के दाहिने पैर के नीचे लगी। वह गंभीर रूप से घायल हो गया। पुलिस ने उसे दबोचकर जिला अस्पताल में भर्ती कराया। बाकी अन्य आरोपियों की तलाश की जा रही है। पुलिस ने मृतक छोटेलाल के पुत्र हरीराम की तहरीर पर पुलिस ने आरोपी रामभजन, उसका पिता नत्थू यादव, भाई रामकरन, पुत्र रोहित, भगवान दास पुत्र मुनुवा यादव, कुबेर पुत्र रामशरण, ओमप्रकाश पुत्र रामसहांय, अखिलेश पुत्र रामभजन के खिलाफ धारा 147, 148, 149, 323, 504, 506, 307, 302 के तहत रिपोर्ट दर्ज है।

दो हत्याओं से अमरहिया पुरवा में सन्नाटा- बबेरू के अमरहिया पुरवा में दो हत्याएं हो जाने के बाद गांव में दहशत का माहौल है। घटना के बाद गांव की गलियां सन्नाटे में नजर आईं। जब तक पुलिस रही, तब तक तो चहलकदमी दिखी उसके बाद सन्नाटा गांव की गलियों को चीरता नजर आया। दरवाजा खटखटाने और गाली-गलौज करने का विरोध करने पर हुए दोहरे हत्याकांड की इस घटना ने अपराध की एक नई इबारत लिख दी। हालांकि पुलिस ने मुख्य आरोपी को पकड़ लिया है और बाकी की तलाश की जा रही है। मालुम हो कि मृतक मृतक शारदा यादव के तीन पुत्र एक पुत्री है और छोटा यादव के दो पुत्र और तीन पुत्रियां हैं। दोनो ही परिवारों में कोहराम मचा हुआ है।

भयवश ग्रामीण नहीं खोलते थे मुंह- अमरहिया पुरवा में तकरीबन आधा सैकड़ा यादव बिरादरी के लोग रहते हैं। इसमें रामभजन का परिवार ज्यादा दबंग है। रामभजन आए दिन किसी न किसी ग्रामीण पर अपना कहर बरपाता रहता था। लेकिन ग्रामीण जुल्म सहकर बर्दाश्त कर लेते थे। लेकिन पुलिस के सामने मुंह नहीं खोलते थे। इससे आरोपी का दुस्साहस बढ़ता ही चला गया। मृतक छोटेलाल के बेटे हरीराम ने बताया कि इनके कहर से कई ग्रामीण तो गांव छोड़कर चले गए। कुछ की जमीनों पर रामभजन ने कब्जा भी कर लिया। दबंगों के आतंक से ग्रामीण सहमे रहते रहे। इसी का नतीजा है कि रामभजन ने हरीराम के पिता और चाचा को गोली मारकर मौत के घाट उतार दिया।