पिता की हत्या का बदला लेने के लिए युवक ने किया 20 साल तक इंतजार, और फिर....

घटना को अंजाम देने वाले आरोपी बालकराम के पिता जगमोहन की बीस साल पहले रामकुमार ने ही हत्या कर दी थी। पुलिस ने राम कुमार के विरुद्ध मुकदमा दर्ज कर जेल भेजा दिया था। कोतवाल डीके सिंह ने बताया कि परिजनों ने बताया कि करीब 12 साल पहले रामकुमार अपील पर आया था।
 
क्राइम न्यूज़

ग्लोबल भारत न्यूज़ नेटवर्क

बाराबंकी, 13 नवंबर:- यूपी के बाराबंकी के मक्कापुरवा मजरे कोला गांव में 20 साल पहले हुई पिता की हत्या का बदला लेने के लिए उसके बेटे ने शुक्रवार की रात 55 साल के एक शख्‍स की सिर पर लोहे का तवा मारकर हत्या कर दी। मौके पर पहुंची पुलिस ने हत्यारोपी को गिरफ्तार कर केस दर्ज किया है। मक्कापुरवा मजरे कोला गांव बाराबंकी के जैदपुर थाना क्षेत्र में पड़ता है। शुक्रवार की रात 55 वर्षीय रामकुमार के सिर पर गांव के ही बालकराम ने लोहे के तवा से हमला कर दिया। इसमें रामकुमार को गंभीर चोट आई। परिजन घायल रामकुमार को लेकर जिला अस्पताल पहुंचे लेकिन उसकी पहले ही मौत हो गई।

तवे से किया सिर पर वार- बताया जा रहा है कि आरोपी और मृतक के बीच पुरानी रंजिश थी। बालक राम अपने पिता की मौत का बदला लेने के इरादे से रामकुमार के घर पहुंचा था। उस समय रामकुमार खाना पका रहा था। ग्रामीणों के अनुसार की दोनों में कुछ बातचीत हुई उसके बाद बालकराम ने पास में रखा लोहे का तवा उठाकर रामकुमार के सिर पर मारा और भाग खड़ा हुआ। सिर पर वार होते ही रामकुमार वहीं पर गिर पड़ा और तड़प कर बेहोश हो गया। कुछ देर में परिवार व आसपास के लोग मौके पर पहुंचे तो देखा रामकुमार बेहोश पड़ा था और उसके सिर से काफी खून बह रहा था। घटना के बाद से गांव में सन्नाटा पसरा हुआ है। परिजनों का रो-रो कर बुरा हाल है। पुलिस ने घटना को अंजाम देने वाले आरोपी बालक राम को गिरफ्तार कर लिया। मौके से हत्या में प्रयोग के किये जाने वाला लोहे का तवा भी बरामद कर लिया। वारदात से पहले दोनों में पहले कुछ बातचीत हुई इसके बाद आरोपी ने वारदात को अंजाम दिया।

20 साल बाद लिया पिता की हत्या का बदला- घटना को अंजाम देने वाले आरोपी बालकराम के पिता जगमोहन की बीस साल पहले रामकुमार ने ही हत्या कर दी थी। पुलिस ने राम कुमार के विरुद्ध मुकदमा दर्ज कर जेल भेजा दिया था। कोतवाल डीके सिंह ने बताया कि परिजनों ने बताया कि करीब 12 साल पहले रामकुमार अपील पर आया था। वह अपने गांव में ही रह रहा था। मजदूरी कर अपना जीवन यापन कर रहा था।